-सीनियर अधिकारियों को हजारों की भीड़ ने लिया था घेर, किसी तरह मामला हुआ था शांत

BAREILLY: बिथरी चैनपुर कस्बे में मोहर्रम के दिन हुए बवाल के दिन ही इसी थाना क्षेत्र के उड़ला जागीर में भी बड़ा बवाल हुआ था। इस बवाल में लोगों ने सीनियर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को भी घेर लिया था। यहां पर फोर्स मौजूद नहीं थी, लेकिन किसी तरह पुलिस ने मामला सुलझा लिया था। इस बात को अब पुलिस अधिकारी भी दबी जुबान में बता रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि अगर यहां बवाल कंट्रोल नहीं होता तो पूरे शहर में स्थिति खराब हो सकती थी।

चंद पुलिसकर्मी ही थे मौजूद

उड़ला जागीर में शाम के वक्त बवाल हुआ था। यहां डीआईजी, डीएम और एसपी सिटी भी पहुंच गए थे। यहीं पर जुलूस के रूट को लेकर विवाद हो गया था। हजारों की संख्या में एक पक्ष के लोग इक्ट्ठा हो गए थे और सभी अधिकारियों को घेर लिया था। फोर्स के न रहने के कारण अधिकारी भी कुछ नहीं कर पाए थे।

मेन कस्बा में रूट को लेकर नहीं हुआ था विवाद

बिथरी चैनपुर के मेन कस्बा में हुआ विवाद रूट को लेकर नहीं हुआ था। पुलिस की अब तक जांच में ये बात सामने आयी है। विवाद की असली जड़ भूरे के घर मातम करने से स्टार्ट हुई थी। यहां पर मौजूद कपिल, अशोक व अन्य ने इसका विरोध किया था और अशोक ने सिर्फ एक पत्थर उठाकर फेंक दिया था। यहां पर तैनात एसआई एक पत्थर फेंकते ही वहां से निकल गए थे और वह उसी वक्त पत्थर फेंकने वाले को पकड़ लेते तो बवाल नहीं बढ़ता।

प्रधान के घर में लगा है ताला

दूसरे पक्ष के मेन आरोपी प्रधान साहिद के घर चार दिन से ताला लगा हुआ है। पुलिस उसकी लगातार तलाश में जुटी हुई है। पुलिस उसके एनबीडब्ल्यू लेने की भी तैयारी में हैं। वहीं दूसरे पक्ष के आरोपी अशोक, कपिल, भूपराम और अन्य भी फरार हैं। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि होमगार्ड गंगाराम पहले भी जेल जा चुका है।

Posted By: Inextlive