शहर वासियों को स्मार्ट सिटी के तहत मिली वातानुकूलित इलेक्ट्रिक सिटी बसों से ज्यादा ऑटो और ई. रिक्शा पसंद आ रहे है. यहीं वजह है कि इलेक्ट्रिक बसों में शहर वासियों से ज्यादा तहसील के लोग सफर कर रहे है.

बरेली (ब्यूरो)। शहर वासियों को स्मार्ट सिटी के तहत मिली वातानुकूलित इलेक्ट्रिक सिटी बसों से ज्यादा ऑटो और ई। रिक्शा पसंद आ रहे है। यहीं वजह है कि इलेक्ट्रिक बसों में शहर वासियों से ज्यादा तहसील के लोग सफर कर रहे है। शहरी क्षेेत्र में शुरुआत से ही सिटी बस घाटे में जा रही थी। यही वजह है कि विभाग को लगातार घाटा हो रहा था। इसी को लेकर इलेक्ट्रिक बसों को संचालन तहसील और कस्बों से किया गया। मौजूदा समय में शहर वासियों से ज्यादा रूरल ज्यादा सफर कर रहे है।

चल रहीं 25 बसें
सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड को शासन की ओर से 25 बसे मिली थीं। इसमें सबसे पहले 15 बसों को संचालन शुरू हुआ था। जो सिर्फ शहर के ही रूट मेंं चलना थी। इन बसों को संचालन शहर के तीन रूटों पर किया जा गया था। शहरी क्षेत्र में अच्छी आय न होने पर इनके रूट का विस्तार कर देहात से जोड़ा गया था। इसके साथ ही बाकी की दस बसे भी शुरू कर दी गई। मौजूदा समय में 25 बसे शहर से देहात तक चल रही है। जिसमें शहर के लोग नाम मात्र को ही सफर कर रहे है, जबकि रूरल के लोग इन बसों में काफी बड़ी संख्या में चल रहे है।

किराया बढ़ा
शहर में चलने के दौरान ई-बस लगातार घाटे में जाती रहीं थी। यही वजह है कि इन बसों का विस्तार जब शहर से लेकर देहात क्षेत्र में किया गया तो इनका किराया में तीन गुना वृद्धि कर दी गई।

एसी युक्त हैं ई-बस
बरेली सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की ओर से चलाई जा रहीं, सभी बसें वातानुकूलित हैं। हर एक बस में 05-05 कैमरों के साथ ही 10 पैनिक बटन लगे हुए है। आपात काल की स्थिति में इन बटन को दबाने से तत्काल मदद मिलेगी। इसके लिए इन बसों में अग्निशमन यंत्र, चोट लगने की स्थिति में फस्र्ट ऐड बॉक्स की सुविधा मौजूद रहती है। इसके साथ ही अनाउंसमेंट सुविधा से यात्रियों को स्टॉपेज के बारे में जानकारी मिलती रहती है। इन बसों में दिव्यांग लोगों के लिए सीट पहले से ही रिजर्व रहती है।

सुबह सात बजे से संचालन
लोगों की सुविधा और ऑफिस टाईम का ध्यान में रखते हुए, इन बसों को संचालन सुबह 07 बजे से लेकर रात आठ तक तक किया जाता है। ताकि दूर से आने वाले लोग समय से ऑफिस आ और छुट्टी के बाद ऑफिस से समय पर अपने घर पहुंच सके।

शहर में तीन रूट पर शुरू हुई थी सुविधा

रूट 1
मिनी बाइपास से भोजीपुरा, भोजीपुरा, अभयपुरा, दोहना टोल, बिलवा बाइपास, एयरपोर्ट स्टेशन, कत्था फैक्ट्री, इज्जतनगर रेलवे स्टेशन, कर्मचारी नगर पुलिस चौकी, मिनी बाइपास।

रूट 2
जंक्शन से फरीदपुर रेलवे जंक्शन, कचहरी, चौकी चौराहा, गांधी उद्यान, मालियों की पुलिया, सेटेलाइट, जाट रेजिमेंट, आरटीओ ऑफिस नकटिया, नरियावल, ट्रांसपोर्ट नगर, रजऊ, केसरपुर पेट्रोल पंपए फरीदपुर टोल, फरीदपुर बाइपास, फरीदपुर बस स्टेशन।

रूट 3
मिनी बाइपास से रिठौरा, मिनी बाइपास, कर्मचारी नगर पुलिस चौकी, रेलवे स्टेशन, झुमका तिराहा, बल्लिया मोड़, रूकमपुर, फतेहगंज बाइपास, फतेहगंज चौराहा, फतेहगंज बस स्टेशन, एयरपोर्ट, विलयधाम, बरकापुर, खंडेलवाल कॉलेज, रिठौरा।

मौजूदा समय में रूट
मौजूदा समय में मिनी बाईपास डीपो से आंवला, जंक्शन से शेरगढ़, जंक्शन से शीशगढ़, और जंक्शन से फरीदपुर के लिए कुल 25 बस चल रही हैं।

शहर वासियों से ज्यादा रूरल के लोग सबों सफर कर रहे है। शहर वासियों सबों की शुरु आत से ही ई। बसो से दूरी बनाए हुए है। यहीं वजह है कि देहात क्षेत्र में बस चल रही है, और अच्छी आमदनी हो रही है।
मनीषा दीक्षित, आपरेशन मैनेजर

Posted By: Inextlive