पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर यह बात आम है कि वह चाहे तो रस्सी को भी सांप बना देती. इससे जुड़े तमाम उदाहरण भी यदा-कदा सामने आते रहते हैं. इसके इतर सीबीगंज की कंस्ट्रक्शन कंपनी में हुई डकैती में तो पुलिस &सांप को रस्सी&य बनाने में जुटी थी. शुरुआत में सीबीगंज पुलिस पूरी घटना को ही झुठला रही थी. ऑफिसर्स की फटकार के बाद पुलिस घटना को चोरी बताने लगी.

बरेली (ब्यूरो)। पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर यह बात आम है कि वह चाहे तो रस्सी को भी सांप बना देती। इससे जुड़े तमाम उदाहरण भी यदा-कदा सामने आते रहते हैं। इसके इतर सीबीगंज की कंस्ट्रक्शन कंपनी में हुई डकैती में तो पुलिस &सांप को रस्सी&य बनाने में जुटी थी। शुरुआत में सीबीगंज पुलिस पूरी घटना को ही झुठला रही थी। ऑफिसर्स की फटकार के बाद पुलिस घटना को चोरी बताने लगी। एसएसपी की नाराजगी के बाद इस डकैती को लूट में दर्ज किया गया था। एसओजी ने सर्विलांस की मदद से आठ लुटेरों को दबोच लिया। इसका थर्सडे को खुलासा किया गया, जिसमें बदमाशों के पास से कंपनी से लूटा गया माल बरामद करने के साथ ही चाकू और गाडिय़ां भी मिली हैं। एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि घटना में शामिल आठ बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। चार अन्य बदमाशों को तलाश किया जा रहा है। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।

एसएसपी की फटकार पर एफआईआर
बता दें कि नौ-दस नवंबर की रात सीबीगंज स्थित कंस्ट्रक्शन कंपनी जल आकाश के गोदाम में एक दर्जन से ज्यादा बदमाश घुस आए थे। दीवार फांदकर घुसे बदमाशों ने दो चौकीदारों को बंधक बना लिया। इसके बाद बदमाशों ने गोदाम के ताले तोडक़र बड़ी लोडिंग गाड़ी में निर्माण से जुड़ी सामग्री जैसे फर्मे, चाली और शटरिंग का सामान भर कर फरार हो गए। सुबह कंपनी के सुपरवाइजर राजेश यादव ने घटना की जानकारी होने पुलिस को बुलाया। मौके पर पहुंचे हल्का इंचार्ज रत्नेश कुमार ने दोनों चौकीदारों को ही हडक़ाकर घटना को झूठा बता दिया था। मामले ने तूल पकड़ा तो बाद में इंस्पेक्टर सीबीगंज राधेश्याम मौके पर पहुंचे। इंस्पेक्टर ने भी घटना को नकार दिया था। मामला बढ़ता देखकर पुलिस ने सुपरवाइजर की ओर से चोरी की तहरीर लेकर खानापूर्ति करने की कोशिश की। इसी दौरान घटना का निरीक्षण के लिए एसएसपी घुले सुशील चन्द्रभान मौके पर पहुंच गए। जहां उन्होंने घटना स्थल का जायजा लेने के बाद सीबीगंज पुलिस को फटकार लगाई। इसके बाद ही पुलिस ने इस मामले को लूट में दर्ज किया था।

चोरी छिपाने पर हुई थी डकैती
बता दें कि डकैती होने के बाद सुपरवाइजर राजेश यादव ने अधिकारियों को बताया था कि करीब एक माह पहले भी चोरी हुई थी। इसकी भी पुलिस को जानकारी दी गई, पर पुलिस ने रिपोर्ट ही दर्ज नहीं की। पुलिस ने मामले की जांच करने के नाम पर टाल दिया था। यही वजह है कि बदमाशों के हौसले और भी ज्यादा बुलंद हो गए और उन्होंने इस बार लोडिंग गाड़ी लाकर कंपनी का गोदाम ही साफ कर दिया। पुलिस ने पूर्व में हुई चोरी का मामला अज्ञात में वेडनेसडे को दर्ज किया।

आठ गिरफ्तार, चार हुए फरार
एसओजी और सर्विलांस टीम ने इस मामले में जिनको गिरफ्तार किया है, उनमें मोहम्मद््दीन निवासी जाटवपुरा रिठौरा, ताहिर, मुनाजिर, गुड्डू उर्फ भूरा, सलमान अल्वी, निवासी महेशपुरा सीबीगंज, साजिद निवासी पैगानगरी मीरगंज, इरफान निवासी तिलमास मीरगंज और नवाबगंज के वकील अहमद निवासी ईद जागीर नवाबगंज शामिल हैं, जबकि महेशपुरा का बदमाश निजामुद््दीन, जाहिद निवासी महेशपुरा, नवाबगंज के कबाड़ खाना रोड का रामपाल गुप्ता, और अकरम निवासी मिलक रामपुर फरार हैं।

काशीपुर में बेचने की तैयारी
बदमाशों ने घटना को अंजाम देने के बाद कुछ सामान नवाबगंज में वकील को बेचा था। लाखों रुपए का सामान हर कोई नहीं खरीद पा रहा था। इसलिए बदमाश यह सामान बेचने के लिए काशीपुर जाने की तैयारी में थे। इससे पहले कि बदमाश सामान को ठिकाने लगा पाते कि पुलिस ने उन्हेें दबोच लिया। बदमाशों के पास से एक कैंटर, पिकअप गाड़ी, तीन चाकू और 45 क्विंटल लोहा बरामद हुआ है।

Posted By: Inextlive