क्वॉइन की जगह ज्वैलरी है बरेलियंस की पसंद
- क्वॉइन के बजाय ज्वैलरी पर करीब 70 से 80 परसेंट तक ज्यादा होता है इंवेस्टमेंट
- क्वॉइन में फ्रॉजरी ज्यादा मिलने की वजह से लोग परचेजिंग से करते हैं परहेज BAREILLY: मेहनत की कमाई को लोग अलग-अलग चीजों में इंवेस्ट करते हैं। प्रजेंट टाइम में गोल्ड में इंवेस्टमेंट करने का ट्रेंड सबसे ज्यादा पापुलर हो गया है। लोग गोल्ड के क्वॉइन और ज्वैलरी में में अपनी गाढ़ी कमाई इंवेस्ट कर रहे हैं। ज्वैलर्स के मुताबिक करीब ब् वर्ष पहले गोल्ड इंवेस्टमेंट के प्रति लोगों का रुझान काफी कम था, लेकिन अचानक से लोगों का इंवेस्टमेंट के तरीकों में बदलाव आ गया है। अब गोल्ड के जरिए ही लोग अपनी मेहनत की कमाई को सहेजने में विश्वास करने लगे हैं। क्वॉइन से उठ रहा भरोसाकरीब चार वर्ष पहले लोग गोल्ड इंवेस्टमेंट के लिए देवी-देवता प्रिंटेड गोल्ड क्वॉइन खरीदने में हिचकते नहीं थे। लेकिन बाद में जब लोग ऑरिजिनलिटी के प्रति अवेयर हुए तो क्वॉइन में बड़ा फ्रॉड निकला। चमकते सिक्कों की जगह उनके हाथों में कॉपर व सिल्वर मिक्स गोल्ड निकला। इसलिए शहरवासियों का क्वॉइन्स पर इंवेस्टमेंट से भरोसा उठने लगा है। इसके अलावा, क्वॉइन को गलाकर ज्वैलरी में तब्दील करने पर काफी गोल्ड वेस्ट हो जाता है।
ज्वैलरी में इंवेस्टमेंट है फायदेमंदअगर आपके पास सोना है तो उसका उपयोग भी होना चाहिए। ऐसे में सिक्कों की खरीददारी की बजाय लोगों ने ज्वैलरी पर इंवेस्टमेंट शुरू करने लगे हैं। धीरे-धीरे ज्वैलरी पर इंवेस्टमेंट ट्रेंड बनता जा रहा है। सर्राफा व्यापारियों के मुताबिक ज्वैलरी पर इंवेस्टमेंट के दो फायदे होते हैं। पहला आपकी मेहनत आपके साथ रहती है। दूसरा गहनों को पहनकर कोई इवेंट, फंक्शन या पार्टी को एंज्वॉय किया जा सकता है। वहीं ज्वैलरी को तोड़कर नया डिजायन देने में भी गोल्ड की वेस्टेज कम होती है।
प्राइस और इंवेस्टमेंट ज्वैलर्स के मुताबिक कस्टमर्स अपनी जेब के अनुसार गोल्ड में इंवेस्टमेंट करने के तरीके अपनाते हैं। इसमें क्0 से क्भ् हजार तक के लिए रिंग, क्म् से फ्0 हजार के लिए चेन और पैंडल्स, फ्क् से भ्0 हजार के लिए बैंगल्स और कंगन, भ्0 और उससे अधिक रेंज के लिए मंगलसूत्र, भारी वजन के डिजायनर चेन व अन्य गहने प्रिफर करते हैं। प्रॉपर्टी, शेयर में गाढ़ी कमाई इंवेस्ट करने वाले लोगों ने अब गोल्ड ज्वैलरी में इंवेस्ट करना शुरू कर दिया है। क्योंकि ब्रांडेड ज्वैलरी का रिटर्न भी क्00 परसेंट तक होता है। विवके अरोड़ा, तनिष्क स्टोर मैनेजर, रामपुर गार्डनपहले लोग गोल्ड क्वॉइन में इंवेस्ट करते थे, लेकिन अब ट्रेंड में करीब 80 परसेंट चेंज आया है। ज्वैलरी के जरिए इंवेस्टमेंट का क्रेज लोगों में ज्याद दिख रहा है।
संजय अग्रवाल, रामकुमार अग्रवाल ज्वैलर्स, नीयर हिंद टाकीज