Bareilly: संडे को एक रोड एक्सीडेंट में एयर फोर्स बरेली के चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर ग्रुप कैप्टन अरुण किशोर भटनागर और उनकी वाइफ डॉ. स्मिता की मौत हो गई. इस हादसे में ग्रुप कैप्टन की 18 वर्षीय बेटी ख्याति गंभीर रूप से घायल हो गई जिसे कॉसमॉस हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया. ग्रुप कैप्टन की कार दिल्ली जाते वक्त मुरादाबाद बाइपास पर सामने से आ रही एक स्कॉर्पियो से टकरा गई. मौके से स्कॉर्पियो कार और उसके ड्राइवर को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है. स्कॉर्पियो नोएडा स्थित एसआर ऑयल कंपनी के जीएम की बताई जा रही है.


दिल्ली से पकडऩी थी फ्लाइटबरेली एयर फोर्स स्टेशन से मिली जानकारी के मुताबिक, ग्रुप कैप्टन एके भटनागर का कुछ ही दिनों पहले हैदराबाद ट्रांसफर हुआ था। ग्रुप कैप्टन की बड़ी बेटी कृति भटनागर दिल्ली में जॉब करती है और पूरा परिवार उन्हीं के पास शिफ्ट हो रहा था। उन्होंने अपना सारा सामान रोड ट्रांसपोर्ट के जरिए पहले ही दिल्ली भेज दिया था। संडे को ग्रुप कैप्टन एके भटनागर अपनी वाइफ डॉ। स्मिता भटनागरऔर छोटी बेटी ख्याति के साथ स्विफ्ट कार से दिल्ली जा रहे थे। एके भटनागर कार खुद ही ड्राइव कर रहे थे। दिल्ली से उन्हें हैदराबाद की फ्लाइट पकडऩी थी। वाइफ की भी मौत


इसी दौरान मुरादाबाद बाईपास पार करते वक्त एके भटनागर की स्विफ्ट कार सामने से आ रही स्कॉर्पियो से टकरा गई। गाडिय़ों की भिड़ंत काफी जोरदार हुई, जिसमें ग्रुप कैप्टन अरुण किशोर भटनागर तथा बगल की सीट पर बैठीं उनकी वाइफ ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वहीं उनकी छोटी बेटी गंभीर रूप से इंजर्ड हो गई, जिसे महानगर के कॉसमॉस हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। इस खबर से बरेली एयर फोर्स स्टेशन में शोक की लहर दौड़ पड़ी और फौरन ही एयर फोर्स की एक टीम मौके पर रवाना की गई। वहां उनका सलामी के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

बरेली क्लब के थे मेंबरग्रुप कैप्टन एके भटनागर काफी समय से बरेली क्लब की मेंबर टीम में भी शामिल रहे। सैटरडे को वो बरेली क्लब में डांस प्रोग्राम में भी आए थे। एयर फोर्स स्टेशन के इंप्लॉई एचएस मदन ने बताया कि कुछ ही दिनों पहले उसकी मुलाकात एके भटनागर से हुई थी। उसने बताया कि उसे कुछ ऑफिशियल  प्रॉब्लम थी जिसे उसने ग्रुप कैप्टन के साथ शेयर किया था। ग्रुप कैप्टन ने उसकी प्रॉब्लम को जल्द से जल्द सॉल्व करने की बात कही थी। इसी दौरान वो मुरादाबाद रूट पर हादसे का शिकार हो गए।ख्याति का आज आएगा रिजल्टग्रुप कैप्टन अरुण किशोर भटनागर बरेली एयरफोर्स में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी का दायित्व भी संभाले हुए थे, जबकि उनकी वाइफ डॉ। स्मिता बरेली के ज्योति डिग्री कॉलेज में डिपार्टमेंट ऑफ एलॉइड हेल्थ साइंस में बायोटेक की एचओडी के रूप में कार्यरत थीं। वहीं ख्याति ने इसी साल जीआरएम स्कूल से 12वीं बोर्ड की परीक्षा दी थी। ज्योति डिग्री कॉलेज के डायरेक्टर डीडी रावत ने बताया कि थर्सडे को ही डॉ। स्मिता को फेयरवेल दी गई थी, जबकि ग्रुप कैप्टन अरुण किशोर भटनागर की फेयरवेल एयर फोर्स, बरेली द्वारा दी जानी बाकी थी।निभाई उत्कृष्ट भूमिका

ग्रुप कैप्टन एके भटनागर ने एमएससी, एमफिल करने के बाद 7 जून 1986 को एयर फोर्स ज्वॉइन की। उन्हें एयर टै्रफिक कंट्रोल ब्रांच में प्रशासनिक पद दिया गया। उन्होंने फील्ड यूनिट्स और विभिन्न कमांड हेडक्वार्टर में उत्कृष्ट भूमिका निभाई। ग्रुप कैप्टन एके भटनागर 20 अप्रैल 2009 से अभी तक एयर फोर्स स्टेशन बरेली में तैनात थे। वे अपने पीछे दो बेटियां कृति और ख्याति भटनागर को छ़ोड़ गए।

Posted By: Inextlive