गुप्त धन पाने के फेर में बरेली के कारोबारी ने गंवा दिए 10 लाख
बरेली (ब्यूरो)। गुप्त धन पाने के फेर में शहर के एक व्यापारी दंपति ने दस लाख रुपए गंवा दिए। इस दंपति को ठगों ने ऐसे अपने जाल में फंसाया कि वह लालच में अपना विवेक भी खो बैठे। जानकारी के मुताबिक ठगों ने उन्हें गुप्त धन का लालच दिया। उन्होंने कहा कि उनके पास गढ़ा हुआ धन है, जिसमें 70 लाख तक की पुरानी ज्वेलरी है और वह इसे मात्र दस लाख में दे देंगे। दंपति ने ज्वेलरी से भरी पोटली लेकर उन्हें दस लाख दे दिए। इसके बाद दंपति ने अगले दिन जब वह पुराने गहने गलवाए तो उनके होश उड़ गए। गलने के बाद वह सब पीतल निकला। इसके बाद उन्होंने कोतवाली में आकर मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी है।
बताया खुदाई में मिले गहने
पीलीभीत के बीसलपुर के हबीबुल्ला खां जनूबी के रहने वाले आशीष मित्तल पुत्र साहू राकेश नन्दन मित्तल की इलेक्ट्रांनिक की दुकान है। उन्होने बताया कि दो अक्टूबर को एक युवक उनके पास आया और उसने बताया कि वह मजदूर है। बरेली में इज्जतनगर पुल के पास खुदाई के दौरान उसे जेवर मिले थे। वह युवक उन्हें चांदी के सिक्के बेच कर चला गया। इसके कुछ दिन बाद युवक एक महिला के साथ फिर उनके दुकान पर पहुंचा और पैसे वापस कर दोनों सिक्के वापस ले गया।
चांदी के दोनों सिक्के वापस ले जाने के एक सप्ताह बाद ठग ने फिर से व्यापारी को फोन किया। फोन पर उसने बतााय कि उसकी बहन की हालत बहुत खराब है। उसको जो खुदाई में गहने मिले थे, जिनकी कीमत 70 लाख रुपए है उसको बेचना चाहता है। ठग ने व्यापारी से कहा कि वह जेवर अपने पास रख ले और इसके बदले में उसे सिर्फ दस लाख रुपए दे दे। शेष हिसाब बाद में कर लेंगे। ठग की बातों में व्यापारी आ गया। इसके बाद 25 अक्टूबर को ठग ने व्यापारी को रोडवेज स्टैंड पर बुलाया, जहां से ठग अपने साथी के साथ व्यापारी को जिला अस्पताल ले गया। जिला अस्पताल में ठग ने पहले नकदी दिखाने को कहा। इसके बाद ठग ने जेवर से भरी पोटली दिखाई। आरोप है कि इससे पहले वह पोटली में रखे जेवर को चेक कर पाते इससे पहले ही ठगों ने उन्हें पुलिस का खौफ दिखाकर नकदी भरा बैग ले लिया और वहां से निकल लिए।
गलवाई के दिए 200 रुपए
व्यापारी की पत्नी सोनम मित्तल ने बताया कि अगले दिन उन्होंने एक दुकान पर जाकर जेवर गलवाए। सारा जेवर गलवाने के बाद पता चला कि वह सिर्फ पीतल था। जेवर गलवाई के दौरान एक रुपए का भी सोना नहीं निकला। उल्टा जेवर गलवाई के दो सौ रुपए जेब से देने पड़े।
व्यापारी की पत्नी सोनम ने बताया कि ठग से जेवर लेने के लिए उन्हें दस लाख रुपए का इंतेजाम करना पड़ा था। इसके लिए उन्होंने साढ़े पांच लाख रुपए का गोल्ड लॉन लिया। तीन लाख रुपए बैंक अकाउंट से निकाले और बाकी का पैसा उन्होंने अपने मिलने वालों से उधार लिया था। ठगी के बाद उन्होंने एफआईआर करा दी है। पुलिस ने विश्वास दिलाया है कि जल्द ही ठगों को खोज निकाला जाएगा।
व्यापारी के साथ हुई घटना की एफआईआर दर्ज की गई है। विवेचना प्रचलित है। साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दिनेश कुमार, शहर कोतवाल