बरेली: 10 हजार हादसे, नेक आदमी सिर्फ 1
बरेली (ब्यूरो)। हर साल परिवहन विभाग को मंडल के एक ऐसे आदमी को सम्मानित करना होता है जिसने हादसे में घायल की समय रहते मदद की और उसकी जान बचाई गई हो। 10 हजार से ज्यादा हादसे होने के बाद भी चार साल में सिर्फ एक ही युवक को नेक आदमी का सम्मान मिल पाया। वर्ष 2022 के बाद से अब तक यह सम्मान किसी दूसरे व्यक्ति को नहीं मिल पाया है। स्वास्थ्य विभाग और पुलिस महकमा हर बार ऐसे लोगों के नाम शासन को भेजता है। लेकिन वह किसी न किसी कमी की वजह से सम्मानित नहीं हो पाते है।
3 साल में किसी को सम्मान नहीं
राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह का समापन कार्यक्रम में परिवहन विभाग को हादसे में घायल की मदद करने वाले की तलाश रहती है। बता दें कि यह सम्मान पिछले तीन साल से अब तक किसी को नहीं मिला है। जिसमें पिछले तीन साल में अब तक ऐसा कोई भी नेक आदमी नहीं है। जिसे यह सम्मान मिला हो। पुलिस महकमे और स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर साल कई नाम भेजे गए। लेकिन यह यह लोग शासन की शर्तों पर खरे नहीं उतर पाए। यह वजह है कि मुख्यालय से किसी के नाम पर मुहर नहीं लगी।
2021 में युवक सम्मानित
परिवहन विभाग हर वर्ष एक नेक आदमी &गुड सेमेरिटन&य की तलाश कर उसे सम्मानित करता है। इस दौरान मुख्यालय से चुने गए युवक को किसी की जान बचाने के लिए पांच हजार रुपए दिए जाते है और नेक आदमी का सम्मान भी दिया जाता है। बता दें कि वर्ष 2021 में सीबीगंज के नदौसी के रहने वाले प्रेमपाल को यह इस सम्मान से नवाजा गया था। प्रेमपाल ने सीबीगंज की एक प्लाईवुड में काम करने वाले प्रवीण निवासी फतेहगंज पश्चिमी को फैक्ट्री परिसर में हुए हादसे के दौरान 6 मिनट में अस्पातल पहुंचा कर उसकी जान बचाई थी। इसके बाद प्रेमपाल का 2021 में प्रेमपाल का नाम पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने आरटीओ कार्यलय भेजा था। यहां से यह नाम मुख्यालय भेजा गया। जहां से इस नाम पर मुहर लगने के बाद प्रेमपाल को नेक आदमी का सम्मान मिलने के साथ ही पांच हजार का नकद पुरुस्कार भी मिला था।
नहीं मिला नेक आदमी
पिछले वर्ष तीन वर्ष से बरेली में अब तक कोई नेक आदमी विभाग को जिले से नहीं मिला है। बता दें कि परिवहन विभाग राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह में ऐसे लोगों को खूब तलाश करता है। इसका नाम मुख्य तक भेजा जा सकते। इसमें पुलिस और स्वास्थ्य विभाग परिवहन विभाग की मदद करते है। दोनों ही विभाग से मिलने वाले नामों को विभाग मुख्यालय भेजता है। बता दें कि पुलिस विभाग और स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार नाम भेजे जा रहे है। इस वर्ष भी दो नामों को भेजा गया है। लेकिन प्रेमपाल के अलावा अब तक यह सम्मान किसी दूसरे को नहीं मिला है।
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति ने समय पर घायल को अस्पताल पहुंचाकर उसकी जान बचाई हो। उसे गुड सेमेरिटन यानि नेक आदमी कहा जाता है। शासन के दिशा निर्देशानुसार ऐसे व्यक्ति को राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह में सम्मानित किया जाता है। इसके साथ ही बार.बार घायलों की जान बचाने वाले व्यक्तियों को नाम शासन से केन्द्र सरकार को भेजा जाता है। जहां से युवक को एक लाख रुपए तक का नकद पुरुस्कार मिलता है। हादसों में घायलों समय से अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को नेक आदमी का सम्मान मिलता है। इसके साथ ही उसे पांच हजार की नकद राशि भी दी जाती है। 2021 के बाद से अब तक यह सम्मान जिले में किसी को नहीं मिला है।
- दिनेश कुमार, आरटीओ परिवर्तन