bareilly news : डेंगू का शिकार होने के बाद कैसी रखें अपनी डाइट
बरेली (ब्यूरो)। किसी को डेंगू हुआ हो या न हुआ हो फिर भी अपनी डाइट का खास ध्यान रखना चाहिए। एक्सपट्र्स के अनुसार हमें हरी सब्जी, नारियल पानी, विटामिन सी अपनी डाइट में हर हाल में रखने चाहिए। इससे बॉडी में इम्यूनिटी पॉवर बढ़ती है। डाइटीशियन्स का कहना है कि विशेष रूप से जब आप डेंगू जैसी बीमारी से रिकवर होकर निपटे हैं तो अपनी डाइट में चाय, मसालेदार सब्जी और फास्ट फूड आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
इनसे मिलती है मदद
डेंगू से शरीर में सूजन और दर्द पैदा हो सकती है। ऐसे में डाइट में एंटी-इंफ्लेमेटरी चीजें शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।
थाली में हर रंग के भोज्य पदार्थ शामिल करें।
आप पौष्टिक दलिया ले सकते हैं। इसमें हरी सब्जियों को भी एड किया जा सकता है।
मरीजों के खाने में आप लहसुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे संक्रमण से बचने में मदद मिल सकती है।
चाय दे रहे हैं तो उसमें तुलसी के पत्ते, अदरक जैसी सामग्री शामिल हो। ये फास्ट रिकवरी में भी मददगार हैं।
इनसे बचें
अधिक तेल और फ्र ाइड फूड्स न खाएं।
कैफीन, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, तीखी और चटपटी चीजें भी बिल्कुल न खाएं
डेंगू के मरीजों को हाई फैट फूड्स से भी परहेज करना चाहिए।
नॉनवेज को डाईजेस्ट करना हमारी पाचन क्रिया के लिए मुश्किल कार्य होता है, इसलिए बीमारी के समय इससे बचें।
एंटी-इंफ्लेमेटरी भोजन के कुछ उदाहरणों में एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ताजा फल, जैसे बेरी और सिट्रस फल, जैसे कीवी, हरी पत्तेदार सब्जियां, हल्दी, अदरक, लहसुन, तेलीय मछलियां जैसे सैल्मन, नट्स और हेल्दी फैट जैसे एवोकेडो और ऑलिव ऑयल हैं। अंगूर जैसे सिट्रस फल विटामिन सी का अच्छा स्रोत होते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। अनन्नास और पपीता में मौजूद एंजाइम पाचन की क्रिया में मदद करके सूजन को कम करते हैं। पपीता की पत्तियों में एसिटोजेनिन पाया जाता है, इसमें सबसे अधिक फाइटोकैमिकल है। डाइट में नट्स शामिल करें
बादाम, अखरोट, और काजू में कई पोषक तत्व, जैसे स्वस्थ फैट, प्रोटीन और विटामिन होते हैं। ये आवश्यक ऊर्जा प्रदान करते हैं और स्वास्थ्य लाभ पाने में मदद कर सकते हैं। हालांकि पाचन आसानी से हो जाने के लिए इन नट्स का अच्छी तरह से कुटा या पिसा हुआ होना जरूरी है। डेंगू बुखार के दौरान आहार का व्यक्तिगत परामर्श लेने के लिए डॉक्टर या डायटिशियन से संपर्क करें।
खूब खाएं हरी सब्जियां
पालक, कद्दू, गाजर, लेट्यूस, बंदगोभी, ब्रोकोली, और चुकंदर प्लेटेलेट बढ़ाते हैं और डेंगू के दौरान तेजी से स्वस्थ होने में मदद करते हैं। पालक में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जिनमें विटामिन सी, विटामिन ई, और बीटा-कैरोटीन शामिल हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट शरीर में नुकसानदायक रेडिकल्स को खत्म करते हैं, सूजन को कम करते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली में मदद करते हैं। सब्जियां आयरन का अच्छा स्रोत होती हैं। वो शरीर में आयरन की कमी नहीं होने देतीं और एनेमिया होने से रोकती है, जिसमें खून में प्लेटेलेट्स कम हो जाया करते हैं।
डेंगू के बुखार में काफी ज्यादा मात्रा में पानी और अन्य तरल पदार्थ पीना बहुत फायदेमंद होता है।
गर्म पेय पदार्थ, हर्बल टी, ब्रॉथ्स, और सूप अपने आहार में शामिल करें।
इन गर्म पेय पदार्थों के अलावा, ठंडे पेय पदार्थ, जैसे लैमन वॉटर, छाछ या लस्सी, और नारियल पानी शरीर में पानी की मात्रा को बनाए रखते हैं।
पेय पदार्थ हाईड्रेशन बनाए रखने और पूरे शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करते हैं।
पेय पदार्थो से प्लेटेलेट्स की संख्या बढ़ाने में भी मदद मिलती है।
डेंगू के बाद भी अपनी डाइट का खास ध्यान रखें। डाइट में नारियल पानी, तरल पदार्थ के साथ हरी सब्जी का अधिक प्रयोग करें। ड्राइफ्रूट्स और दू्रध भी डाइट में शामिल करें। विटामिन सी युक्त पदार्थ का भी सेवन करना चाहिए। इससे इम्यूनिटी मजबूत होती है।
डॉ। दीप्ति शर्मा, डाइटीशियन
डॉ। पूजा गुप्ता न्यूटी्िरशयन एंड डाइटिशियन