जान के लिए खतरा है बीपी बढ़ना
बदलते लाइफ स्टाइल और लापरवाही से बढ़ रहे ब्लड प्रेशर के मरीज
हर साल 30 फीसदी की तेजी से हायपरटेंशन के मरीजों में हुई बढ़ोतरी ब्रेन हैमरेज, हार्ट अटैक, किडनी फेल सहित डायबिटीज बीमारी की वजह BAREILLY:डॉक्टर के रूटीन चेकअप में अगर आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा मिले, और आप हर बार इसे इग्नोर करने की आदत बनाए हैं, तो इस बार इसे टालने की गलती कतई न करें। यह एक छोटी सी भूल आपकी पूरी जिंदगी पर बेहद भारी पड़ेगी। ब्लड प्रेशर या बीपी का बढ़ना जिसे हायपरटेंशन भी कहते हैं, किसी भी तरह से मामूली या नजरअंदाज किए जाने लायक कंडीशन नहीं है। यह एक ऐसी गंभीर सिचुएशन है, जो कई जानलेवा बीमारियों की जड़ है। डेली लाइफ स्टाइल में हो रहे तेज बदलाव और भागमभाग भरी जिंदगी में खुद की सेहत के प्रति लोगों का लापरवाह रवैया उन्हें गंभीर बीमारियों की गिरफ्त में ला रही है। 17 मई को वर्ल्ड हायपरटेंशन डे के मौके पर लोगों को इस जानलेवा बीमारी के खतरों से रूबरू कराने पर एक रिपोर्ट।
शहर में तेजी से बढ़ रहे मरीजदुनिया भर में किसी अन्य बीमारी के मुकाबले हायपरटेंशन से होने वाली मौतों का आंकड़ा सबसे ज्यादा है। वर्ल्ड हेल्थ स्टेटिस्टिक्स 2012 की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2008 में दुनिया में 5.7 करोड़ मौतों में से 3.6 करोड़ यानि कुल 63 फीसदी मौतें नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज से हुई। जिसमें हायपरटेंशन प्रमुख बीमारी है। डॉक्टर्स के मुताबिक बरेली शहर में ही हर साल हायपरटेंशन यानि बीपी के मरीजों की तादाद बढ़ रही है। फिजिशियन व कॉर्डियोलॉजिस्ट के मुताबिक उनकी क्लिनिक में रोजाना आने वाले 10 मरीजों में से 3-4 मरीज हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से पीडि़त हैं।
साइलेंट किलर है हायपरटेंशन हायपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर नाम से जाना जाता है। वजह लगभग सभी मामलों में लोगों पता ही नहीं होता कि उन्हें हाई बीपी की शिकायत है। वहीं हाई बीपी की वजहों के बारे में अवेयर न होने से भी हर साल तेजी से लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे। मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक हाई बीपी से पीडि़त ज्यादातर लोगों को भी नहीं पता कि इससे हार्ट फेल, ब्रेन हैमरेज, किडनी फेल्योर और पैरालिसिस जैसी बीमारियों की वजह बनती है। डेली लाइफ स्टाइल में आ रहे जबरदस्त बदलाव व खान-पान में अनियमितता ने हायपरटेंशन को बढ़ाने का काम ि1कया है। मरीज संग डॉक्टर्स भी अनअवेयरहायपरटेंशन से बचने के लिए मेडिकल एक्सपर्ट्स ब्लड प्रेशर पर लगातार नजर रखने की सलाह देते हैं। एक हेल्दी इंसान का ब्लड प्रेशर 1200/80 होता है। कई बार ब्लड प्रेशर क्ख्0/90 होता है। ऐसे में कई डॉक्टर्स
इसे सामान्य बताकर टाल देते हैं। कुछ साल बाद ब्लड प्रेशर में सामान्य बढ़ोतरी वाली यही कंडीशन काफी क्रिटिकल हो जाती है। एक्सपर्ट्स ने बताया कि कई बार मरीज ही नहीं डॉक्टर्स भी ब्लड प्रेशर के शुरूआती खतरे के भांप नहीं पाते। जो आगे चलकर जानलेवा बीमारी की वजह बनती है। जवान संग बच्चे भी निशाने पर हायपरटेंशन के हालिया मरीजों में सबसे तेजी से युवाओं की तादाद बढ़ रही। फ्भ् से ब्0 एजग्रुप वाले लोगों में इस बीमारी के पैठ बनाने के पीछे तनाव, ओवरटाइम वर्किंग, हेल्दी खान पान न होना और कॅरियर से जुड़ा प्रेशर बड़ी वजह है। वहीं कम उम्र में ही बच्चों का ओवरवेट होना भी उनमें हाई ब्लड प्रेशर की चपेट में ला रहा है। मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक चाइल्ड हुड ओबेसिटी से जूझ रहे बच्चों में हाई ब्लड प्रेशर की आशंका ब्0 फीसदी तक रहती है। वहीं हेरिडिटी के चलते भी कइयों को यह बीमारी विरासत में मिल रही। हायपरटेंशन की खतरनाक वजहें - मोटापा - स्मोकिंग व शराब का ज्यादा सेवन - रेगुलर फिजिकल एक्सरसाइज न करना - खाने में नमक का ज्यादा इस्तेमाल- टेंशन व डिप्रेशन में रहना
- फैमिली में किसी को हाई ब्लड प्रेशर होना - खाने में जंक फूड को ज्यादा तरजीह यूं कंट्रोल करें हाई बीपी - नमक में सोडियम होता है, जो बीपी के लिए खतरनाक है, खाने में नमक कम करें - सोडियम की जगह पोटैशियम का यूज ज्यादा करें। सेब खाएं, इसमें पोटैशियम होता है - रोजाना हेल्दी डाइट लें। खाने में जंक फूड का इस्तेमाल कम करें। - रोजाना फिजिकल एक्सरसाइज करें। अपना बढ़ा वजन घटाएं। - समय-समय पर बीपी चेक कराएं। हाई बीपी को नजरअंदाज कतई न करें। ---------------------------------