बरेली ब्यूरो । मौसम के तेवर गर्म होते जा रहे हैं. थर्सडे को आईएमडी की साइट के अनुसार अधिकतम तापमान 38.5 और न्यूनतम तापमन 21 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विज्ञानी की मानें तो जिले में तापमान में अभी बढ़ोतरी होगी. इसका मेन कारण है कि अलनीनो अभी सक्रिय है.

बरेली (ब्यूरो)। मौसम के तेवर गर्म होते जा रहे हैं। थर्सडे को आईएमडी की साइट के अनुसार अधिकतम तापमान 38.5 और न्यूनतम तापमन 21 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञानी की मानें तो जिले में तापमान में अभी बढ़ोतरी होगी। इसका मेन कारण है कि अलनीनो अभी सक्रिय है। इस माह बारिश की भी कोई संभावना नहीं है। लोकल नमी से कुछ बादल छाए रहेंगे, लेकिन बारिश नहीं होगी न ही लू से राहत मिलेगी।

रात का तापमान डाउन
दिन और रात के तापमान में काफी अंतर दिखाई दे रहा है। दिन का तापमान जहां 40 डिग्री तक पहुंच रहा है। वहीं रात का तापमान उससे आधा यानि 22 डिग्री तक ही है। इससे जहां लोगों को दिन में तेज धूप तो रात में गर्मी से राहत भी मिल रही है, लेकिन यह कहीं न कहीं नुकसानदायक भी है। यह बीमार कर रही है।

डेट अधिकतम न्यूनतम
25 अप्रैल 38.5 21.00
24 अप्रैल 38.2 19.5
23 अप्रैल 38.9 22.6
24 अप्रैल 37.8 22.4
21 अप्रैल 37.3 24.0
20 अप्रैल 38.6 22.07
19 अप्रैल 39.3 25.0
18 अप्रैल 38.1 22.6
17 अप्रैल 36.0 22.4
16 अप्रैल 36.7 22.9
15 अप्रैल 35.4 22.2

लू से बचाव की सलाह
-पानी, छाछ, और तरल पदार्थ पीते रहें
-संभव हो तो दोपहर 12 से अपराह्न 3 बजे के बीच धूप में बाहर निकलने से बचें
-धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें
-धूप में निकलने के पहले तरल पदार्थ का सेवन करें
-सूती, ढीले एवं आरामदायक कपड़े पहनें


लू लगने पर यह करें
-व्यक्ति को ठंडे स्थान पर ले जाएं
-शरीर का तापमान कम करें
-अतिरिक्त कपड़े हटा दें
-ठंडे पानी का इस्तेमाल करें
-पंखे या एयर कंडीशनिंग का उपयोग
-आइस पैक या कोल्ड कंप्रेस
-हाइड्रेशन के लिए पानी पिलाएं
-प्याज का रस शहद में मिलाकर देना चाहिए
-मरीज के तलवे में कच्ची लौकी घिस कर लगा सकते हैं
-आम पन्ना, नीबू, पानी, टमाटर, खीरा, ककड़ी और तरबूज आदि का सेवन करें
-गर्म जगह पर जाने से बचें
-नारियल पानी आपके लिए बहुत हेल्दी होता हे यह प्राकृतिक रूप से इलेक्ट्रोलाइट को संतुलित करके शरीर को स्वस्थ्य रखता है
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लू लगने के लक्षण
-उल्टी और मतली
-जी मिचलाना
-तेज बुखार
-लूज मोशन
-त्वचा का सूखना या गर्म होना
-त्वचा का लाल होना
-डिमेंशिया
-सिरदर्द या चक्कर आना
-मांसपेशियों में ऐंठन
-बेहोशी
-धडक़न तेज होना

आयुर्वेदिक उपचार
आयुर्वेद का मानना है कि गर्मी के दिनों में ठंडी तासीर वाली चीजों का सेवन करना चाहिए। इससे शरीर में ठंडक बनी रहती है और लू लगने के चांस कम होता है। लू लगने पर आयुर्वेदिक इलाज घर पर भी कर सकते हैं।

