कुछ कर रहे गलत काम, बरेली हो रहा बदनाम
अराजक तत्व बिगाड़ रहे शहर का माहौल
हाथ से हाथ मिलाकर चलना चाहती है जनता > BAREILLY: पूरी दुनिया में बरेली शरीफ के नाम से मशहूर बरेली शहर को चंद लोगों की करतूत से बवाल के तराजू में तोला जाने लगा है। जबकि ऐसा नहीं है। बरेली की जनता भी दूसरे शहरों की तरह अमन पसंद हैं। बस कुछ लोग की करतूत से शहर बदनाम हो रहा है। पुलिस आंकड़े भले ही यह कहते हों कि बरेली और बवाल का रिश्ता है, लेकिन यहां अमन पसंद जनता इसे कभी भी नहीं मानेगी। जनता आज भी एक दूसरे का हाथ थामकर चलने की इच्छुक है। क्या कहते हैं आंकड़ेहालांकि पुलिस के जो आंकड़े हैं। वह बरेली शहर के मिजाज से अलग है। आंकड़ो के मुताबिक वर्ष ख्0क्ब् में पुलिस ने क्ब्भ् बलवे के केस दर्ज किए। फ्म्भ् दिन में क्ब्भ् मुकदमें यानि एवरेज तीन दिन में एक मुकदमा दर्ज किया गया। वर्ष ख्0क्भ् की ही बात कर लें तो अप्रैल तक ब्फ् मुकदमे बवाल में दर्ज किए जा चुके हैं। हालांकि यह बात सोलह आना सच है कि कुछ अराजक तत्वों की वजह से बरेली के माथे पर यह दाग लगा है।
देहात में भी अमन के 'दुश्मन'बरेली शहर के अलावा ग्रामीण इलाके में भी कुछ लोग अमन-चैन के दुश्मन हैं। शहर के कोतवाली, प्रेमनगर, बारादरी, इज्जतनगर, सीबीगंज, सुभाषनगर, कैंट, किला, बिथरी चैनपुर इन थानों में भी इस तरह के मामले दर्ज हैं। जबकि ग्रामीण इलाके में फरीदपुर, शाही, नवाबगंज, बहेड़ी, फतेहगंज पश्चिमी, हाफिजगंज, मीरगंज समेत अन्य एरिया में भी इस तरह की घटनाएं हुई हैं।
म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म् ख्---------------- बानखाना में हालात सामान्य बानखाना में दूसरे दिन हालात सामान्य हो गए हैं। हालांकि, दूसरे दिन भी एहतियात के तौर पर फोर्स तैनात रही। इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। आरोपी फैजान के परिवार वाले भी अब घर में घुसकर तोड़फोड़ और लूटपाट का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन पुलिस इन आरोपों को झूठा बता रही है। दुकानें भी खुल गई जिस बानखाना में मंडे को पान के रुपए उधार मांगने पर जमकर बवाल हुआ था। लोगों ने पथराव करने के साथ बोतलें भी फेंकी थीं। मामला इतना बिगड़ गया था कि भारी संख्या में पुलिस फोर्स बुलानी पड़ गई थी। उसी बानखाना में दूसरे दिन ऐसा लग रहा था जैसे यहां कुछ हुआ ही नहीं हो। दुकानें खुली थीं। लोग सुकून की सांस ले रहे थे। पुलिस रही मुस्तैदमंडे को पुलिस को उपद्रवियों को डंडा लेकर भगाना पड़ रहा था वही पुलिस हालात के अनुसार बिना डंडा चलाए ही ड्यूटी कर रही थी। पुलिस के अलावा पीएसी के भी जवान तैनात थे कि कोई बवाल न हाेने पाए।
फैजान के परिजनों ने लगाए आरोप बवाल के आरोपी फैजान के घर वाले भी आरोप लगा रहे हैं कि कमल की ओर से लोगों ने छत से घुसकर उनके घर में तोड़फोड़ की। फ्रिज, चारपाई समेत सामान इधर फेंक दिया। यही नहीं अलमारी खोलकर बहन की शादी के लिए खरीदी गई ज्वैलरी भी लूटकर ले गए। पुलिस ने उनके घर आकर देखा तक नहीं। वहीं पुलिस का कहना है कि तोड़फोड़ नहीं हुई है। खुद ही सामान गिरा लिया है।