BAREILLY NEWS : यूरिन इंफेक्शन को दूर करता है बथुआ, कई गुणों से है भरपूर
बरेली (ब्यूरो)। सीजनल सब्जियों में से हर सब्जी अपने किसी न किसी विशेष गुण से खास है। इन सब्जियों में हर वह तत्व पाए जाते हैं, जो स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी हैं। सब्जियां इन तत्वों का नेचुरल सोर्स भी हैं और आसानी से उपलब्ध होने वाली भी। सर्दी के सीजन में ही होने वाला बथुआ भी कई गुणों से भरपूर है। यह ही वजह है कि डॉक्टर हो या डाइटीशियन, हर कोई बथुआ खाने की सलाह देता ही है। घरों में इसके पकवान भी सभी को खूब भाते ही हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट अपने सीजन की सब्जी कॉलम के अंतर्गत आज बथुआ की विशेषताओं से आपको भी अवगत करा रहा है।
बथुआ के न्यूट्रिशनल फैक्टविटामिन बी2, बी3,बी5,
विटामिन सी
कैल्शियम
मैग्नीशियम
मैगनीज
फॉस्फोरस
आइरन
पोटेशियम
सोडियम
दांतों के लिए फायदेमंद
डाइटीशियन के अनुसार बथुआ की पत्तियों को कच्चा चबाने से पायरिया और दांतों से जुड़ी अन्य समस्याओं में फायदा होता है। इसको खाने से दांत में बदबू नहीं आती है।
बथुआ के 100 ग्राम ताजे पत्तों में लगभग 4.2 ग्राम प्रोटीन होता है। यह मात्रा दूसरी सब्जियों की अपेक्षा में ज्यादा होता है। बथुआ के प्रकार
देशी बथुआ
पहाड़ी बथुआ
स्किन के लिए गुणकारी
बथुआ का शाक को पानी में उबालकर रस पीने से त्वचा संबंधी परेशानियों में आराम मिलता है। इसके सेवन से रक्त साफ होता है। साथ ही शरीर में मौजूद टॉक्सिन बाहर निकल जाता है। इससे किडनी भी स्वस्थ रहती है।
बथुआ आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर है। बथूआ एक वनस्पति है। सर्दी के मौसम इसकी पैदावार भरपूर होती है। आयुर्वेदिक के अनुसार यह कई रोगों से लडऩे की क्षमता प्रदान करता है। वेट को करता है कम
एक्सपट्र्स की मानें तो बथुआ का सेवन करने से वेट लूज होता है। घरों में महिलाएं बथुआ के तरह-तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाती हैं जो सभी चाव से खाते हैं। प्रेगनेंट वूमेन खाने से बचें
डॉक्टर के अनुसार प्रेगनेंट वूमेन को बथूआ का सेवन ज्यादा नहीं करना चाहिए। डॉ। की मानें तो इसके सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि इससे मिस कैरेज का खतरा बढ़ सकता है। इसके ज्यादा सेवन से प्रजनन क्षमता भी प्रभावित हो सकती है।
बचाता है यूरीन इंफेक्शन से
बथुआ में मौजूद मैग्नीशियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस आदि तत्व पाए जाते हैं जो यूरीन इंफेक्शन से बचाते हैं। लड़कियों और महिलाओं को अपने आहार में बथुआ जरूर शामिल करना चाहिए। इसमें मौजूद विटामिन डी, कैल्शियम, आयरन और अन्य पोषक तत्व उन्हें पीरियड की समस्या से निजात दिला सकते हैं।
बथुआ का रायता
बथुआ की सब्जी
बथुआ की कचौड़ी
बथुआ के फुलके
सर्दी जैसे ही स्टार्ट होती है तो बाजार में बथुआ आने लगता है। बथुआ गर्म होने के कारण लाभदायक होता है। इसके काफी व्यंजन बना सकते है। अधिकतर सभी लोगों को बथुआ पसंद आता है।
नीलम, हाउसवाइफ बात की जाए बथुआ की तो यह सभी को खाना अच्छा लगता है। कई लोग इसका रायता बहुत पसंद करते हैं तो कई लोगों को इसके पराठे अच्छे लगते हैं। इसमें विटामिन आदि पाए जाते है। जो बॉडी के लिए काफी फायदेमंद होते है।
इंदू, हाउसवाइफ मौसमी सब्जी तो हर किसी को खानी चाहिए। सर्दी के सीजन में ही आने वाला बथुआ तो हम जरूर खाते हैं। घर में इसकी कचौड़ी तो सभी को पसंद हैं। इस सीजन में सबसे ज्यादा बथूआ का इस्तेमाल रायता और कचौड़ी में ही करते हैं।
नैना, हाउसवाइफ
सर्दियां आते ही तरह तरह की हरी सब्जियां मिलने लगती हैं। इसमें बथूआ भी है। बथुआ में फाइबर और विटामिन ए, सी, बी3 भरपूर पाया जाता है। इसीलिए बथुआ हमारी हड्डियां, इम्यूनिटी और आंखों के लिए लाभदायक है।
ऋचा सिंह, न्यूट्रिशनिस्ट