गत नवम्बर माह में कॉलेज में दो छात्र गुटों के बीच जमकर भिड़ंत हुई थी

कॉलेज के प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने दोनों छात्र गुटों के 18 स्टूडेंट्स पर दर्ज करा दिया था मुकदमा

BAREILLY: अराजक स्टूडेंट्स को कैंपस में इंट्री दी जाए की नहीं, उनके एडमिशन निरस्त किए जाए की नहीं। इस संबंध में कॉलेज लीगल ओपीनियन लेने का मन बना चुका है। गत नवम्बर माह में कॉलेज में दो छात्र गुटों के बीच जमकर भिड़ंत हुई थी। जमकर पत्थरबाजी हुई और लाठी डंडे चले। कुछ छात्रों ने कैंपस में खड़ी बाइक में आग भी लगा दी थी। इस संबंध में कॉलेज के प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने दोनों छात्र गुटों के क्8 स्टूडेंट्स पर मुकदमा दर्ज करा दिया था। साथ ही पुलिस व प्रशासन से इस संबंध में उन्हें कॉलेज से बाहर करने के लिए मदद भी मांगी थी, लेकिन नए सेशन में ये स्टूडेंट्स बेधड़क कैंपस में आते जाते हैं और उन्होंने एडमिशन भी ले लिया है।

अंडरटेकिंग के आधार पर एडमिशन

जिन क्8 स्टूडेंट्स पर अराजकता फैलाने के आरोप में कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था, उनमें कई एडमिशन ले चुके हैं और कइयों का एडमिशन हो भी रहा है। ऐसे स्टूडेंट्स रोजाना कैंपस में बेधड़क आते-जाते रहते हैं। ऐसे स्टूडेंट्स को कैंपस में बैन करने की मांग स्वंय कॉलेज का प्रॉक्टोरियल बोर्ड भी उठा चुका है। ऐसे स्टूडेंट्स को अब कॉलेज अंडरटेकिंग लेगा। साथ ही इनके संबंध में लीगल ओपीनियन भी लेगा क्योंकि अभी मामला कोर्ट में विचाराधीन है। ऐसे में कॉलेज अपने स्तर से कोई गंभीर कदम नहीं उठाना चाहता। प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव ने बताया कि इनके संबंध में हम विधिक राय लेंगे कि क्या ऐसी सिचुएशन में इनकी कैंपस में इंट्री बंद कर दी जाए। क्या एडमिशन कैंसिल किया जा सकता है। उनसे अंडरटेकिंग भी कुछ ऐसा ही लिया जाएगा कि भविष्य में एसी सिचुएशन आई तो उनका एडमिशन कैंसिल कर दिया जाएगा।

Posted By: Inextlive