18 से अधिक टीकाकरण में बरेली को मिली बड़ी कामयाबी
(बरेली ब्यूरो)। अचीवमेंट 100 प्लस कोरोना की दूसरी लहर क्यूं हावी रही और तीसरी लहर हावी क्यूं नहीं हो पाई, यह वैक्सीन की कमी और इसकी उपलब्धता का बड़ा प्रभाव है। इस प्रभाव के चलते ही बरेलियंस की बलवान इम्यूनिटी ने कोरोना के खतरे को मात दी है। वैक्सीनेशन के एक साल के अंतराल में 32.23 लाख से अधिक बरेलियंस ने कोविड वैक्सीन की फस्र्ट डोज लगवाई है। वैक्सीनेशन को लेकर उनकी इस सजगता से बरेली ने भी बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। जिले में 18 प्लस एज ग्रुप के वैक्सीनेशन का टारगेट 32.11 लाख फिक्स किया गया था। इस टारगेट के सापेक्ष 27 जनवरी तक 32.23 लाख से अधिक लोगों को फस्र्ट डोज लग चुकी है। इस तरह बरेली ने फस्र्ट डोज का टारगेट 100.37 परसेंट अचीव कर लिया है। इस उपलब्धि को हासिल करने में बरेली भले ही थोड़ा लेट हो, पर यह स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी उपलब्धि और बड़ी कामयाबी है।
सेकेंड डोज का टारगेट भी 72 परसेंट अचीव
कोविड वैक्सीनेश के हंड्रेड परसेंट इंपेक्ट और हंड्रेट परसेंट सेक्सेस के लिए इसकी दोनों डोज लगवाना जरूरी है। जिले में अभी तक कोविशील्ड ओर कोवैक्सीन की डोजेज लगाई जा रही हैं। कोविशील्ड की फस्र्ट डोज लगवाने के 84 दिनों के बाद सेकेंड डोज लगवानी है तो कोवैक्सीन की 28 दिनों बाद सेकेंड डोज लगवानी है। इस तरह जिले में 27 जनवरी तक 23,25,694 लोगों ने सेकेंड डोज लगवा ली है। यह अचीवमेंट टारगेट का 72.43 परसेंट है।
वैक्सीन की फस्र्ट डोज के टारगेट को 100 परसेंट अचीव करने में बरेली भले ही थोड़ा पिछड़ा हो, पर सेकेंड डोज के अचीवमेंट में बरेली प्रदेश के टॉप टेन जिलों में शामिल है। इस संबंध में डीआईओ डॉ। आरएन सिंह ने बताया कि फस्र्ट डोज के टारगेट के अचीवमेंट में बरेली 26 वीं पोजीशन पर है तो सेकेंड डोज के टारगेट के अचीवमेंट में जिले की 8 वीं रैंक है।
15 प्लस का वैक्सीनेशन 59 परसेंट
टीनएजर्स के वैक्सीनेशन में भी बरेली तेजी से प्रगति कर रहा है। प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद जिले में भी 3 जनवरी से 15 प्लस का वैक्सीनेशन शुरू हुआ। हेल्थ डिपार्टमेंट ने जिले में 15 से 17 वर्ष के 3,11,989 किशोरों को वैक्सीनेट करने का टारगेट फिक्स किया है। पोर्टल पर 27 जनवरी तक अपलोड डाटा के अनुसार जिले में 1,83,770 किशोरों का वैक्सीनेश हो चुका है। इस एज ग्रुप का टारगेट 27 जनवरी तक 58.90 परसेंट अचीव कर लिया गया है।
टीन एजर्स के वैक्सीनेशन का टारगेट अचीव करने के लिए स्कूल सबसे बड़ा माध्यम हैं। इस एज ग्रुप के अधिकांश किशोर स्कूलों में ही रजिस्टर हैं। इसके चलते ही हेल्थ डिपार्टमेंट ने स्कूलों में वैक्सीनेशन की शुरुआत की थी। कोरोना की तीसरी लहर के चलते स्कूल बंद होने से अब स्कूलों में लगने वाले वैक्सीनेशन कैंप में कई स्टूडेंट्स वैक्सीन लगवाने को नहीं पहुंच रहे हैं। इसके अलावा शीतलहर के प्रकोप के चलते भी यह वैक्सीनेशन प्रभावित हो रहा है। इन कारणों से टीन एजर्स के वैक्सीनेशन की स्पीड पहले से स्लो हो गई है।
प्रीकॉशनरी डोज का टारगेट 72 परसेंट अचीव
कोरोना की तीसरी लहर को मात देने के लिए कोरोना वारियर्स को एक बार फिर वैक्सीन के कवच से लेस किया जा रहा है। इसके लिए हेल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन की प्रीकॉशनरी डोज लगवाई जा रही है। हेल्थ डिपार्टमेंट ने जिले में 24,076 कोरोना वारियर्स को यह डोज लगाने का टारगेट फिक्स किया है। इस संबंध में डीआईओ डॉ। आरएन सिंह ने बताया कि जिले में 23,425 को प्रीकॉशनरी डोज लगवाई जा चुकी है। इस तरह प्रीकॉशनरी डोज का टारगेट भी 72.03 परसेंट अचीव कर लिया गया है।
---- 23,25,694 : को लगी सेकेंड डोज 72.43 : परसेंट टारगेट अचीव
------ 3,11,989 : टीन एजर्स को वैक्सीनेट करने का टारगेट 1,83,770 : का अब तक हुआ वैक्सीनेशन 58.90 : परसेंट टारगेट हुआ अचीव
----- 24,076 : को प्रीकॉशनरी डोज लगाने का टारगेट 23,425 : को अब तक लगी प्रीकॉशनरी डोज 72.03 : परसेंट टारगेट हुआ अचीव