बरेली: चुनाव के दिन क्राइम फ्री रहा सिटी, थानों में नहीं हुई एफआईआर
बरेली (ब्यूरो)। मतदान के दिन शहर क्राइम फ्री रहा। इस दिन छह तारीख को देर रात हुए एक मामले को छोडक़र शहर के थानों में एक भी एफआईआर भी दर्ज नहीं हुईं। पीसफुल मतदान कराने को लेकर शासन की ओर से भी अधिकारियों की सराहना हुई है, जबकि अन्य जिलों में मतदान के दिन खूब वाद विवाद की घटनाएं सामने आई हैं।
मेहनत रंग लाई
बता दें कि शायद ही ऐसा कोई दिन जाता हो, जिस दिन थानों में एफआईआर न होती हो। लेकिन सात मई को ऐसा हुआ है। शहर के थानों ने विवाद की कोई भी एफआईआर नहीं हुई है। सिर्फ कोतवाली में एक एफआईआर हुई है। वह भी तीन दिन पुराने विवाद को लेकर हुई। चौंकाने वाली बात यह है कि शहर के बारादरी थाने में रोजाना तीन से चार एफआईआर होती हैं। इसके संख्या बढ़ तो सकती है। लेकिन किसी भी कीमत पर कम नहीं होती है। ऐसे यह भी बेहद चौंकाने वाली बात है कि बारादरी थाने में सात मई को एक भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई। इस थाने की हालत यह है कि यहां पर क्राइम संख्या 400 तक पहुंच गई है। इसी से बारादरी थाने के क्राइम ग्राफ का अंदाजा लगाया जा सकता है। ऐसे में कहा जा रहा है कि अफसरों की प्लानिंग और मेहनत की वजह से मतदान के दिन शांति बनी रही, पुलिस की सतर्कता की वजह से ही घटनाएं नहीं हुई।
शांति पूर्ण मतदान कराने प्रशासन के लिए हमेशा चुनौती भरा रहता है। तमाम तैयारियों को लेकर भी कहीं न कहीं चूक होने पर वाद विवाद की छोटी मोटी घटनाएं हो जाती है। लेकिन जिला पुलिस प्रशासन की तैयारियों की वजह से कहीं भी मामूली वाद विवाद की घटनाएं वोटिंग के दौरान नहीं हुई। निष्पक्ष और शांति पूर्वक मतदान कराने के लिए शासन की ओर से भी अफसरों की तारीफ की है। देहात भी रहा शांत
शहर के साथ ही देहात में भी कोई वाद विवाद की घटना सामने नहीं आई है। देहात के बीस थानों में से सिर्फ आंवला, हाफिजगंज और शेरगढ़ में ही छोटे मोटे मामले दर्ज किए है। देहात में भी पुलिस प्रशासन से कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया था। जबकि नवाबगंज, आंवला और भोजीपुरा में चुनाव के दौरान वाद-विवाद की घटनाएं सामने आना आम माना जाता है। लेकिन पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी की वजह से यहां पर भी कोई वाद विवाद की घटना सामने नहीं आई।
खूब हुई बैठकें
शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए आर्दश आचार सांहिता लागू होने के बाद से ही जिला प्रशासन लगातार तैयारियों में जुटा था। पुलिस प्रशासन ने मतदान कराने के लिए छोटी से छोटी बातों को ख्याल रखा। पुलिस प्रशासन से सैकड़ों बैठके की थी। किसी तरह की कोई खुराफात न हो, इसको लेकर भी अलग-अलग रणनीति बनाई गई थी।
घुले सुशील चंद्रभान, एसएसपी