कुकर्म के मामले में बारादरी पुलिस ने की लीपापोती, नहीं दर्ज किए बयान
- 27 फरवरी की सुबह लापता हुआ था किशोर, देर रात बदहवास स्थिति में डोहरा नदी किनारे पड़ा मिला था
- कुकर्म छिपाकर महज मारपीट में दर्ज की थी रिपोर्ट, परेशान होकर पीडि़त ने आईजी से की शिकायत बरेली: मारपीट और चोरी जैसे मामूली मामले ही नहीं बल्कि कुकर्म-दुष्कर्म जैसे गंभीर मामलों में भी पुलिस लीपापोती करने से पीछे नहीं हटती। ऐसा ही एक मामला थर्सडे को सामने आया, जिसमें बारादरी पुलिस ने कुकर्म के मामले को महज मारपीट में दर्ज कर पीडि़त को टहला दिया। वहीं घटना के करीब तीन हफ्तों बाद भी पुलिस ने पीडि़त किशोर के बयान तक दर्ज नहीं किए। शिकायत पर आईजी रेंज राजेश कुमार पांडेय ने विवेचक को फटकार लगाई और बयान दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। बहलाकर ले गया था पड़ोसीबारादरी क्षेत्र में 27 फरवरी की सुबह एक 10 वर्षीय किशोर के लापता होने के बाद उसके पिता को देर रात पुलिस ने फोन किया था। बताया कि उनका बेटा डोहरा नदी के पास बेसुध अवस्था में उन्हें मिला है, जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पीडि़त के पिता के मुताबिक उसे बुरी तरह से पीटा गया था। सिर में गंभीर चोटों के साथ शरीर पर भी चोट के निशान थे। वहीं बताया कि मोहल्ले का ही एक युवक उसे बाइक से घुमाने के बहाने अपने साथ ले गया था। अब वह भी गायब है।
मारपीट की दर्ज की थी रिपोर्ट शिकायत पुलिस ने अलगे दिन मामले में महज मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। जिसके बाद से अब तक बारादरी पुलिस ने आरोपी की भी गिरफ्तारी नहीं कर सकी। वहीं जानकारी लेने पर पुलिस आरोपी के शहर छोड़कर भाग जाने की बात कहती रही। वहीं मामला गंभीर होने के बावजूद पुलिस ने घटना के करीब तीन हफ्तों बाद तक पीडि़त किशोर के बयान तक दर्ज नहीं किए। आईजी को सुनाई आपबीती पीडि़त ने थर्सडे को आईजी राजेश कुमार पांडेय से बारादरी पुलिस की शिकायत की। पीडि़त किशोर ने बताया कि सुबह आरोपी मोहल्ले का अजीम उसे बहाने से अपने साथ ले गया था। इसके बाद सूनसान इलाके में ले जाकर उसने उसे धमकाकर कपड़े उतरवाए, फिर उसके साथ गलत काम किया। इसके बाद उसे बुरी तरह ईंट से मारा और मरा हुआ समझकर वहां छोड़ गया। पुलिस को भी उसने पूरी आपबीती सुनाई थी, लेकिन पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की।