सछास जिलाध्यक्ष हृदयेश यादव को बीसीबी से पुलिस ने किया गिरफ्तार

विरोध में स्टूडेंट्स ने बीसीबी गेट पर पुलिस का गाड़ी रोकी, दिया धरना

पुलिस के साथ स्टूडेंट्स की झड़प, मजबूरी व दबाव में किया गया रिहा

BAREILLY:

समाजवादी छात्रसभा के जिलाध्यक्ष हृदयेश यादव को पुलिस ने मंडे को बीसीबी कॉलेज से गिरफ्तार कर लिया। सछास के इस स्टूडेंट लीडर पर बरेली कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर क्षमा द्विवेदी के साथ सैटरडे को गाली गलौज करने का गंभीर आरोप लगा था। पीडि़त शिक्षिका व शिक्षक संघ ने बारादरी थाना में छात्र नेता के खिलाफ तहरीर दी थी। मंडे को दोपहर करीब 3.45 बजे कॉलेज के बॉटनी डिपार्टमेंट के पास साथियों संग खड़े हृदयेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद कॉलेज में स्टूडेंट्स, पुलिस और कॉलेज प्रशासन के बीच डेढ़ घंटे तक गिरफ्तारी, हंगामा, नारेबाजी और समझौते का जो ड्रामा चला वह स्टूडेंट लीडर की कॉलेज में ही रिहाई पर जाकर खत्म हुआ।

फिल्मी स्टाइल में रोकी पुलिस की जीप

पुलिस हृदयेश को गिरफ्तार कर कॉलेज के पूर्वी गेट की ओर बढ़ी। वैसे ही बिल्कुल फिल्मी स्टाइल में एक रेड कलर की गाड़ी गेट पर पुलिस की जीप के सामने खड़ी हो गई। जीप से निकले स्टूडेंट्स ने पुलिस की जीप घेर ली। स्टूडेंट्स ने बीसीबी गेट को पूरी तरह बंद कर सड़क पर लेटकर धरना शुरू कर दिया।

पुलिस के साथ की अभद्रता

कॉलेज के गेट पर ही सैकड़ों स्टूडेंट्स से घेर लिए जाने पर पुलिस टीम ने कंट्रोल रूम को सूचना दी। इस बीच स्टूडेंट लीडर की रिहाई को लेकर स्टूडेंट्स की पुलिस टीम से तीखी झड़प हो गई। पुलिस टीम को घेर लिए जाने और हंगामे की जानकारी मिलते ही एसपी सिटी राजीव मल्होत्रा व सीओ फ‌र्स्ट मुकुल द्विवेदी मौके पर पहुंचे और स्थिति को काबू में करने की कोि1शश की।

पुलिस-कॉलेज प्रशासन ने घुटने टेके

कॉलेज के पूर्वी गेट के साथ ही पूरी व्यवस्था को हाईजैक करने वाले स्टूडेंट्स ने हृदयेश की तुरंत रिहाई तक धरना खत्म न करने की चेतावनी दी। करीब डेढ़ घंटे तक चले इस हंगामे के खत्म न होने के आसार देख प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव की अगुवाई में कॉलेज प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने गुफ्तगू की। शाम 5.20 बजने तक हंगामे का हल न निकलता देख पुलिस व कॉलेज प्रशासन ने आपसी सहमति से आरोपी स्टूडेंट लीडर को माफी मांगने की शर्त पर रिहा करने का फैसला लिया।

माफी से इनकार, शान से रिहा

एसपी सिटी ने कॉलेज प्रशासन व स्टूडेंट्स के बीच समझौता कराते हुए मामला खत्म करने की पहल की। इस पर आरयू से पूर्व अध्यक्ष चुने गए स्टूडेंट लीडर शिवप्रताप सिंह ने आरोपी छात्र की ओर से हाथ जोड़कर मामले के लिए माफी मांगी। साथ ही टीचर्स को भी बात इगो पर न लेने की नसीहत दी। इस पर आरोपी स्टूडेंट लीडर से टीचर से माफी मांगने को कहा गया, तो वह साफ मुकर गया। मामला गर्माता देख पुलिस ने उसे रिहा कर दिया। इसके बाद स्टूडेंट्स ने हृदयेश को कंधे पर उठाकर नारे लगाते हुए जीत का जश्न मनाया।

एफआईआर पर एसपी सिटी का झूठ

हृदयेश की रिहाई को लेकर पुलिस ने जो बयानबाजी की, वह पूरी तरह इस मामले में ऊपर से पड़े दबाव की तस्वीर बयां कर रही है। एसपी सिटी ने एफआईआर सैटरडे रात को ही दर्ज होने और मामले को बेलेबल बताते हुए हृदयेश को रिहा किए जाने की बात कुबूल की। हालांकि इस बयान से आरोपी स्टूडेंट के खिलाफ हुई एफआईआर पर सवाल फंस गया कि सैटरडे को ही अगर एफआईआर दर्ज हो गई थी, तो बारादरी थाना के रिकॉर्ड में मंडे दोपहर साढ़े 12 बजे मुकदमा क्यों दर्ज किया गया।

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एडीएम सिटी से मिले थे टीचर्स

एडीएम सिटी ने दिए थे एसपी सिटी को आरोपी की गिरफ्तारी के निर्देश

BAREILLY:

मंडे को कॉलेज में हुए हंगामे और बवाल से पहले सुबह पीडि़त शिक्षिका डॉ। क्षमा द्विवेदी ने बीसीबी प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव को अपने साथ हुए दु‌र्व्यवहार की लिखित कंप्लेन दी। इसके बाद प्रिंसिपल ने आरोपी स्टूडेंट लीडर के खिलाफ बारादरी थाने में अभद्रता, जान से मारने की धमकी और गाली गलौज कीं तहरीर दी। वहीं दूसरी ओर शिक्षक संघ ने आरोपी स्टूडेंट लीडर की गिरफ्तारी न होने पर ट्यूजडे से परीक्षा बहिष्कार की चेतावनी देते हुए प्रिंसिपल से फिर मुलाकात की। इसके बाद भी दोपहर फ् बजे तक कार्रवाई न होने पर शिक्षक संघ ने एडीएम सिटी से मुलाकात की, जिसके बाद एडीएम सिटी ने एसपी सिटी को आरोपी स्टूडेंट के खिलाफ गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे।

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आरोपी के खिलाफ सैटरडे को ही मुकदमा दर्ज हो गया था। कार्रवाई के तहत आरोपी की गिरफ्तारी हुई। 7 साल से कम की सजा के चलते मामले में बेल मिल जाती है। प्रोसेस के तहत ही आरोपी की रिहाई की गई है। - राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive