इंजीनियरिंग, मेडिकल अब भी कॅरियर की पहली पंसद, सीए और लॉ जैसे क्षेत्रों के लिए भी बढ़ा है रूझान

अप्रैल फ‌र्स्ट वीक में आईआईटी-मेन्स के साथ शुरू होगा एंट्रेंस एग्जाम्स का दौर

BAREILLY:

बोर्ड एग्जाम खत्म होने के बाद आराम करना और दादी-नानी के घर जाकर समर वेकेशन मनाना बीते दिनों की बात हो गई है। अब बोर्ड एग्जाम खत्म होने का मतलब अपकमिंग एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी में जुट जाना है। यूपी बोर्ड और सीबीएसई, आईसीएसई बोर्ड के एग्जाम खत्म हो गये हैं। बोर्ड एग्जाम के बाद अब स्टूडेंट्स पर एंट्रेंस एग्जाम में बेस्ट परफार्मेस देने का प्रेशर है, इसलिए ये इसके खत्म होते ही एंट्रेस एग्जाम क्रैक करने की तैयारियों में जुट गए हैं।

अप्रैल फ‌र्स्ट वीक से होगी शुरूआत

सीनियर सेकेंड्री से हायर एजुकेशन का रास्ता एंट्रेंस एग्जाम से होकर जाता है। किसी भी फील्ड में कॅरियर बनाने के लिए अंडर ग्रेजुएट कोर्सेस में एडमिशन एट्रेंस एग्जाम की मेरिट के बेसेस पर ही मिलता है। ज्यादातर स्टेट और सेंट्रल यूनिवर्सिटीज क्ख्वीं के रिजल्ट के साथ ही खुद के कंडक्ट कराये एंट्रेंस एग्जाम की मेरिट के बेस पर एडमिशन लेते हैं। ऐसे में इन एंट्रेंस एग्जाम की वैल्यू को समझा जा सकता है। देश की रीनाउंड यूनिवर्सिटी इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी सबसे पहले अपना एंट्रेंस एग्जाम कंडक्ट करा रही है। ब् अप्रैल को आईआईटी जेईई मेन्स के ऑनलाइन एंट्रेंस एग्जाम के साथ ही डिफ्रेंट यूनिवर्सिटीज के यूजी कोर्सेस के लिए एंट्रेंस एग्जाम शुरू हो जाएैंगे।

मेडिकल और इंजीनियरिंग का क्रेज ज्यादा

इंजीनियरिंग और मेडिकल फील्ड्स आज भी क्ख्वीं पास करने वाले स्टूडेंट्स की खास पसंद बने हुए हैं। इस साल भी सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग और मेडिकल फील्ड में करियर बनाने के लिए एंट्रेंस एग्जाम देने की तैयारी कर रहे हैं। इस साल डिस्ट्रक्ट में स्टेट और सेंट्रल बोर्ड को मिलाकर लगभग भ्भ्000 स्टूडेंट्स ने क्ख्वीं के एग्जाम दिये। जिसमें से लगभग 7भ् परसेंट स्टूडेंट्स ने एंट्रेंस एग्जाम के लिए फार्म डाले हैं। इनमें से इंजिनियरिंग में अप्लाई करने वालों का प्रतिशत, मेडिकल के मुकाबले ज्यादा है। जबकि कॉमर्स में क्ख्वीं करने वाले स्टूडेंट्स अब सीए की राह चुनते हुए सीपीटी की तैयारी में जुटे हैं। जबकि कॉमर्स के कुछ स्टूडेंट्स ने लॉ कोर्स के लिए कॉमन लॉ एजूकेशनल टेस्ट के लिए अप्लाई किया है, हालांकि इनका प्रतिशत बहुत कम है।

रिवाइज करके कर रहे हैं तैयारी

स्टूडेंट्स से तैयारी के बाबत पूछा गया तो कईयों ने बोर्ड एग्जाम के तुरंत बाद एंट्रेंस होना फायदेमंद करार दिया। शहर के एक पब्लिक स्कूल से क्ख्वीं का एग्जाम देने वाली प्रियांशी कहती हैं कि एंट्रेंस के लिए अलग से तैयारी नही करनी पड़ेगी, बोर्ड एग्जाम में जो पढ़ा उसी को रिवाइज करना ही रही हूं। इस मामले में टीचर्स का भी कहना है कि स्टूडेंट्स ने अपने बोर्ड एग्जाम के लिए जो भी प्रिपेरेशन की है, उसे अच्छी तरह रिवाइज करके एंट्रेंस क्रैक किया जा सकता है।

सेल्प एसिसमेंट है की-फैक्टर

टाइम मैनेजमेंट और सेल्फ असिसमेंट के जरिए एंट्रेंस एग्जाम को क्रैक करा जा सकता है। स्टूडेंट्स को बोर्ड एग्जाम के दौरान बनाये टाइम शेडयूल को कंटीन्यू करने की जरूरत है। कॉप्टीशन एग्जाम का टाइम कम होता है, इसलिए कम टाइम में क्वेश्चन अटेंप्ट करने की प्रैक्टिस करें। दूसरों को देखने की जगह अपना निरीक्षण करना अच्छे परिणाम ला सकता है। बोर्ड एग्जाम के दौरान आपने जो भी गलतियां की हैं, उनमें सुधार करने की कोशिश करें। हमेशा पॉजिटिव रहें।

एंट्रेंस एग्जाम डेट

आईआईटी जेईई ऑनलाइन एग्जाम ब् अप्रैल

यूपी स्टेट एंट्रेंस एग्जाम यूपीएसईई क्8 व क्9 अप्रैल

यूपी पॉलीटेक्निकल एंट्रेंस एग्जाम जेईईसीयूपी फ् मई

ऑल इंडिया प्री-मेडिकल टेस्ट एआईपीएमटी फ् मई

यूपी कंबाइंड प्री-मेडिकल टेस्ट यूपीसीपीएमटी ख्ब् मई

कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट क्0 मई

बोर्ड एग्जाम में जो प्रिपेरेशन की उसी के एकॉर्डिग ही एंट्रेंस टेस्ट की तैयारी कर रही हूं। बोर्ड एग्जाम्स अच्छे गए हैं इसलिए आईआईटी और यूपीएसईई एग्जाम के लिए कॉफिडेंट हूं।

- प्राची, स्टूडेंट

मैं कॉमर्स का स्टूडेंट हूं, लॉ फील्ड में जाना चाहता हूं, इसलिए क्लैट के लिए अप्लाई किया है। पेरेंट्स को इस फील्ड के लिए कंवेंस करना थोड़ा मुश्किल था। बोर्ड के बाद से प्रिपेरेशन में जुट गया हूं।

- मधुर , स्टूडेंट

Posted By: Inextlive