शहर की रोड््स का स्मार्ट सिटी के तहत चौड़ीकरण किया गया ताकि लोगों को जाम से निजात मिल सके. सडक़ों को चौड़ीकरण भी हो गया लेकिन इन सडक़ों पर जाम से निजात तो मिलना दूर हादसे और होने लगे. कारण है कि जो रोड्स चौड़ी की गई उन पर लोगों ने वाहनों को पार्क करना शुरू कर दिया.

बरेली (ब्यूरो)। शहर की रोड््स का स्मार्ट सिटी के तहत चौड़ीकरण किया गया ताकि लोगों को जाम से निजात मिल सके। सडक़ों को चौड़ीकरण भी हो गया, लेकिन इन सडक़ों पर जाम से निजात तो मिलना दूर हादसे और होने लगे। कारण है कि जो रोड्स चौड़ी की गई उन पर लोगों ने वाहनों को पार्क करना शुरू कर दिया। इससे रोड्स को चौड़ीकरण में जो मोटी रकम खर्च हुई वह भी काम नहीं आ पा रही दूसरे रोड पर वाहनों की मनमानी पार्किंग से दिनभर जाम लगता है, इतना ही नहीं रोड पर वाहन होने के कई बार हादसे भी होने का डर बना रहता है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने शहर के सिविल लाइंस स्थित कलेक्ट्रेट के मेन चौराहा और उसी रोड का हाल की पड़ताल की। पढि़ए पूरी रिपोर्ट।

डीएम ऑफिस मेन गेट
शहर के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ऑफिस सहित कई बड़े अफसरों ओर जिला न्यायालय सहित अन्य अफसरों के ऑफिस के लिए कलेक्ट्रेट गेट मेन है। यहां का चौराहा और रोड से दिन भर वीआईपी मूवमेंट भी कभी होता है। डीएम, एडीएम और प्रशासन के अफसर तो दिनभर यहां मेन गेट से ही एंट्री करते हैं। लेकिन सुबह से लेकर शाम तक इतना चौड़ा चौराहा और रोड होने के बाद भी सिंगल लेन ही खाली बचता है। जबकि बाकी बचे हुए पूरे रोड पर ठेला रेडी और वाहनों की अवैध पार्किंग कर जाम लगा दिया दिया है। यहां तक कि सिंगल लेन भी निकलने वालों को ठीक से नहीं मिलता है। इससे यहां पर हर टाइम जाम की समस्या बनी रहती है।

जंक्शन जाने के लिए मेन रोड
कलेक्ट्रेट गेट और गेट के पास से गुजरने वाली रोड ही बरेली जंक्शन के लिए जाने और आने का मेन रोड है। यहां से रोड पर दिन भर वाहनों की आवाजाही रहती है। इससे लोगों यहां से निकलने के लिए दिन भर मशक्कत करनी होती है। कलेक्ट्रेट गेट के पास रोड पर इतने वाहन रोड पर पार्क होते हैं कि कलेक्ट्रेट से जंक्शन वाले वाहनों को हर टाइम जाम से परेशान होना पड़ता है और आए दिन हादसा होने का भी डर बना रहता है।

डीएम जता चुके नाराजगी
ज्ञात हो लास्ट माह डीएम ने कलेक्ट्रेट गेट से अवैध अतिक्रमण को हटवाने के साथ रोड पर वाहन पार्किंग से निजात दिलाने के अफसरों को निर्देश दिए। यहां तक कि उन्होंने निगम की टीम और पुलिस से अतिक्रमण को हटवा भी दिया। दोबारा अतिक्रमण कर रोड पर वाहन पार्किंग ने हो इसके लिए निर्देश दिए। लेकिन कुछ दिन बाद ही रोड पर पार्किंग और अतिक्रमण फिर से सज गया। इससे जो एक्शन लिया था वह भी बेकार हो गया।


स्मार्ट सिटी के तहत कहीं पर भी इस तरह की व्यवस्था नहीं की गई जहां पर टू-व्हीलर आदि पार्क हो सके। इसीलिए जो लोग मार्केट या फिर ऑफिस के काम से आते हैं वह रोड पर मनमाने ढंग से वाहन पार्क कर देते हैं। इसके लिए सबसे पहले तो वाहन पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए। ट्रैफिक डिपार्टमेंट तो समय समय पर कार्रवाई करता है।
शिवराज, एसपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive