जिले में ड्रग्स का कारोबार खूब फल फूल रहा है. इसके साथ ही पुलिस की भी सख्ती बढ़ती जा रही है. पुलिस रोजाना एक तस्कर को गिरफ्तार कर रही है. इसके साथ ही नशे के अवैध कारोबार से बनाई गई संपत्ति पर भी प्रशासन ने बुलडोजर चलाया है.

बरेली (ब्यूरो)। जिले में ड्रग्स का कारोबार खूब फल फूल रहा है। इसके साथ ही पुलिस की भी सख्ती बढ़ती जा रही है। पुलिस रोजाना एक तस्कर को गिरफ्तार कर रही है। इसके साथ ही नशे के अवैध कारोबार से बनाई गई संपत्ति पर भी प्रशासन ने बुलडोजर चलाया है। इसके साथ ही पुलिस ने तस्करों के पास से पांच सालों में 227 करोड़ की ड्रग्स बरामद कर 1300 से ज्यादा तस्करों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है। जिसमें पुलिस ने चार तस्करों पर पिट एनडीपीएस एक्ट की भी कार्रवाई की है।

अफीम -चरस की अधिक तस्करी
जिले में सबसे ज्यादा चरस और अफीम की ब्रिकी हो होती है। क्योंकि चार साल के आकड़े यही बयां कर रहे है। बता दें कि जिले में वर्ष 2020 में गांजा 55 किलो ग्राम, चरस 41 किलो ग्राम, अफीम 35 किलो ग्राम, डोडा 283 किलो ग्राम और अदर 4.97 किलो ग्राम पकड़ी गई। वर्ष 2021 में 30 किलो से अधिक हेरोइन, 50 किलो ग्राम अफीम, 101 किलो ग्राम चरस, वर्ष 2022 में हेरोइन 16 किलो ग्राम, अफीम 45 किलो ग्राम, चरस 80 किलो ग्राम और गांजा 65 किलो ग्राम पकड़ी गई। इसके साथ ही वर्ष 2023 में गांजा 59 किलो ग्राम, चरस 73 किलो ग्राम, अफीम 54 किलो ग्राम, और हेरोइन 11 किलो ग्राम बरामद हुई है।

260 से ज्यादा बिल्डिंग ध्वस्त
पुलिस ने ड्रग्स तस्करों पर पांच सालों पर खूब कार्रवाई की। इसके साथ ही पुलिस ने बीते पांच साल में 1394 ड्रग्स तस्करों पर गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया। यही नहीं बड़े और दूसरे राज्य में तस्करी कर अपना समराज्य बनाने वाले 260 से ज्यादा ड्रग्स तस्करों की कई सौ करोड़ रुपए की संपत्ति पर सरकारी बुलडोजरर भी खूब चला।

बच्चे भी हो रहे शिकार
नशे की लत में कॉलेज के स्टूडेंट्स तो पड़ ही रहे हैं। इससे पहले स्कूल में पढऩे वाले बच्चे गुटखा। तंबाकू और सिगरेट से नशे की शुरुआत शौकिया तौर पर अपने दोस्तों के साथ करते हैं, और फिर वह चरस, गांजा, स्मैक, डोडा पीने तल में पढ़ जाते हैं। यही से बच्चों को जीवन नशे तल में पूरी तरह से उलझ जाता है। कई बार स्कूल के बच्चे भी नशे में शामिल पाए गए हैं। अपना मंहगा शौक पूरा करने के लिए ऐसे बच्चे लूट, छिनैती, चोरी समेत अन्य घटनाओं को अंजाम देते है। जो पकड़े जाने पर जेल भी जा चुके है। कई स्कूली बच्चें व्हाइटनर, स्लोचन और अन्य नशे की गोली या खांसी का सीरप का इस्तेमाल करते है।

तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। ड्रग्स तस्करी करने वालों को लगातार गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है। इसके साथ ही उनकी संपत्ति पर बुलडोजर चलाने के साथ ही करोड़ों की संपत्ति कुर्क हुई है।

मुकेश चन्द्र मिश्र, एसपी नार्थ

Posted By: Inextlive