बरेली : जून का छोडिय़े दिसम्बर तक नहीं बन पाएगा इज्जतनगर बस अड्डा
बरेली (ब्यूरो)। शहर में मिनी बाईपास पर बनाए जा रहे रोडवेज बस अड्डे का निर्माण तय तिथि 30 जून तक पूरा नहीं हो पाएगा। अभी काफी काम बाकी है। कार्यदायी संस्था ने केवल पांच करोड़ की धनराशि खर्च कर पाई है, जबकि उनके पास 3.90 करोड़ रुपये अभी भी हैं। इसके अलावा करीब 782 करोड़ रुपये शासन से और मिलना बाकी है। ऐसे में वर्ष 2024 के अंत तक काम पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। फिलहाल अफसरों की माने तो उनके दावे समय से पूरे होते नजर नहीं आ रहे हैं। लेकिन इस बस स्टेशन बनने के बाद बरेली बागेश्वर मार्ग और उत्तराखंड को आने जाने वालों को बड़ी राहत होगी। उनके लिए शहर के अंदर आकर पुराना रोडवेज स्टैंड तक के लिए दौड़ लगाने की जरूरत नहीं होगी।
जाम से मिलेगी निजात
शहर में पटेल चौक से लेकर पुराना रोडवेज बस अड्डा और पुराना रोडवेज बस अड्डा से लेकर बरेली कालेज गेट तक अक्सर लगने वाले जाम से लोगों को निजात दिलाने के लिए पुराना बस अड्डा का भार कम किया जाना है। इसके लिए इज्जतनगर बस अड्डे का निर्माण मिनी बाइपास के पास चल रहा है। इसके लिए फरवरी 2020 में कैबिनेट की स्वीकृति के बाद प्रशासन ने केंद्रीय कारागार की 2.285 हेक्टेयर भूमि परिवहन विभाग को हस्तांतरित की गई थी।
मिनी बाइपास पर बन रहे इज्जतनगर बस अड्डे का निर्माण परिवहन विभाग की ओर से कराया जा रहा है। इसकी स्वीकृति 19 मार्च 2021 को मिली थी। इसके बाद इसकी प्रोजेक्ट लागत 16 करोड़ 72 लाख 47 हजार रुपये थी। परिवहन विभाग की ओर से यूपी स्टेट कंस्ट्रक्शन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड बस अड्डे का निर्माण कार्य करने की जिम्मेदारी दी गई। इसके लिए अब तक तीन किश्तों में 890 करोड़ रुपये शासन से मिल भी चुके हैं। पहल किश्त तीन करोड़ रुपये के रूप में 19 मार्च 2021 को जारी की गई थी। इसके बाद 14 अगस्त 2021 को निर्माण कार्य शुरू किया गया और 30 जून को कार्य समापन की तिथि रखी गई। कोरोना संक्रमण काल की वजह से दूसरी किश्त को काफी समय के बाद जारी किया गया। दूसरी किश्त दो करोड़ रुपये की 30 अगस्त 2023 को जारी की गई, लेकिन तीसरी किश्त 3.90 करोड़ रुपये पांच मार्च 2024 को जारी किए गए, जिससे अब निर्माण कार्य चल रहा है।
छत ढलाई का चल रहा काम
अद्यतन स्थिति में अब तक पांच करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जा चुकी है, जबकि कार्यदायी संस्था के पास ही 390 लाख रुपये है, जिससे निर्माण कार्य कराया जा रहा है। प्रोजेक्ट को 30 जून को पूरा किया जाना था, लेकिन अब तक केवल मुख्य भवन के भूतल की छत ढलाई का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा प्रथम तल की छत ढलाई का कार्य भी हो चुका है। साथ ही प्लेटफार्म की चिनाई की काम भी पूरा हो चुका है। अब प्रथम तल पर बाकी काम कराया जा रहा है, लेकिन कार्य प्रगति को देखते हुए इस माह का तो दूर इस वर्ष के अंत तक काम पूरा होने में संशय है।
दीपक चौधरी, क्षेत्रीय प्रबंधक