यह कोई हैरान करने वाली बात नहीं है कि शहर के बीचों-बीच करीब 150 मीटर की दूरी के भीतर 70 मयखाने होंगे. क्योंकि यह बात बिल्कुल सही है. ये बात और है कि इन मयखानों के संचालकों के पास कोई सरकारी दस्तावेज और प्रमाण पत्र नहीं है.

बरेली (ब्यूरो)। यह कोई हैरान करने वाली बात नहीं है कि शहर के बीचों-बीच करीब 150 मीटर की दूरी के भीतर 70 मयखाने होंगे। क्योंकि यह बात बिल्कुल सही है। ये बात और है कि इन मयखानों के संचालकों के पास कोई सरकारी दस्तावेज और प्रमाण पत्र नहीं है। हां, लेकिन इन मयखाना संचालकों के बाद पास बारादरी पुलिस और नगर निगम के कुछ जिम्मेदार लोगों को सपोर्ट जरूर है। यही वजह है कि दिन हो या रात खुलेआम खुलेआम शौकिनों को शराब परोसी जाती है। सेटिंग की वजह से ही खुलेआम रोड पर शराब का सेवन लोग बेखौफ करते है। इसको लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने मौके पर पहुंच कर हकीकत की पड़ताल की। इसी पर आधारित है एक रिपोर्ट

चंद कदम पर पुलिस चौकी
पीलीभीत रोड पर जहां शराब के शौकिनों को हर कदम पर शराब पिलवाई जाती है। उससे कुछ ही कदम पर सेटलाइट पुलिस चौकी है। जहां पर हर समय पुलिस कर्मी मौजूद रहते है। यही नहीं इसके अलावा सेटेलाइट पर ठीक ठाक संख्या में ट्रैफिक पुलिसकर्मी, होमर्गाड और पीआरडी के जवान ड्यूटी पर मुस्तैद रहते है। बावजूद इसके इस रोड पर लोगों को खुलेआम शराब परोसी जाती है। शराब परोसने वाले ग्राहकों को विश्वास दिलाते है कि पुलिस से उनकी ठीक साठ सेटिंग है। इसको लेकर लोग खुलेआम बेखौफ बीच रोड पर पुलिस चौकी से चंद कदम की दूरी पर शराब का सेवन करते है।

सर्विस रोड कब्जा
बता दें कि सेटेलाइट रोड पर बनी सर्विस रोड पर करीब 150 मीटर लंबी रोड पर करीब 80 से ज्यादा ठेले लगते है। जिसमें से करीब 70 ठेले वाले लोगों को खुलेआम शराब पिलवाते है। नगर निगम पूरे शहर भर में अतिक्रमण हटवाने के नाम पर हल्ला मचाता रहता है। लेकिन इस सर्विस रोड को ठेले वालों से मुक्त कराने के लिए शायद ही कभी पहुंचा हो। चर्चा कि नगर निगम के कई कर्मचारी रोज ही यहां पर जाकर फ्री की शराब पीते है और मनमर्जी चीजे खाते है। इसके साथ ही अधिकारियों को भी मैनेज किया हुआ है। यहीं वजह है कि इस रोड पर नगर निगम के अधिकारियों को अतिक्रमण नहीं दिखाई देता है।

नहीं होती कार्रवाई
चौंकाने वाली बात यह है कि सेटेेलाइट पर चौकी से मात्र 100 मीटर की दूर पर ही शराब पिलाई जाती है। बीच रोड पर लोग दिन से लेकर देर रात तक शराब पीते रहते है। बावजूद इसके पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। चर्चा कि कि गश्त के दौरान सिपाही लोगों को शराब पीता देखकर भी रोकते और टोकते नहीं है। इस वजह से लोगों हौंसले बुलंद हैं। इसके यह भी चर्चा है कि शराब पिलवाने वाले ठेले वालों की पुलिस कर्मियों से साठगांठ रहती है। इस वजह से पुलिस कर्मी कोई कार्रवाई नहीं करते है।

ओवर रेट पर बेचते है शराब
शराब पिलाने के साथ ही रात में दस बजे के बाद यह ठेले वाले ही शराब ओवर रेट में बेचते है। अग्रेजी शराब की अलग-अलग ब्रांड पर सौ रुपए तक ओवर रेट लेते है, जबकि 70 से 75 रुपए में मिलने वाला देशी का पव्वा ठेले वाले 100 रुपए तक में उपलब्ध कराते है।

रोड पर शराब पिलवाना गलत है। ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सेटेलाइट पर अगर ऐसा हो रहा है तो ऐसा करने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई करेंगे। इसके साथ ही लापरवाही बरते वालें पुलिस कर्मियों की भी रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी जाएगी।
अनीता चौहान, सीओ थर्ड

Posted By: Inextlive