अपने अधिकारियों को पैसे देकर कई बार पुलिसकर्मी फंस चुके है. इसी को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की गई है. जिसमें लिखा गया है कि &सभी कर्मचारियों को दृढ़ संकल्प करना चाहिये कि किसी भी अधिकारी को एक भी पैसे अपने साथ से लेकर न दें&य सोशल मीडिया पर बने पुलिसकर्मियों के ग्रुप में इस पोस्ट के बाद से ही कमेंट की बाढ़ आ गई है.

बरेली (ब्यूरो)। अपने अधिकारियों को पैसे देकर कई बार पुलिसकर्मी फंस चुके है। इसी को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की गई है। जिसमें लिखा गया है कि &सभी कर्मचारियों को दृढ़ संकल्प करना चाहिये, कि किसी भी अधिकारी को एक भी पैसे अपने साथ से लेकर न दें&य सोशल मीडिया पर बने पुलिसकर्मियों के ग्रुप में इस पोस्ट के बाद से ही कमेंट की बाढ़ आ गई है। पोस्ट में पुलिस कर्मी अजब-गजब कमेंट कर रहे है।

बच जाते हंै अफसर
हर विभाग में कुछ अफसर भ्रष्ट होते ही है। जो लोगों से उनका सही काम करने का तक पैसा लेते है। खुद की गर्दन न फंसे इस लिए ऐसे अधिकारी अपने कर्मचारियों के जरिए लोगों से रिश्वत लेते है। यहीं वजह है कि रिश्वत लेते समय कई मामलों में सिर्फ कर्मचारी ही दबोचे जाते है। और अफसर साफ-साफ बच जाते है। कई मामलों में यह देखने को मिला है। ऐसे में अफसर भी रिश्वत लेने का पूरा ठीकरा अपने ही कर्मचारी पर ही फोड़ देता है। ऐसे मामलों को लेकर अब सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के बाद जंग छिड़ गई है। ग्रुप में पोस्ट के बाद कई पुलिस कर्मी अपने ही लोगों पर गंभीर आरोप लगा है। जिसमें जिन्हे कारखास भी कहा जा रहा है।

रिश्वत खोरों में बढ़ा डर
बीते कुछ समय पहले से मौजूदा समय में रिश्वतखोरों में कार्रवाई का डर बढ़ गया है। रिश्तवखारों में यह खौफ एंटी करप्शन यूनिट की लगातार कार्रवाई के बाद पैदा हुआ है। बीते साल 2023 में एंटी करप्शन यूनिट ने पूरे साल में कुल 14 लोगों को ट्रेप कर जेल भिजवाया था। जबकि एक जनवरी से अब तक यह टीम करीब 20 लोगों को ट्रेप कर सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है। इसके अलावा पुलिस अधिकारियों की सख्ती के बाद भी रिश्तवखारों में कार्रवाई का भय बढ़ा है। हाल में ही सात लाख की रिश्वत लेकर फरीदपुर में दो तस्करों को छोडऩे के मामले में एसपी साउथ मानुष पारिक ने थाने में छापा मारा था। इस दौरान फरीदपुर इंस्पेक्टर रामसेवक थाना छोडक़र फरार हो गए थे। उनके कमरे से करीब नौ लाख रुपए बरामद हुए थे। इस घटना के बाद से भी पुलिस कर्मियों में खौफ है। क्योंकि फरार इंस्पेक्टर के खिलाफ भष्ट्राचार और पिस्टल और कारतूस के गबन करने के मामले में दो अलग्र-अलग एफआईआर दर्ज हुईं थीं।

यह हुई कार्रवाई
3 बिजली विभाग के पकड़े
4 कर्मचारी शिक्षा विभाग के पकड़े
4 पुलिसकर्मी गिरफ्तार हुआ।
1 होमगार्ड को किया गया गिरफ्तार
1 चाइल्ड लाइन को पकड़ा
1 जिला उद्योग केन्द्र का अफसर पकड़ा
2 लेखपाल को किया गिरफ्तार
2 हेल्थ विभाग के प्रशासनिक अधिकारी
1 सिंचाई विभाग का अफसर
1 चकबंदी विभाग का बाबू

एक नजर में कमेंट
हम तो बहुत पहले ही कर चके हैं न अधिकारियों को देना और न स्वयं से लेना, जय श्रीराम
-भाईयों हरिराम की दुकान बंद हो जाएगी।
-कारखास को बेरोजगार करने के मूड में हो।
-ऐसा कभी नहीं हो सकता है। चापलूसों से भरा है विभाग।
-काश ऐसा हो पाता।
-कारखास का क्या होगा।
-कितने प्रतिशत मानेंगे मेरे मित्र।
-भाई विभाग में बहुत चमचे हैं।
-इसके लिए पहले हरिराम नाई को विभाग से हटाना पड़ेगा।
-कारखास सडक़ पर आ जाएंगे।

Posted By: Inextlive