बरेली: स्काईवॉक तैयार, अभी शुरू होने का इंतजार
बरेली (ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी के तहत पटेल चौक पर बनाया गया स्काई वॉक बनाया गया। इससे लोगों को रोजगार भी मुहैया होना था। स्मार्ट सिटी से इस स्काईवॉक को तैयार कराने में 11.34 करोड़ रुपए भी खर्च हो गए, लेकिन इससे बरेलियंस को अभी तक कोई लाभ नहीं मिल सका। हालांकि स्मार्ट सिटी के अफसरों का कहना है कि निर्माण तो पूरा हो गया है। आचार संहिता लगने से इसको संचालित करने की टेंडर प्रक्रिया रुक गई है। अब इस टेंडर प्रक्रिया पूरी कर इसको संचालित कराया जाएगा। स्काईवॉक का टेंडर लेने वाले ठेकेदार को ही ई-क्यिोस्क का निर्माण कराकर लोगों को देना होगा। इस से ही उसे इनकम भी होगी।
सीढिय़ों के साथ लिफ्ट भी
पटेल चौक को बनाए गए स्काईवॉक पर जाने के लिए चार सीढिय़ों, एक एस्केलेटर लगाया गया है। इसके साथ की लिफ्ट नगर निगम साइड और दूसरी लिफ्ट चौकी चौराहा आने वाली रोड पर बनाई गई है। इन दोनों लिफ्ट लगाने के साथ अब एस्केलेटर लगाने का काम पूरा हो चुका है। स्काईवॉक के ऊपर ई-क्यिोस्क बनाया जाना प्रस्तावित है। ताकि स्काईवॉक पर आने-जाने वालों को घूमने फिरने के साथ खाने-पीने के आइटम को भी एंज्वॉय कर सकें।
डेकोरेशन होना बाकी
बिजली कनेक्शन के लिए लाइन भी बिछा दी गई है, लेकिन सौंदर्यीकरण अभी बाकी है। इसके लिए रंग-बिरंगी लाइटों से लेकर कैमरे तक आ गए हैं, लेकिन इनॉग्रेशन में देरी के कारण इनको नहीं लगाया गया है, जिससे खराब या चोरी न हो जाएं। इनॉग्रेशन से पहले टेंडर लेने वाले को सौंदर्यीकरण करके लाइट, कैमरों और बिजली कनेक्शन के साथ स्काई वॉक का हैंडओवर कर दिया जाएगा।
स्काई वॉक बनने का प्रस्ताव फरवरी 2021 से था, लेकिन इसे मंजूरी अप्रैल 2022 में मिली। फिर इसका काम जिम्मेदार कंपनी को 30 नवंबर 2023 तक पूरा करना था लेकिन 31 दिसंबर तक पूरा नहीं हुआ। कंपनी को अल्टीमेटम दिया गया, लेकिन कार्य फरवरी तक पूरा हो सका। वहीं इसके बाद से संचालन संस्था के टेंडर की प्रक्रिया रुकी है। यूपी में है पहला
बरेली स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अफसरों की मानें तो यूपी में पहला ऐसा स्काईवॉक बरेली में ही तैयार किया जा रहा है। स्काईवॉक की यूटिलिटी को बढ़ाने के लिए इसमें 200 कियोस्क तैयार की जाएंगी और फिर इनका एलॉटमेंट होगा। एलॉटमेंट को लेकर एक पॉलिसी के तहत होगा। स्काईवॉक पर मार्केट तैयार होने के बाद यहां पर आने वाले लोग एंज्वॉय कर सकेंगे। स्काईवॉक जमीन से 20 फिट की ऊंचाई पर बनाया गया है।
बढ़ेगा रोजगार
स्मार्ट सिटी की तरफ से बनाए जा रहे स्काईवॉक में जो कियोस्क बनेंगी, उनसे सैकड़ों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। एक कियोस्क दो बाई ढाई मीटर की होंगी। इन दुकानों का निर्माण भी स्मार्ट सिटी नहीं बल्कि इसको संचालित करने वाली संस्था को ही कराना है। कियोस्क को तैयार कराने के बाद इनको आम लोगों को आंवटित किया जाएगा।
स्काईवॉक का निर्माण पूरा होने के बाद जब इसकी दुकानें आवंटित की जाएंगी तो, इसके बाद चौराहे के आस-पास एरिया जो भी फड़-खोखे हैं, उन्हें हटाया जाएगा। उनका रोजगार चौपट न हो, इसके लिए उन्हें स्काईवॉक पर दुकानें आवंटित की जाएंगी। इसके लिए उन्हें आवंटन प्रक्रिया को फॉलो करना होगा। इसके बाद लोगों को चौराहे के आस-पास अतिक्रमण से भी निजात मिल जाएगी।
इनको मिलेगी जगह
स्काईवॉक में बनी कियोस्क किसको एलॉट होंगी, इसको लेकर भी स्मार्ट सिटी अफसरों का कहना है कि टेंडर प्रक्रिया के बाद किया जाएगा। बताया कि इन कियोस्क में काफी कैफे, पान का स्टाल, कोल्ड ड्रिंक के साथ मैगी प्वाइंट आदि होंगी। दुकानों के स्पेश के हिसाब से एलॉट किया जाएगा। यह पहले ही तय कर लिया जाएगा कि जो कियोस्क अलॉट की जा रही है उसमें किस आइटम की शॉप ओपन होगी। स्काईवॉक पर आने-जाने के लिए लिफ्ट भी हैं और एस्केलेटर भी। इनके संचालन के लिए 24 घंटे बिजली की जरूरत होगी। इसके अलावा यहां जो मार्केट होगी, उसके लिए भी बिजली की जरूरत होगी। इसको ध्यान में रखते ही स्काईवॉक पर 24 घंटे बिजली सप्लाई की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए 280 केवीए के चार ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे हैं। लेकिन अभी टेंडर प्रक्रिया के बाद ही बिजली कनेक्शन लगाया जाएगा।