लाचार
लोग परमीशन के लिए एडमिनिस्ट्रेशन के पास जूते घिस रहे हैं। इसी दिन बारावफात भी है। लोग परेशान हैं कि जश्न मनाएं कि वोट डालने जाएं। इधर पुलिस और एडमिनिस्ट्रेशन पर बारावफात के जुलूस और शांतिपूर्ण इलेक्शन के लिए अरेंजमेंट का दोहरा प्रेशर है।विवाह के लिए शुभज्योतिष डॉ। संजय सिंह के मुताबिक, 4 फरवरी को आंवले की एकादशी है। इस दिन का महत्व देवोत्थान एकादशी से जरा भी कम नहीं है। इस दिन की सबसे बड़ी विशेषता यही है कि जिन लोगों की शादी की तारीख में प्रॉब्लम होती है, वे भी इस दिन बिना मुहूर्त निकलवाए शादी कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि साल में 24 एकादशी होती हैं। उनमें आंवला एकादशी का विशेष महत्व है।बारावफात का जश्न
4 फरवरी को बारावफात है। दरगाह आला हजरत के शाही इमाम मौलाना मोहम्मद जहूरुल इस्लाम ने बताया कि बारावफात के दिन की इस्लाम में अपनी अलग एक खासियत है। उन्होंने बताया कि इस दिन पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था। इसी खुशी में मुसलमान इस दिन जलसे का आयोजन करते हैं और जुलूस निकालते हैं। एक ही दिन शादी और त्यौहार के संयोग को देखते हुए प्रशासन भी फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है।डेट से सबको परेशानी
- आचार संहिता लगने के साथ ही सीआरपीसी की धारा 144 लागू- बरावफात के जुलूस और जलसे में सीआरपीसी की धारा 144 एक बाधा- एडिशनल सिक्योरिटी अरेंजमेंट के कारण पुलिस और एडमिनिस्ट्रेशन पर प्रेशर- शादी और त्योहार से हो सकती है वोटिंग होगी इफेक्टेड- मैरिज डेट टालने से लोगों को फाइनेंशियल प्राब्लम- मैरिज डेट नहीं टालने पर बारात निकालने से लेकर पार्टी करने के लिए लेनी होगी एडमिनिस्ट्रेशन से इजाजत- इलेक्शन में होंगे वाहन, शादी के लिए वाहन मिलने में भी परेशानी- शादी के लिए होटल या रेस्टोरेंट बुकिंग बनी परेशानी, ओनर मांग रहे लोगों से परमिशन की कॉपी- चुनावी सभा और पार्टी के लिए कैटरर्स बुक, शादी के लिए लोगों को होगी परेशानी-4 फरवरी को शहर में शांतिपूर्वक वोटिंग कराना एडमिनिस्ट्रेशन के लिए सबसे बड़ा चैलेंज है-शुभ मुहुर्त होने के बावजूद लोग इस दिन शादी करने से कतरा रहे हैं-इसी दिन बारावफात पडऩे से शहर में अमन और शांति कायम रखना भी बड़ा चैलेंज रहेगा4 फरवरी को विवाह का सबसे बड़ा मुहूर्त है। इसी दिन वोटिंग भी है। लोगों को तो परेशानी होगी ही वोटिंग भी इफेक्टेड हो सकती है।-डॉ। संजय सिंह, ज्योतिषी
लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने को लेकर तैयारी पूरी है। हमें पैरा मिलिट्री फोर्स की 50 कंपनियां दी जा रही हैं. सिक्योरिटी प्वाइंट ऑफ व्यू से हमारे पास अपना लोकल अरेंजमेंट भी है।-अतुल सक्सेना, एसपी सिटीबारावफात के दिन इलेक्शन की डेट डिक्लेयर करना समझ से बाहर है।-मौलाना मो। जहूरुल इस्लाम, शाही इमाम, दरगाह आला हजरत
Report by: Amber Chaturvedi