बरेली: दूषित पानी पीने को मजबूर 10 हजार की आबादी
बरेली (ब्यूरो)। नगर निगम शुद्ध पेयजल के नाम पर वार्ड संख्या 46 के कॉलोनियों में दूषित पेयजल सप्लाई कर रहा है। परेशान लोगों ने इसकी शिकायत नगर निगम में की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। 15 दिन से अधिक समय बीत गया तो परेशान लोगों ने सीएम पोर्टल पर भी शिकायत की। इसके बाद भी समस्या का कोई समाधान नहीं हो सका। समाधान के नाम पर सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है।
कई दिन से समस्या
वार्ड संख्या 46 गांधी नगर और पहाड़ी कॉलोनी में करीब 15 हजार की आबादी रहती है। इन कॉलोनियों में रहने वाले निवासियों का कहना है कि सप्लाई नगर निगम की तो आती है उसका कोई निर्धारित टाइम नहीं है। इसके साथ ही पाइप लाइन कहीं फटी होने के कारण लोगों के घरों में दूषित पानी पहुंच रहा है। इसकी शिकायत कई बार नगर निगम से की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। परेशान होकर लोगों ने सीएम पोर्टल पर कंप्लेंट की लेकिन उस पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई। इस बारे में अफसरों से फोन भी कॉलोनी के लोगों ने किया तो पता चला कि उन्हें भी अश्वासन दिया गया। कॉलोनी के लोगों ने 18 मई को अफसरों को फोन किया तो बताया कि 19 को संडे हैं मंड को आपके यहां समस्या ठीक हो जाएगी। लेकिन इसके बाद मंडे को कॉल की तो भी कोई समाधान नहीं हो सका। अब ऐसे में लोग नगर निगम की पेयजल के नाम पर दूषित पानी पीने का मजबूर हैं।
गांधी नगर और पहाड़ी कॉलोनी में पेयजल की समस्या की कंप्लेंट आई थी, उसकी जांच के लिए टीम भी वहां पर भेजी तो कहीं समस्या नहीं मिल सकी। अगर किसी को समस्या है तो वह कंप्लेंट फोन पर बता सकता है वहां की समस्या ठीक करा दी जाएगी।
सिद्धार्थ कुमार, एक्सईन जलकल विभाग नगर निगम
रेलवे के कौन से पंप से कहां पर पानी बर्बाद हो रहा है। इसके बारे में पीडब्ल्यूआई को जानकारी होगी। पता करता हूं कि तीन दिन से पानी को बर्बाद क्यों किया जा रहा है। इसको बर्बाद करने की जगह कहीं यूज करना चाहिए था।
भानु प्रताप सिंह, स्टेशन अधीक्षक, बरेली जंक्शन
बरेलियन्स की बात
टूटी और क्षतिग्रस्त पाइपलाइन कई दिनों से ठीक नहीं हो रही है। हार्टमैन रोड जैसी व्यस्त सडक़ पर ऐसा होने पर भी अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं, जिससे जल की बर्बादी होती है। जल की एक-एक बूंद की बचानी होगी।
सुमन कुमार, गांधीपुरम
काफी दिनों से नगर निगम के सप्लाई के पानी में बदबू आ रही है। पानी गंदा आ रहा है। अनियमित सप्लाई है, पानी का प्रेशर भी लो है। शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है।
अनंत कुमार शर्मा निवासी गांधीपुरम
बढ़ती आबादी के साथ क्षेत्र में एक नए ओवरहेड वॉटर टैंक की आवश्यकता है, जो राम लीला मैदान के एक कोने में लगाया जा सकता है। शास्त्री नगर में लगा वॉटर टैंक आबादी के हिसाब से पूर्ति नहीं कर पा रहा है। पेयजल के नाम पर नगर निगम दूषित पेयजल भेज रहा है।
प्रकाश शर्मा निवासी गायत्री नगर
इस भीषण गर्मी में गंदे पानी की सप्लाई से संक्रामक रोग फैलने का खतरा बढ़ सकता है। पानी में क्लोरीन का प्रयोग भी नहीं किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी बनने जा रहे बरेली पर जल निगम धब्बा लगा रहा है।
सौरभ जैन, सामाजिक कार्यकर्ता