बरेली ब्यूरो । शहर के कई स्कूल्स में समर वैकेशन्स स्टार्ट हो गए हैैं. कई पेरेंट्स पांच से 10 दिन का कहीं बाहर घूमने का प्लान कर रहे होंगे. कोई घर पर रह कर अपनी समर वैकेशन को यूटिलाइज करने को सोच रहे होंगे. ऐसे में बच्चे अपने बच्चे को बिजी रखने के लिए हमें बच्चों को नई-नई तरह की स्किल सिखानी चाहिए जिससे बच्चा अपने टाइम का सही से यूटीलाइजेशन कर पाए.

बरेली (ब्यूरो)। शहर के कई स्कूल्स में समर वैकेशन्स स्टार्ट हो गए हैैं। कई पेरेंट्स पांच से 10 दिन का कहीं बाहर घूमने का प्लान कर रहे होंगे। कोई घर पर रह कर अपनी समर वैकेशन को यूटिलाइज करने को सोच रहे होंगे। ऐसे में बच्चे अपने बच्चे को बिजी रखने के लिए हमें बच्चों को नई-नई तरह की स्किल सिखानी चाहिए, जिससे बच्चा अपने टाइम का सही से यूटीलाइजेशन कर पाए। नहीं तो बच्चा अपने आप को बिजी रखने के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल करेंगे, कई टीवी-मूवीज देखने में बिजी रहेगा। यह कहीं से भी बच्चों के लिए हैल्दी नहीं हैै। ऐसे में न सिर्फ बच्चे अपना टाइम वेस्ट करते हैै। यह पेरेंट्स की जिम्मेदारी है कि वे अपने बच्चों की इच्छा के अनुसार उन्हें नई-नई चीजें सिखाएं।

हर तरह की एक्टिविटीज
अलग-अलग स्कूल्स में समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इसके अलावा शहर में कई तरह के समर कैंप लगाए जा रहे हैैं। इसमें पेरेंट्स को अपने बच्चों का पार्टिसिपेट कराना चाहिए। इससे न सिर्फ बच्चे नई-नई एक्टिविटीज सीखेंगे, बल्कि कई तरह की गेम में आगे भी बढ़ेंगे।

स्क्रीन टाइम भी होगा कम
30 से 40 दिन की समर हॉलीडेज में बच्चे खुद को बिजी रखने के लिए मोबाइल को अपना सहारा बना लेते हैैं। वहीं पेरेंट्स भी बच्चों को शांत रखने के लिए और खुद को फ्री रखने के लिए बच्चों को मोबाइल दे देते हैैं। यह न सिर्फ उनकी आंखों पर असर डाल रहा है बल्कि बच्चों के ओवर ऑल डेव्लपमेंट पर भी असर डालता है।

फिजिकल एक्सरसाइज है जरूरी
आजकल देखा जा रहा है कि काफी कम एज में ही बच्चे कई तरह की प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है। बच्चों को छोटे पर से ही चश्मा लग जाता है, एक्सिेस फैट और अदर कई प्रॉब्लम हो जाती है। बच्चों को फिजिकल एक्सरसाइज करने के लिए मोटिवेट करना चाहिए और मोबाइल से दूरी बनाने के लिए कहना चाहिए।

क्या-क्या खेल सकते हैैं
-फुटबॉल
-ताइक्वांडो
-बास्केटबॉल
-वॉलीबॉल
-स्वीमिंग
-योगा
-डांस
-पर्सनालिटी डेव्लपमेंट क्लास
-इंट्रूमेंटल और वोकल म्यूजिक
-मेंटल एबिलिटी
-क्रिकेट
-कुकिंग
-स्कल्प्चर आर्ट
-मेकअप
-चैस

ग्रोथ के लिए फायदेमंद
मेंटल और फिजिकल ग्रोथ के लिए क्रिएटिव एक्टिविटीज करना काफी जरूरी है। अलग-अलग तरह की एक्टिविटीज को करने से माइंड फ्रेश रहता है। तनाव भी कम होता है साथ ही इम्युनिटी भी बढ़ाता है। कई रिसर्च में भी पाया गया है कि क्रिएटिविटी वाली साइंस की कोई निश्चित परिभाषा नहीं होती है। यह टाइम टू टाइम लर्निंग प्रॉसेस होता है। क्रिएटिविटी बहुत ही वास्ट होती है। यह बच्चों को काफी मदद देता है। बच्चों को टाइम-टाइम पर नई-नई चीजें लर्न करनी चाहिए।

फैमिली बने सपोर्टिव
हर पर्सन एक तरह का नहीं होता है। बच्चों में क्रिएटिविटी को बचपन से ही डेवलप किया जा सकता है। पेरेंट्स को अपने बच्चों के मन में चल रहे सवालों को भरपूर सपोर्ट करना चाहिए और उनकी इस जिज्ञासा का फुलफिल करना चाहिए। बच्चों के लिए बाउंड्री सेट नहीं करनी चाहिए। जिससे वे अपने मन में चल रहे सवालों को पूछने से डरे न और खुल कर अपनी अंदर की क्वैरी को सॉल्व करने के लिए आगे बढ़ें।

बच्चों के हिडेन टैलेंट को निखारने के लिए समर कैंप बहुत जरूरी है। इससे बच्चे बहुत कुछ सीखते हैं। समर कैंप इस समय स्कूल में चल रहा है। इसमें बच्चे भी खूब मन से पार्टिसिपेट कर सीख भी रहे हैं।
डॉ। योहान कुंवर, प्रिंसिपल विद्या वल्र्ड स्कूल

समर कैंप में बच्चों को बहुत कुछ सीखने के लिए मिलता है। समर कैंप के आयोजन का मकसद रहता है कि जो स्टूडेंट््स कुछ एक्सट्रा एक्टिविटी सिंगिंग, योगा, डांसिंग आदि भी सीखना चाहते हैं तो उनके लिए भी मौका मिले।
वीके मिश्रा, प्रिंसिपल, डीपीएस

Posted By: Inextlive