बच्चा स्कूल जाता हो या फिर घर पर हो उसकी सेहत का ख्याल रखना पैरेंट्स की अहम जिम्मेदारी होती है. लेकिन कई बार बिजी लाइफ में हम यह भूल जाते हैं या फिर कुछ लापरवाही कर देते हंै तो यह अच्छी बात नहीं है.

बरेली (ब्यूरो)। बच्चा स्कूल जाता हो या फिर घर पर हो उसकी सेहत का ख्याल रखना पैरेंट्स की अहम जिम्मेदारी होती है। लेकिन कई बार बिजी लाइफ में हम यह भूल जाते हैं या फिर कुछ लापरवाही कर देते हंै, तो यह अच्छी बात नहीं है। ऐसा करने से बच्चे की हेल्थ पर अच्छा प्रभाव नहीं पड़ेगा। ये कहना है डॉक्टर्स का। डाबर वीटा और नरिश प्रजेंट्स दैनिक जागरण आईनेक्स्ट हेल्थ मीटर कैंप में वेडनसडे को स्कूलों में बच्चों का हेल्थ चेकअप किया गया। इस दौरान डॉक्टर्स ने बच्चों का हेल्थ स्कोर उनके रिपोर्ट कार्ड में अंकित किया और पैरेंट्स को जरूरी इंस्ट्रक्शंस भी दिए।

स्क्रीन पर बिताएं कम टाइम
हेल्थ चेकअप कैंप में सैटरडे को दो स्कूलों में कैंप का आयोजन किया गया। शहर के इज्जतनगर के वीरसावरकर नगर स्थित ऐलेन किड्स और इज्जतनगर के आकांक्षा इंक्लेव स्थित सेंट जेवियर स्कूल में हेल्थ चेकअप कैंप का आयोजन हुआ। स्कूल में ही डॉक्टर्स की टीम पहुंची और बच्चों की प्रॉपर हेल्थ की जांच की गई। इसमें आई, डेंटल एक्सपर्ट और फिजिशियन भी मौजूद रहे। आई एक्सपर्ट का कहना था कि आजकल कम रोशनी में बच्चों का स्क्रीन टाइम अधिक बिताना उनकी आई साइट पर इफेक्ट डाल रहा है। वहीं डेंटिस्ट्स का कहना था कि बच्चों को प्रॉपर ब्रशिंग की आदत डाली जानी चाहिए, जिससे वह ओरल हाइजीन को मेंटन कर सकें।


हेल्थ स्कोर कार्ड में रिपोर्ट
डॉक्टर्स ने बच्चों का कंप्लीट चेकअप कर उन्हें उनकी हेल्थ का स्कोर कार्ड भी फिल करके दिया। हेल्थ कार्ड में लिखा था कि उनके दांतों और मसूड़ों की क्या स्थित है। हाइजीन का लेवल क्या है। आंखों में रोशनी पर्याप्त है या आई साइट वीक हो गई है। बच्चे को जुकाम बुखार है या वह पूरी तरह से फिट है। यह रिपोर्ट कार्ड ले जाकर बच्चे पैरेंट्स को दिखाएंगे, जिससे उन्हें पता चलेगा कि हेल्दी पैरेंटिंग में कहां कमी रह गई है।

नेल्स की सफाई जरूरी
हेल्थ चैकअप कैंप के दौरान डॉक्टर्स ने बच्चों के हाथ के नेल्स भी चेक किए। जिसमें कई बच्चों ने नेल्स बड़े तो किसी के नेल्स में गंदगी भी पाई। इस पर डॉक्टर्स का कहना था कि बड़े नेल्स से उसमें गंदगी रह जाती है गंदगी से हाइजीन लेवल लॉस होता है। गंदगी नाखूनों के सहारे पेट में जाती है और इंफेक्शन के आसार बढ़ जाते हैं। बालों की सफाई नहीं होने से खुजली होती है और रूसी आंखों की पलकों पर जमने लगती है। डॉक्टर्स ने बच्चों को प्रॉपरली नेल्स और हेयर कट कराने की हिदायत भी दी।

बच्चों को दें पौष्टिक भोजन
डॉक्टर्स की टीम का कहना था कि बच्चों को घर हो या फिर स्कूल के लिए टिफिन दें तो ध्यान रखें कि हमेशा पौष्टिक भोजन ही दें। फास्ट फूड से बचने की कोशिश करनी चाहिए। इससे बॉडी को प्रॉपर न्यूट्रिशयन नहीं मिलता है। अधिक कैलोरी होने से फैट बढ़ जाता है प्रोटीन और विटामिन मिनरल्स की मात्रा कम होने से बच्चा जल्दी थक जाता है और उसे पढ़ाई में दिक्कत होती है। इससे बच्चे की ग्रोथ पर भी इफेक्ट पड़ता है। इसीलिए माताओं को चाहिए कि टिफिन में घर का बना हेल्दी फूड ही सर्व करें।

कई बच्चों की आई साइड वीक
हेल्थ चेकअप कैंप में एक्सपर्ट ने बच्चों की आई साइट जांची तो कई बच्चों की आई साइट वीक निकली। जब बच्चों से एक्सपर्ट ने उनकी दिनचर्या के बारे में जाना तो पता चला कि बच्चे मोबाइल आदि स्क्रीन पर अधिक टाइम देते हैं। ऐसे में उन्हें सावधानी बरतने की भी हिदायत दी इसके साथ ही आई साइट ठीक रहे इसके भी टिप्स दिए।


हमारे स्पांसर
डाबर वीटा
नरिश
अनमोल
लेबल अप

इन स्कूलों में लगा कैंप
-ऐलेन किडस स्कूल, वीरसावरकर नगर, इज्जतनगर बरेली
-सेंट जेवियर स्कूल, आकांक्षा इंक्लेव, इज्जतनगर बरेली

यह डॉक्टर्स और एक्सपर्ट रहे
डॉ। अनूप आर्या डेंटिस्ट
डॉ। पुनीत लुनियाल डेंटिस्ट
डॉ। बरखा लुनियाल, फिजिशियन
अनिल कुमार पांडेय ऑप्टोमेट्रिस्ट
विनोद गंगवार, ऑप्टोमेट्रिस्ट

Posted By: Inextlive