बाइकथॉन का हिस्सा बनने आज आखिरी दिन
-बाइकथॉन में रजिस्ट्रेशन कराने का आज है लास्ट डे
- किट लेने और रजिस्ट्रेशन कराने आई नेक्स्ट ऑफिस में उमड़े बरेलियंस BAREILLY:आई नेक्स्ट बाइकॉथन सीजन सिक्स में फुल ऑन मस्ती करने का काउंट डाउन शुरू हो चुका है। बरेलियंस की बेताबी देखते ही बन रही है। बाइकथॉन का हिस्सा बनने के लिए लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के साथ-साथ रजिस्ट्रेशन काउंटर्स और आई नेक्स्ट ऑफिस भी पहुंच रहे हैं। काउंटर्स पर उमड़ रही भीड़ को देखकर लग रहा है कि सभी को इंतजार है तो बस 30 नवंबर का, जब नेहरू युवा केंद्र से साइकिल पर पैडल मार कर भर्राटा भर रहे होंगे। बरेलियंस में बढने लगी बेकरारीबाइकॉथन में पार्टीसिपेट करने के लिए बरेलियंस में जबरदस्त क्रेज दिखने को मिल रहा है। सिटी की यूथ ब्रिगेड, प्रोफेशनल या फिर सीनियर सिटीजंस, सभी फन और फिटनेस का हिस्सा बनने को बेताब हैं। सिटी के मोस्टली स्कूल कॉलेजेज भी इस इवेंट में साथ जुड़ रहे हैं। इसके साथ ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में भी जमकर इंट्री आ रही है। इसमें लोगों को फन फिटनेस के साथ डांस, सिंगिंग, मिमिक्री, रैप और रॉक बैंड पर झूमने का मौका जो मिल रहा है।
किट लेने को मची होड़फ्राइडे को बाइकॉथन किट लेने के लिए काउंटर्स पर दिन भर लंबी लाइन लगी रही। पार्टीसिपेंट्स किट लेने के लिए बेताब दिखे। इसके साथ ही स्पेशल रजिस्ट्रेशन काउंटर पर भी लंबी लाइन लगी रही। 30 नवंबर को किट हासिल करने में कोई असुविधा ना हो, इसलिए किट डिस्ट्रिब्यूशन का फैसला दो दिन पहले करने का निर्णय लिया गया। पार्टीसिपेट कर चुके लोग सिविल लाइंस स्थित आई नेक्स्ट, दैनिक जागरण ऑफिस से सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक रजिस्ट्रेशन कराकर बाइकथॉन किट प्राप्त कर सकते हैं।
नेहरू युवा केंद्र से होगा फ्लैग ऑफ सिटी में 30 नवंबर को ऑर्गनाइज होने वाली बाइकॉथन की शुरुआत सुबह 7:30 बजे सिविल लाइंस स्थित नेहरू युवा केंद्र से होगी। करीब 10 किमी का सफर बरेलियंस तय करेंगे। 30 नवंबर को मुख्यमंत्री के संभावित दौरे की वजह से रैली का स्थान रिजर्व पुलिस लाइन से बदलकर नेहरू युवा केंद्र को बना दिया है। अट्रैक्टिव प्राइजेज पार्टीसिपेंट को रैली में भाग लेने के लिए सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे। साथ ही लकी ड्रॉ में बेहतरीन प्राइज रिस्ट वॉच, ब्रांडेड टीशर्ट जैसे अट्रैक्टिव प्राइजेज जीतने का भी मौका मिलेगा। अन्य जानकारी के लिए www.inextlive.com/bikethonen ÂÚ ÚçÁSÅUÚ ·¤Ú â·¤Ìð ãUñ¢। ¥æÚæ× âð ¿Üæ° âæ§ç·¤ÜÕ槷¤æò‰æÙ ×ð´ ÂæÅUèüçâÂðÅU ·¤ÚÙð ßæÜð ÂæÅUèüçâÂð´ÅU÷â §âð °·¤ ÚñÜè ·¤è ÌÚãU â×Ûæð´, §â×ð´ ãUæÚ ¥æñÚ ÁèÌ ·¤æð§ü ×æØÙð ÙãUè´ ÚæÌè। Ü·¤è ÇUþæò ¥æñÚ ·¤æòçÂÅUèàæÙ çßÙâü ·ð¤ Ùæ× ÚñÜè æˆ× ãUæðÙð ·ð¤ ÕæÎ ·¤Üð€ÅU ·ê¤ÂÙ âð çÙ·¤æÜð Áæ°¢»ð। §âçÜ° ÁèÌÙð ·¤è ãUæðÇU¸ ×ð´ æÚæüÅUæ æÚÙð ·ð¤ ÕÁæØ ¥æÚæ× âð â槷¤çÜ¢» ·¤æ ×Áæ ÜðÌð ãUé° ÚñÜè ·¤æð ·¢¤ÂÜèÅU ·¤èçÁ°।
ßð‹Øê - ÙðãUM¤ Øéßæ ·ð´¤¼ý Üñ» ¥æòȤ - âéÕãU |Ñx® ÕÁð ÇUðÅU - x® ÙߢÕÚ ÚçÁSÅUþðàæ٠Ȥèâ - v®® L¤Â°