सडक़ हादसों को कंट्रोल करने के लिए शासन से लेकर प्रशासन तक कवायद की जाती है. लेकिन इसके लिए हम सभी को ट्रैफिक रूल्स फॉलो करना सबसे अहम है.

बरेली (ब्यूरो)। सडक़ हादसों को कंट्रोल करने के लिए शासन से लेकर प्रशासन तक कवायद की जाती है। लेकिन इसके लिए हम सभी को ट्रैफिक रूल्स फॉलो करना सबसे अहम है। हालांकि पहले की अपेक्षा लोगों में ट्रैफिक रूल्स फॉलो करने वालों की संख्या बढ़ी है। टू-व्हीलर सवारों की सुरक्षा और उनकी राय जानने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने एक सर्वे एक्स पर कराया। इसमें लोगों से पूछा गया कि उनकी इस बारे में क्या राय है, तो लोगों ने अपनी राय को खुलकर शेयर किया। लोगों का कहना है कि टू-व्हीलर सवारों को एक्सीडेंट में जान बचाने के लिए हेलमेट सबसे अधिक कारगर होता है। पहले की अपेक्षा अब लोगों में हेलमेट के प्रति अवेयनेस बढ़ी भी है, लेकिन इसके बाद लोगों ने माना कि टीन ऐजर्स रूल्स ब्रेक करने में आगे हैं।

हेलमेट को मानते हैं जरूरी
टू-व्हीलर सवारों के लिए हेलमेट जरूरी है। ये बात सभी जानते हैं और मानते भी हैं, लेकिन इसके बाद भी लोग इसको कई बार फॉलो करना भूल जाते हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की तरफ से एक्स पर कराए गए सर्वे में पूछे गए सवाल, क्या दो पहिया चालकों में हेलमेट के प्रति जागरूकता बढ़ी है? इस पर 50 परसेंट ने हां में आंसर दिया। 40 परसेंट ने नहीं और 10 परसेंट ने पता नहीं पर आंसर दिया है। क्या हेलमेट रोड एक्सीडेंट में दो पहिया चालक की जान बचाने में कारगर साबित होता है? इस पर 100 परसेंट ने हां में आंसर दिया है। जबकि नहीं पर जीरो और पता नहीं पर जीरों ने आंसर दिया है। दो पहिया चालकों के लिए हेलमेट की अनिवार्यता को कितना जरूरी मानते हैं आप? इस सवाल पर 100 परसेंट ने इसे जरूरी माना। क्या टीन ऐजर्स सडक़ सुरक्षा नियमों की सबसे अधिक अनदेखी कर रहे हैं? इसमें 50 परसेंट ने हां, 40 परसेंट ने नहीं और 10 परसेंट ने पता नहीं पर आंसर दिया है। हेलमेट की अनिवार्यता को फॉलो कराने में क्या ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग नाकाम साबित हो रहा है? इस पर 80 ने हां, 10 ने नहीं और 10 ने पता नहीं पर आंसर दिया है।

शासन का निर्देश
हाल ही में शासन से भी सभी जिला प्रशासन के अफसरों के पास निर्देश आया है कि कोई भी नाबालिग वाहन न चलाए। अगर कोई भी टू-व्हीलर चलाता है तो वह हेलमेट के बगैर न निकले। इसको लेकर निगरानी कड़ाई से पालन कराया जाए। लेकिन इसके लिए आज भी हम अवेयर नहीं है। क्योंकि अधिकांश पेरेंट्र्स ही मानते हैं कि अधिकांश नाबालिग वाहन चलते समय हेलमेट का यूज नहीं करते हैं। इससे हादसा होने पर उन्हें अधिक नुकसान होता है। वहीं इसको लेकर ट्रैफिक और आरटीओ की तरफ से लगातार अवेयनेस अभियान चलाया जाता है, लेकिन इसके बाद भी नाबालिग ट्रैफिक रूल्स तोडऩे में आगे रहते हैं।


सर्वे के सवाल

क्या दो पहिया चालकों में हेलमेट के प्रति जागरूकता बढ़ी है?
50-हां
40-नहीं
10-पता नहीं

क्या हेलमेट रोड एक्सीडेंट में दो पहिया चालक की जान बचाने में कारगर साबित होता है?
100-हां
00-नहीं
00-पता नहीं

दो पहिया चालकों के लिए हेलमेट की अनिवार्यता को कितना जरूरी मानते हैं आप?
100- हां
00-नहीं
00-पता नहीं

क्या टीन एजर्स सडक़ सुरक्षा नियमों की सबसे अधिक अनदेखी कर रहे हैं?
50-हां
40-नहीं
10-पता नहीं

हेलमेट की अनिवार्यता को फॉलो कराने में क्या ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग नाकाम साबित हो रक्षा है?
80-हां
10-नहीं
10-पता नहीं

Posted By: Inextlive