तो कम हो जाएगी बीएड की सीटें
- एनसीटीई के नए नियमों के तहत अब मैक्सिम 100 सीटों का ही होगा बीएड कॉलेज
- बीसीबी समेत कई कॉलेजेज की सीटें होंगी कम BAREILLY: नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजूकेशन (एनसीटीई) ने बीएड, एमएड और बीपीएड के कॉलेजेज की मान्यता के नियमों में बदलाव किया है। उससे कॉलेजेज की मुसीबत बढ़ने वाली है। खासकर निजी कॉलेजेज की। नए नियमों के तहत अब किसी भी कॉलेज को क्00 से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी। नए नियम ना केवल नए कॉलेजेज पर लागू होंगे बल्कि जो पहले से स्थापित हैं उनपर भी लागू होंगे। ऐसे में जिन कॉलेज की सीटें निर्धारित से ज्यादा उनकी कम होना तय है। आरयू से एफिलिएटेड निजी कॉलेजेज के पास ही सीटों की संख्या ज्यादा है। एनसीटीई ने नए नियम जारी कर इसके अनुसार कॉलेजेज से शपथ पत्र मांगा है। शपथ पत्र के साथ कॉलेजेज को इंफ्रास्ट्रक्चर का पूरा ब्यौरा भी देना होगा।बीएड कोर्स के साथ किया बदलाव
एनसीटीई ने नए सत्र से बीएड कोर्स को दो वर्ष का कर दिया है। इससे पहले कोर्स एक वर्ष का ही था। कोर्स के टेन्योर में बदलाव करते हुए इसके करिकुलम में भी बदलाव किया है। यही नहीं एनसीटीई ने कॉलेजेज को मान्यता देने के रेगुलेशंस में भी बदलाव कर दिया है। इस नए रेगुलेशंस के तहत कई प्रकार की गाइडलाइंस जारी की गई हैं। इन गाइडलाइंस को ना केवल नए स्थापित होने वाले कॉलेजेज को फॉलो करना होगा बल्कि जो पहले से स्थापित हैं उन्हें भी फॉलो करना होगा। एक तरह से अब सभी कॉलेजेज को नए रेगुलेशंस के तहत नए सिरे से मान्यता लेनी होगी।
क्00 से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगीनए रेगुलेशन में जो सबसे अहम बात सभी कॉलेजेज को खाई जा रही है वह है बीएड की सीटें। एनसीटीई ने अब किसी भी कॉलेज को क्00 से ज्यादा सीटें देने से मना कर दिया है। आरयू से एफिलिएटेड करीब म्0 से ज्यादा बीएड कॉलेजेज हैं। जिनमें 8 अनुदानित हैं। इनमें करीब 8 हजार से ज्यादा सीटें हैं। आरयू में बीएड के तहत तीन कोर्सेज कंडक्ट किए जाते हैं। सभी मिलाकर ख्ख्0 सीटें हैं। जबकि बीसीबी में बीएड की क्क्0 सीटें हैं। अधिकांश निजी कॉलेजेज में ही क्00 से ज्यादा सीटें हैं। कई ऐसे कॉलेजेज है जहां पर ख्00 से ज्यादा सीटें हैं। अब नए रेगुलेशन के तहत किसी भी कॉलेज में क्00 से ज्यादा नहीं होगी। या तो उन्हें भ्0 सीट या फिर क्00 सीट की ही मान्यता मिलेगी। ऐसे में बीसीबी समेत ऐसे तमाम निजी कॉलेजेज की सीटें कम होना तय है।
दो यूनिट में किया क्लास
दरअसल एनसीटीई ने एक यूनिट के क्00 सीटों को घटाकर भ्0 कर दिया है। ऐसे में अब एक यूनिट भ्0 सीट की हो गई है। ऐसे में कॉलेजेज को या तो एक यूनिट की मान्यता मिलेगी या फिर दो यूनिटी की। यही नहीं एनसीटीई ने इंफ्रास्ट्रक्चर का पूरा ब्यौरा भी मांगा है। उसके आधार पर ही कॉलेज को यूनिट जारी होगी। ऐसे यह माना जा रहा है कि कई कॉलेजेज को भ्0 से ज्यादा सीट मिल ही नहीं सकती। कॉलेज अपने इंफ्रास्ट्रक्चर के अनुसार ही यूनिट की ंिडमांड करेगा। किसी भी कॉलेज को दो यूनिट से ज्यादा की मान्यता नहीं दी जाएगी।