बेटे होंगे संस्कारी तभी करेंगे नारी का सम्मान
बीसीबी में करीब 45 वर्ष बाद बरेली कॉलेज में प्रिंसिपल ने किया स्टूडेंट्स से संवाद
स्टूडेंट्स को नारी का सम्मान करने की दी नसीहत BAREILLY: करीब ब्भ् वर्ष बाद बरेली कॉलेज में एक पुरानी परंपरा का आगाज हुआ तो उसका साक्षी बनने के लिए स्टूडेंट्स इतने उमड़ पड़े कि ऑरीटोरियम ही छोटा पड़ गया। मौका था प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव का स्टूडेंट्स से सीधे संवाद का। इस प्रोग्राम को अचानक ऑर्गनाइज किया गया। बावजूद इसके सुनने वालों की कमी नहीं थी। खचाखच भरे ऑडीटोरियम में स्टूडेंट्स खड़े होकर उनका संबोधन सुन रहे थे। अच्छा पुरुष वही जो करे नारी का सम्मानप्रिंसिपल ने महिलाओं के प्रति बढ़ रहे क्राइम के प्रति चिंता व्यक्त की। दामिनी रेप कांड का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि घटना के बाद महिलाओं के मुद्दों पर खूब चर्चा हुई, लेकिन किसी ने भी पुरुष को संस्कारी बनाने के लिए कदम उठाने का नहीं सोचा। बेटियों को पढ़ाने की बातें बहुत होती हैं पर बेटों को सही पाठ पढ़ाने की बात नहीं उठती। बेटों को संस्कारी बनाएं। अच्छा पुरुष वही जो नारी का सम्मान करे।
किताबें लेकर कैंपस में आएउन्होंने स्टूडेंट़्स से अपील करते हुए कहा कि वे कैंपस में कॉपी किताबें लेकर आएं। उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान में कैंपस में ऐसा कोई स्टूडेंट नहीं है जिसे वह आडियल कह सकें। जो आगे चलकर कॉलेज की पहचान बन सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान को संवारने की जिम्मेदारी आप पर है। ऐसा काम करें जिससे कॉलेज का नाम हो। प्रोग्राम ऑर्गनाइज करने के मोटिव का खुलासा करते हुए उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स को सामाजिक और मानसिक विकास की जरूरत है। प्रोग्राम का संचालन शालिनी सक्सेना और अंत में शालिनी सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस ऑकेजन पर डॉ। आरबी सिंह, डॉ। वीके महेंद्रू, डॉ। राहुल अवस्थी, डॉ। पूर्णिमा अनिल समेत कई टीचर्स मौजूद रहे।