सेव का सिरका : हीट स्ट्रोक के कारण शरीर में पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे जरूरी तत्वों की मात्रा कम हो जाती है। मिनरल और इलेक्ट्रोलाइट की कमी हो जाती है। इसकी भरपाई के लिए आप सेब के सिरके का सेवन कर सकते हैं।

बेल का शराबत : गर्मियों में बेल का शरबत बहुत ही फायदेमंद होता है। यह आपके पाचन तंत्र को सही रखता है। इसमें फाइबर और विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इससे शरीर को ठंडक पहुंचाने के साथ लू से बचाता है।

चंदन आसव : चंदन आसव एक तरह की आयर्वुेदिक औषधि पेय पदार्थ है जो चंदन और कई तरह की जड़ी बूंटियों से बनी होती है। इसकी तासीर काफी ठंडी होती है जो शरीर में जलन और गर्मी को शांत करती है।

आग से भी रखें बचाव
-गाड़ी में पेट्रोल कम भरवाएं, यानि टैंक फुल न कराएं
-धूप में गाड़ी को को देर तक खड़ी करने से बचें
-वाहन में कोई ओवर वायरिंग अपनी तरफ से न कराएं इससे शॉर्ट सर्किट होने का डर रहता है

जिम्मेदारों की ताकीद
सप्लाई होने वाले पानी में क्लोरिन की मात्रा नियमित रूप से चेक करना होगा
-नलकूप रीबोर करने के साथ पानी की नियमित सप्लाई करवानी होगी
-लू से संभावित मरीजों के इलाज के लिए अस्पतालों में बेड रिजर्व किए जाएंगे

विभागों को जिम्मा
गर्मी और लू से बचाव के लिए होने वाली समस्याओं से निपटने को 17 विभागों जिम्मा तय किया गया है। इसके लिए उन्होंने नगर निगम, बीडीए, सीडीओ, एसडीएम, जल निगम और हेल्थ विभाग समेत अन्य विभागों को भी जिम्मा दिया गया है।

शहर में प्याऊ भी गायब
गर्मी शुरू होते ही समाजसेवी और विभागों के माध्यम से प्याऊ की व्यवस्था जगह-जगह और सार्वजनिक स्थानों पर कराई जाती थी। नगर निगम की तरफ से भी प्याऊ की व्यवस्था होती थी। इस बार गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है लेकिन शहर में प्याऊ कहीं लगी नहीं दिखाई दे रही है। जो प्याऊ पहले से लगी हुई हैं वह भी बदहाल हैं या फिर उनमें पानी पीने के लिए टोंटी तक नहीं है। इससे लोगों को मुश्किल हो रही है।

रोड साइड से छांव गायब
बरेली शहर को स्मार्ट बनाने की कवायद में नगर निगम सहित अन्य निर्माण ईकाईयों ने रोड साइड के हरे भरे पेड़ों की बलि चढ़ा दी। लेकिन उनकी जगह पर नई हरियाली नहीं रोपी। इससे भीषण गर्मी में भी रोड साइड आपको छांव तलाशनी पड़ेगी। क्योंकि रोड साइड के पेड़ खत्म कर दिए हैं। जबकि यूपी के वन एवं पर्यावरण मंत्री भी इसी शहर के हैं।

अभी तापमान में लगातार बढ़ोतरी होगी। तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पार तक पहुंचने की उम्मीद है। इस माह अभी बारिश की भी संभावना नहीं है। ऐसे में लू के साथ तेज हवाएं चलेंगी। ऐसे मौसम में सावधानी बरतने की जरूरत है।
-प्रो। आरके सिंह, मौसम विज्ञानी

गर्मी में खानपान और सफाई का विशेष ध्यान रखें। तरबूज, खरबूज ककड़ी, खीरा जैसे मौसमी फल आदि का सेवन करना बेहद फायदेमंद है। दूध दही के संग पानी अधिक से अधिक पीएं। बाहर धूप में जाने से बचें खासकर धूप में ध्यान दें।
-डॉ। अजय मोहन अग्रवाल, सीनियर फिजीशियन जिला अस्पताल

Posted By: Inextlive