.. तो कैसे रुकेगी बिजली चोरी
- स्टार्ट होने से पहले ही अभियान पर लगा ब्रेक
- 12 फीडर के अंतर्गत अभियान के लिए बनायी गयी है 6 टीमें BAREILLY: बिजली चोरी को रोकने के उद्देश्य से बनायी गई टीम के अभियान पर शुरू होने से पहले ही ब्रेक लग गया है। विभाग का मानना है कि फैस्टिव सीजन में बिजली की सबसे अधिक चोरी होती है। इस बात को लेकर विभाग द्वारा फीडर वाइज चेकिंग करने के लिए टीम बनायी गयी है। मगर जेई संगठन के स्ट्राइक से यह अभियान अभी तक शुरूनहीं हो सका। क्योंकि टीम में जेई को भी शामिल किया गया है। वहीं इस अभियान पर ब्रेक लगने से राजस्व का घाटा तो हो ही रहा है साथ ही लाइन लॉस भी हो रहा है। म् टीमें बनायी गयी हैअर्बन में विभाग के क्ख् फीडर है। एक एसडीओ को दो फीडर की जिम्मेदारी सौंपी गयी है, ताकि चेकिंग कर बिजली चोरी पर लगाम लगाया जा सके। मगर अपनी मांगों को लेकर स्ट्राइक पर अड़े जूनियर इंजीनियर्स ने अभियान में शामिल होने से साफ मना कर दिया है। वहीं पावर कॉरपोरेशन के ऑफिसर्स पर ये दवाब डाला जा रहा है कि, किसी भी कीमत पर राजस्व और हो रही लाइन लॉस पर रोक लगायी जाए। मगर सच्चाई इससे इतर है.क्योंकि पिछले साल के मुकाबले राजस्व कलेक्ट करने में विभाग पिछले साल के मुकाबले इस साल ख्भ् फीसदी से पीछे है।
जेई अपने जिद पर अड़े हैं प्रारंभिक पे ग्रेड ब्800 रुपये किए जाने को लेकर जेई संगठन अपने जिद पर अड़े हुए हैं। उनका साफ कहना है कि कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो 7 अक्टूबर को जेल भरो आंदोलन करेंगे। जेई अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि, वेडनसडे से हम लोगों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। वहीं विभागीय काम भी नहीं करेंगे। । चेकिंग अभियान के लिए टीम बनायी गई है। जल्द ही अभियान शुरु हो जाएगा। जेई के स्ट्राइक के चलते थोड़ी बहुत प्रॉब्लम्स आ रही है। आरपी दुबे, एसई, अर्बन, बिजली विभाग