बीसीबी के टीचर्स करेंगे एग्जाम का बायकॉट
BAREILLY: बीसीबी की टीचर के साथ छात्रनेता की बदसलूकी का प्रकरण अब तूल पकड़ते जा रहा है। इस प्रकरण में कॉलेज ने भी अपने स्तर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की और न ही पुलिस प्रशासन ने, जिसको लेकर कॉलेज के समस्त टीचर्स में आक्रोश फैल गया है। टीचर एसोसिएशन अब कॉलेज से आर-पार की लड़ाई करने के मूड में है। इसको लेकर वेडनसडे को एसोसिएशन ने आम सभा भी की। सभी टीचर्स अब कार्रवाई की मांग को लेकर एग्जाम का बहिष्कार करने पर उतारू हो गए हैं। उनके अल्टीमेटम दिए जाने के बाद से कॉलेज प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं।
उदंड छात्रनेताओं पर बैन की मांगआम सभा में अधिकांश रेगुलर टीचर्स उपस्थित रहे। टीचर्स एक-एक करके उदंड छात्रनेताओं की हरकतों को बयां करने लगे। टीचर्स ने कहा कि इससे पहले भी छात्रनेता अभद्रता और बदसलूकी की सारी हदें पार कर चुके हैं। लेकिन हर बार कॉलेज और पुलिस के ढीले रवैया के कारण ये बच निकलते हैं और उनके हौसले बढ़ते ही जा रहे हैं। इस बार टीचर्स ने इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराने का मन बना लिया है। टीचर्स एसोसिएशन के सेक्रेट्री डॉ। वीपी सिंह ने बताया कि हृदयेश यादव समेत तमाम ऐसे छात्रनेताओं पर कैंपस में एंट्री पर बैन लगाया जाए। कॉलेज ने यह कदम नहीं उठाया तो फ्राइडे को सभी टीचर्स परीक्षा कार्यो का बहिष्कार करेंगे।
तो एग्जाम में होगी अव्यवस्था एग्जाम में अधिकांश कक्ष निरीक्षक की भूमिका बाहरी टीचर्स निभा रहे हैं। लेकिन एग्जाम की मेन व्यवस्था का जिम्मा कॉलेज के टीचर्स ने संभाल रखा है। ऐसे में टीचर्स ने परीक्षा कार्य का बहिष्कार कर दिया तो एग्जाम में पूरी तरह से अव्यवस्था फैल जाएगी। न कॉपियां पहुंचाई जाएंगी और न ही क्वेश्चन पेपर्स। यही नहीं इनको संभालने, काउंटिंग और कलेक्शन के कार्य पर भी भारी असर पड़ेगा।