बरेली: फर्जी सिपाही पर पैसे हड़पने की धाराएं बढ़ीं
बरेली (ब्यूरो)। फर्जी सिपाही ने महिलाओं के साथ यौनशौषण के साथ ही उनके करोड़ो रूपए हड़प लिए थे। दस से भी ज्यादा महिला सिपाहियों को अपना निशाना बनाने वाले फर्जी सिपाही पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर पैसे हड़पने की धारा बढ़ाई गई है। इसके साथ ही पुलिस ने फर्जी सिपाही के सहयोगियों की भी डिटेल निकालना शुरु कर दी है। पुलिस ने बताया है कि इस मामले में कई संदिग्ध लोग प्रकाश में आएं हैं। जिनकी भूमिका की जांच की जा रही है। जल्द ही फर्जी सिपाही राजन के सहयोगियों के मुकदमे में नाम बढ़ाए जाएंगे।
बैंक डिटेल और सीडीआर निकाल रही पुलिस
शहर कोतवाल दिनेश शर्मा ने बताया कि महिला सिपाहियों को प्रेमजाल में फंसाकर उसने साथ यौनशोषण करने और धोखाधड़ी कर उनसे करोड़ो रूपए की ठगी करने वाले आरोपित राजन वर्मा पुत्र वीरेन्द्र वर्मा के खिलाफ फर्जी दस्तावेज बनाने और धोखाधड़ी कर पैसे हड़पने की धाराएं बढ़ाई गईं है। शहर कोतवाल ने बताया कि इसके साथ ही आरोपित के बैंक डिटेल और फोन नंबरों सीडीआर निकाली जा रही है। इसके आधार पर फर्जी सिपाही राजन वर्मा के सहयोगियों को तलाश किया जाएगा। अब तक सामने आए कुछ लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है। जांच में क्लू मिलने के बाद आरोपितों का मुकदमे में नाम बढ़ाया जाएगा।
पुलिस ने बताया कि आरोपित राजन वर्मा ने शहर में तैनात महिला सिपाही के फर्जी हस्ताक्षर कर उसके साथ से एक कार फाइनेंस कराई थी। इस मामले में महिला सिपाही के हस्ताक्षर का मिलान कराया जाएगा। इस मामले में भी रिपोर्ट आने के बाद जल्द ही एक और मुकदमा दर्ज किया जाएगा। जिसमें फर्जी वाड़ा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लाकडाउन में मुरादाबाद में भी गांठा था रौब
बरेली/मुरादाबाद: कोरोना महामारीसंक्रमण की वजह से लोगों में दहशत थी। पुलिसकर्मी भी लोगों को सडक़ों पर निकलने से रोक रहे थे। शहर में लाकडाउन की वजह से घरों से बाहर निकलने वालों को पुलिस रोकटोक भी रही थी। 24 अप्रैल 2021 का दिन, सुबह के 8:50 बजे मुरादाबाद के सिविल लाइंस शिव के पास पुलिस की वर्दी पहने युवक आते-जाते राहगीरों को डांट रहा था। बोलने का अंदाज पुलिस की तरह नहीं था। वर्दी पहनने का तरीका भी ठीक नहीं था। उस समय तैनात रहे उप निरीक्षक कपिल कुमार ने उसे आवाज लगाई तो वह हड़बड़ा गया। इसके बाद वह सिविल लाइंस थाने की ओर तेज कदमों से चलने लगा। फौरन ही उसे पकड़ा। पूछताछ में उसने अपना नाम राजन वर्मा बताया। आठवीं पास को वर्दी पहनने का शौक था, इसलिए उसने लोगों को वर्दी पहनकर रौब गांठना शुरू कर दिया था।