बरेली: सर्राफा को गोली मारने वाले 2 बदमाश मुठभेड़ में अरेस्ट
बरेली (ब्यूरो)। आंवला में सर्राफा को गोली मारने वाले दो बदमाशों को पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़ लिया। दोनों ही बदमाशों के पैर में गोली लगी। इस दौरान के दौरान एक एसआई भी गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने तीनों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। बदमाशों की मरहम पट्टी कराने के बाद उन्हे जेल भेज दिया। इस दौरान बदमाशों ने बताया कि चोरी करते समय सर्राफा ने देख लिया था। पकड़े जाने के डर से उन्होने गोली चलाई थी। इस मामले में एक बदमाश अब भी फरार है।
ये था मामला
20 सिंतबर की रात आंवला कस्बा चौकी के पास चोरी करने की नियत से घुसे बदमाशों ने टोकने पर सर्राफा श्रीकांत पाटिल को गोली मार दी थी। इसे बाद बदमाश मौके से फरार हो गए थे। सर्राफा को गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई थी। इसके विरोध में आंवाल के व्यापारियों बाजार बंद कर विरोध प्रर्दशन किया था। घटना के बाद से ही पुलिस उनकी तलाश में जुटी थी। बदमाशों की तलाश के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही थी। इस दौरान संडे की रात की रात एक बजे के समय पुलिस बदायूं रोड निकट कस्बा आंवला में एक स्कूल के पास कच्चा खडंजा पर चेकिंग कर रही थी। पुलिस को सूचना मिली की व्यापारी को गोली मारने वाले बदमाश गुजर रहे है। पुलिस ने घेराबंदी कर बाइक से जा रहे बदमाशों को रोकने की कोशिश की। इस दौरान बदमाशों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। जबावी कार्रवाई में पुलिस की गोली से बदमाश बजरुल अली पुत्र मेराज उर्फ चैंपियन निवाासी इस्माइलनगर थाना कादरचौक हाल निवासी सैदपुर बजरिया बदायूं और लईक पुत्र उन्मत शाह निवासी मानकपुर थाना उझानी के पैर में गोली लगने से वह घायल हो कर गिर गए। जिसको पुलिस ने हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरु कर दी।
बदमाशों से मुठभेड़ के दौरान एसआई रहमत अली भी गोली लगने से घायल हो गए। पुलिस ने तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया। पकड़े गए बदमाशों पर कुल 31 मुकदमे दर्ज हैं। जिसमें बजरुल पर 24 मुकदमें दर्ज है। जबकि उसके दूसरे बदमाश साथी लईक पर 7 मामले दर्ज हैं।
बजरूल ने चलाई थी गोली
पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि उनके साथ एक और साथी हनसबी उर्फ अरबाज पुत्र गुलाम रसूल निवासी दादोनगर थाना उझानी घर का ताला तोड़ रहे था। इस दौरान सर्राफा ने उन्हें टोक दिया। इस दौरान पकड़े जाने के डर से बजरूल ने जान से मारने की नियत से सर्राफा पर फायर कर दिया था।