बरेली : पानी संकट से लोग परेशान, लीकेज से नगर निगम को वास्ता नहीं
बरेली (ब्यूरो)। बरेलियंस को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना नगर निगम जिम्मेदारी है, पर गर्मी बढऩे से शहर के कई एरियाज में पानी की सप्लाई इस कदर बाधित है कि लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। पानी जैसी मूलभूत जरूरत पूरी नहीं होने से परेशान लोग हर स्तर पर अपनी इस परेशानी को बयां भी कर रहे हैं। समाधान नहीं होने पर यह परेशान हाल लोग नगर निगम कार्यालय पहुंचकर अपना विरोध भी दर्ज करा रहे हैं। इसके बाद भी उन्हें पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। इसके पीछे के कारणों को समझने और उसका निराकरण करने को लेकर नगर निगम कितना गंभीर है, यह शहर की सडक़ों पर जहां-तहां लीकेज से रीसता पानी बयां कर रहा है.दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने जब इस समस्या का रियलिटी चेक किया तो कुछ इस तरह की तस्वीर नजर आई
आईवीआरआई रोड
आईवीआरआई रोड से भी नगर निगम की पेयजल पाइप लाइन गुजर रही है। यह पाइप लाइन कितनी कमजोर है, इसकी हकीकत यहां जगह-जगह लीकेज से बयां हो रही है। इस रोड पर आईवीआरआई से डेलापीर की ओर एक साइड पर दो सौ मीटर की दूरी में ही करीब आठ जगह पाइप लाइन लीक है। इन लीकेज से महीनों से पानी बह रहा है। आस-पास के लोगों को कहना है कि वह नगर निगम में इसकी जानकारी भी दे चुके हैं, पर कोई यहां देखने तक को नहीं आता है। इन लीकेज से हर रोज सैकड़ों गैलन पानी की बर्बादी हो रही है। इन लीकेज के चलते पाइप लाइन में पानी को फोर्स भी कम हो जात है और इससे लोगों के घरों में पानी कम पहुंचता है। लोगों की शिकायत है उनकी छत में टैंक तक यह पानी पहुंच ही नहीं पाता है।
पीलीभीत बाईपास रोड
पीलीभीत बाईपास रोड से लगी हुई कॉलोनीज में मुंशीनगर के ओवरहेड टैंक से नगर निगम की पानी की सप्लाई पहुंचती है। यह पानी की लाइन सपा शासन काल में बिछाई गई थी। इस लाइन में जो पीवीसी का पाइप बिछाया गया है, उसकी गुणवत्ता कैसी यह यहां लीकेज से पता चलता है। इस रोड पर भी कई जगह पाइप लाइन लीक है, जिससे लंबे समय से पानी बह रहा है। इस लीकेज के चलते यहां भी लोगों के घरों में पानी कम फोर्स से पहुंंचता है। इसके अलावा लीकेज से गंदा पानी भी घरों में पहुंंचता है। गंदा पानी सप्लाई होने की शिकायत लेकर भी लोग नगर निगम पहुंचते हैं, पर इसका कोई समाधान नहीं हो पाता है। इस एरिया के हजारों घरों में गंदा पानी सप्लाई होने से लोग खासे परेशान है। इस दूषित पानी बीमारी का खतरा भी बढ़ रहा है।