-नेहरू पार्क, मुंशीनगर, एसएसपी ऑफिस के बाद अब रामपुर गार्डन की घटना को भी पुलिस मान रही संदिग्ध

-सीसीटीवी फुटेज में बुजुर्ग दंपत्ति के न दिखने के चलते पुलिस को शक, दंपत्ति के लिए जाएंगे फिंगर प्रिंट

-नेहरू पार्क, मुंशीनगर, एसएसपी ऑफिस के बाद अब रामपुर गार्डन की घटना को भी पुलिस मान रही संदिग्ध

-सीसीटीवी फुटेज में बुजुर्ग दंपत्ति के न दिखने के चलते पुलिस को शक, दंपत्ति के लिए जाएंगे फिंगर प्रिंट

BAREILLY: BAREILLY: बरेली में क्रिमिनल्स और क्राइम को कंट्रोल करने में नाकाम पुलिस बड़ी वारदातों का खुलासा करने की बजाय उसे संदिग्ध बताकर पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रही है। पिछले कुछ मामले इसकी नजीर हैं। पहले नेहरू पार्क में केसीएमटी डायरेक्टर के घर डकैती फिर मुंशीनगर में ज्वैलर के घर डकैती इसके बाद एसएसपी ऑफिस के सामने लूट और अब रामपुर गार्डन में ज्वैलर के घर भी डकैती की वारदात को भी पुलिस संदिग्ध बताने में जुटी है। पुलिस किसी भी वारदात का खुलासा नहीं कर सकी है और अब रामपुर गार्डन डकैती में पुलिस क्या करती है। यह देखने वाली बात होगी।

ख्ख् अप्रैल को हुई थ्ाी डकैती

रामपुर गार्डन में ख्ख् अप्रैल को ज्वैलर प्रदीप अग्रवाल के घर रात आठ बजे ब् बदमाशों के घर में घुसकर लूटपाट की थी। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया था। मौके पर पहुंची फील्ड यूनिट ने भी जांच की थी। ज्वैलर व पड़ोसियों ने एक लग्जरी कार से बदमाशों के आने की बात कही थी। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो पहले ज्वैलर व पत्‍‌नी के बयान लिए। जिसके बाद ही पुलिस वारदात को संदिग्ध मानकर जांच करने में लग गई।

इसलिए पुलिस मान रही संदिग्ध

पुलिस की मानें तो ज्वैलर जिस स्टोर रूम में बंद करने की बात कह रहे हैं। उसे आसानी से अंदर से खोला नहीं जा सकता है। इसके अलावा आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो सामने आया कि जिस वक्त ज्वैलर घर में एंट्री कर रहे हैं उस वक्त तीन मिनट के लिए लाइट जाती है। अंधेरे में स्कूटर की लाइट और दो परछाई दिखती है लेकिन कोई कार दिखाई नहीं देती है। करीब पौने दस बजे पति-पत्‍‌नी बाहर निकलते दिखते हैं। फिर प्रदीप अग्रवाल स्कूटर लेकर बाहर जाते हैं और उनके साथ में कोई कार आती है लेकिन इस दौरान बदमाश बाहर निकलते नहीं दिखाई देते हैं। उनके घर से बाहर निकलने का कोई और रास्ता भी नहीं है। पड़ोसियों से भी पूछताछ में कुछ लोगों ने कार होने तो कुछ लोगों ने कार न होने की बात कही है। पुलिस यूपी ख्भ् क्यू नंबर की भ्00 गाडि़यों को भी चेक कर रही है। पुलिस का मानना है कि यदि घटना संदिग्ध होगी तो बुजुर्ग दंपत्ति के ही फिंगर प्रिंट अलमारियों पर होंगे। इसके लिए उनके भी फिंगर प्रिंट लिए जाएंगे। पुलिस मोबाइल पर दोनों ओर जमी धूल को भी संदिग्ध मान रही है।

Posted By: Inextlive