बरेली : ये मच्छर तो रंग बदलता है
बरेली (ब्यूरो)। डेंगू का मच्छर भी अब बहुरुपिया हो गया है। क्योंकि ये अब स्ट्रेन बदलने लगा है। बारिश के मौसम में अभी तक डेंगू के केसेस सामने आया करते थे लेकिन अब ये बारिश से पहले ही इसके कई केसेस सामने आ चुके हैं। डेंगू के केसेस के आंकड़ों पर गौर करें तो बारिश तो अभी शुरू हुआ है लेकिन इसके केसेस 20 के करीब पहुंच चुके हैं। यानि कहा जाए बारिश के मौसम में होने वाली बीमारी अब हर मौसम में होने लगी है यानि बारिश से पहले ही इसमें से अधिक केसेस आ चुके है। डॉक्टर्स की माने तो डेंगू के केसेस अभी तक फस्र्ट और सेकंड स्ट्रेन ही थी लेकिन बेंगलुरु और मुंबई के आने वाले डेंगू संक्रमितों में स्ट्रेन थ्री ही मिला है। वहीं डेंगू का मच्छर भी बहरुपिया हो चुका है क्योंकि यह स्ट्रेन के म्यूटेंट भी बदल रहा है। हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि डेंगू का स्ट्रेन को सा भी हो लेकिन लक्षणों में अधिक भिन्नता नहीं होती है।
अब हर सीजन में डेंगू
बारिश के मौसम में ही पनपने वाला डेंगू अब किसी भी मौसम में होने के चांसेस बढ़ गए हैं। डेंगू के केसेस भी किसी मौमस में निकल आते हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि अभी तक डेंगू के केसेस जून, जुलाई और अगस्त में ही मिलते थे। लेकिन अब जून, जुलाई, अगस्त, सितम्बर और अक्टूबर तक निकलते रहते हैं। इसका कारण है कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है। मच्छर तक हर मौसम में होता है बस डेंगू के मच्छर को पनपने के लिए कोई जगह चाहिए होती है। जहां कहीं पर भी उसे साफ पानी मिलता है लार्वा पनपने लगता है। लार्वा लोगों के घरों में चलने वाले कूलर, गमला आदि कहीं भी लार्वा पनप जाता है। इसके लिए हमें अवेयर रहने की जरूरत है। बारिश ही नहंी किसी भी मौसम में घर या उसके आसपास के एरिया में पानी न पनपने दें।
बाहर से पहुंचा बदला स्टे्रन
डॉक्टर्स की माने तो बरेली में स्टे्रन टू और फोर ही है, जो कम खतरनाक है। जबकि स्ट्रेन थ्री अधिक खतरनाक होता है ये बरेली में अभी तक नहीं था। मुंबई और बेंगलुरु से आने वाले लोगों को जो डेंगू निकला उसमें ही स्ट्रेन थ्री के लक्षण मिले। इसीलिए अब बाहर से आने वालों के कारण स्ट्रेन थ्री बरेली तक पहुंचा है। लेकिन इसमें अभी तक टू और थ्री के केसेस ही बरेली में निकले हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि अभी तक बरेली में स्ट्रेन थ्री के केसेस सिर्फ बाहर से आने वालों में ही मिले हैं। अभी तक दो साल पहले की बात करें तो स्ट्रेन वन ही था अब स्ट्रेन टू तक पहुंच गया है। स्ट्रेन थ्री बाहर वालों में मिला है।
डेंगू के लक्षण
-तेज बुखार
-सिरदर्द
-जी मचलाना
-उल्टी
-आंखों के पीछे दर्द
-टिश्यूज में सूजन
-दाने के साथ-साथ मांसपेशियों
-हड्डियों या जोड़ों में दर्द
-शौच या उल्टी के साथ खून
इस तरह करें बचाव
-अपनी स्किन ढक कर रखें, ताकि मच्छरों के काटने की संभावना कम हो। कोशिश करें फुल बांह वाले शर्ट-पैंट आदि का इस्तेमाल करें।
-डेंगू के मच्छर सुबह या शाम के समय ज्यादा सक्रिय रहते हैं। ऐसे में इस समय बाहर निकलने से बचें।
-डेंगू से बचाव के लिए जरूरी है कि खुद को मच्छरों से बचाकर रखें। इसके लिए आप मॉस्किटो रेपेलेंट जिसमें डाइथाइलटोलुआमाइड (डीईईटी) का इस्तेमाल कर सकते हैं।
-किसी वायरस की चपेट में आने से व्यक्ति अन्य बीमारियों के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो जाता है। ऐसे में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
-एडीज मच्छर साफ और रूके हुए पानी में पनपता है। ऐसे में पानी के बर्तन, टंकी आदि को हमेशा ढककर रखें।
-किसी भी बर्तन या सामान को उल्टा रखें, ताकि इनमें पानी इक_ा न हो और मच्छरों को पनपने का मौका न मिलें।