बरेली: राजेंद्रनगर समेत कई कॉलोनियों में पकड़े बंदर
बरेली (ब्यूरो)। राजेंद्रनगर समेत कई कॉलोनियों के लोग स्ट्रीट डॉग्स और बंदरों के आतंक से लोग काफी समय से परेशान थे। लोग काफी समय से मांग कर रहे थे कि अभियान चलाकर इनको पकड़ा जाए और छुटकारा दिलाया जाए। इसके लिए उन्होंने शिकायत भी दर्ज कराई। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने बाइट से फाइट कैंपेन चलाकर इस मुद्दे को प्राथमिकता से प्रकाशित किया। इसके बाद नगर निगम ने संज्ञान लिया और अभियान चलाकर करीब 76 बंदरों को पकडक़र आबादी से दूर छोड़ा।
स्ट्रीट डॉग्स भी पकड़ेंगे
शहर में लगातार बढ़ रहे बंदरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने राजेंद्रनगर, डीडीपुरम व अन्य क्षेत्रों में अभियान चलाया। इस दौरान 76 बंदरों को पकडऩे का दावा किया गया। इंदिरा नगर से पार्षद सतीश चंद्र कातिब मम्मा ने मेयर व नगर आयुक्त से बंदरों के पकडऩे व अभियान को आगे बढ़ाने की मांग की। पार्षद ने बताया कि उनके वार्ड से 40 बंदरों को पकड़ा गया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बंदरों के साथ स्ट्रीट डॉग्स का भी उत्पात बढ़ गया है। इसको लेकर नगर निगम से वृहद अभियान चलाने की मांग की गई है। नगर निगम ने दावा किया है कि शहर के कई वार्डों से 76 बंदरों को पकड़ा। नगर निगम की टीम ने बताया कि आगे भी अभियान चलाया जाएगा। शेष बचे अन्य वार्डो से भी बंदरों को पकड़ा जाएगा। इसके अलावा स्ट्रीट डॉग्स पर भी एक्शन लिया जाएगा।
शहर कई क्षेत्र ऐेसे हैं जहां बंदरों ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। लोगों ने छत पर जाना तो छोड़ ही दिया है इसके अलावा घरों को लोगों ने लोगों के जाल लगवाकर बंद कर लिया है। इसके बावजूूद बंदरों से राहत नहीं मिल रही है। इनमें मुख्यता बिहारीपुर, सिटी, साहूकारा, कालीबाड़ी, जाटवपुरा, पवन विहार, डीडीपुरम, प्रेमनगर, राजेंद्रनगर, जनकपुरी, सुभाषनगर, जंक्शन परिसर, कैंट, जोगीनवादा, जगतपुर, बदायूं रोड, रामपुर बाग, शाहदाना, इंदिरानगर, एकतानगर आदि क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। यहां के लोगों का कहना है कि बंदर झुंड में आकर किसी पर अचानक हमला कर देते हैं।
अपनाए अनोखे तरीके
शहर में बंदरों के आतंक से निजात पाने के लिए लोग तरह-तरह के तरीके अपना रहे हैं। लोगों ने बताया कि उन्होंने बंदरों से छुटकारा पाने के लिए अपने यहां लंगूर का कटआउट लगाया है, ताकि बंदर इसे देखकर यहां न आएं। लोगों ने बताया कि शुरुआत में तो बंदरों पर इसका असर दिखा पर कुछ समय बाद जब उस कटआउट में कोई हलचल नहीं हुई तो फिर से बंदरों ने अपना उत्पात शुरू कर दिया। कई जगह लोगों ने ये तरीके अपनाया। ये तरीका भी पूरी तरह से कारगर साबित नहीं हुआ।
बीते दिनों किला थाना परिसर में नगर निगम की टीम ने अभियान चलाकर एक दर्जन से अधिक बंदर पकड़े थे। बंदरों का इस कदर आतंक है कि वह हमलावर हो गए है। कई लोगों को दौड़ा दिया। आवास में घुसकर खाने पीने की चीजे उठा ले जाते है ऐसे में जब कोई भगाने की कोशिश करता है तो उसपर हमलावर हो जाते है। सबसे ज्यादा खतरा छोटे बच्चों को है। वह रोज स्कूल जाते है और पेड़ों पर बंदरों का ग्रुप बैठा रहता है। यहां तक की थाने और सीओ ऑफिस में आने वाले फरियादियों को तक बंदरों से खतरा रहता है। शिकायतों के बाद नगर निगम की टीम ने जाल बिछाया और एक दर्जन से अधिक बंदरों को पकड़ा। टीम से जब पूछा गया कि बंदरों को कहा छोडक़र आते है तो कर्मचारियों ने कहा कि जंगल में छोड़ आते है।