बरेली से पहले अलीगढ़ की मीट फैक्ट्री में काम करते थे बांगलादेशी
- बरेली के ही ठेकेदार द्वारा अलीगढ़ में काम दिलाने की बात आ रही है सामने
- मीट फैक्ट्री पहुंची खुफिया एजेंसी व कैंट थाने की पुलिस, हुई पूछताछ, मांगी गई कर्मियों की सूची बरेली : म्यांमार और बांग्लादेश की महिलाओं को विदेश में बेचने व मानव तस्करी करने वाले गिरोह के बरेली में पकड़े गए दो आरोपितों ने अलीगढ़ की मीट फैक्ट्री में लंबे वक्त तक काम किया। बरेली के ही ठेकेदारों के जरिए उन्हें अलीगढ़ की मीट फैक्ट्री में एंट्री मिली थी। तफ्तीश में सामने आया है कि दो माह पहले दोनों ने ठेकेदारों से बरेली शिफ्ट किये जाने बात कही जिसके बाद ठेकेदारों ने दोनों को बरेली की रहबर फूड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड में काम दिला दिया। अंदेशा है कि दोनों को पहले से कानूनी शिकंजे में फंसने का शक था। अब ऐसे में खुफिया एंजेसी आरोपितों का बरेली वाया अलीगढ़ कनेक्शन भी तलाश रही हैं।पुलिस तलाश रही अलीगढ़ कनेक्शन
मानव तस्करी गिरोह के सरगना मुहम्मद नूर उर्फ नुरूल इस्लाम के निशानदेही पर पकड़े गए आरोपित अब्दुल शकूर उर्फ गनी और आले मियां को लेकर लगातार चौकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। अब तक जांच में सामने आया है कि बरेली में फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार कराने की किसी को भनक न लगे। इसके लिए जब तनख्वाह लेने की बारी आई तो आरोपितों ने बैंक में खाता न होने का हवाला दिया। नगद तनख्वाह की ही बात कही। इसके बाद आरोपित नगद तनख्वाह उठाने लगे। दो महीनों ने ही आरोपितों ने फैक्ट्री के आस-पास के क्षेत्र में जान पहचान बना ली थी। एटीएस की कार्रवाई के बाद सक्रिय हुई खुफिया एजेंसियां बुधवार को रहबर फूड इंडस्ट्रीज व मारिया मीट फैक्ट्री पहुंची। टीम ने कंपनी प्रबंधन से फैक्ट्री में काम कर रहे लोगों के बारे में जानकारी जुटाई।
कैंट पुलिस ने मांगी सूची, मीट फैक्ट्री में काम रहे हर कर्मी का होगा सत्यापन खुफिया एंजेसियों के सक्रिय होने के बाद कैंट पुलिस भी हरकत में आई है। बुधवार को कैंट पुलिस मारिया फैक्ट्री के साथ रहबर फूड इंडस्ड्रीज व दो अन्य फैक्ट्रियों में पहुंची। पुलिस ने प्रबंधन से कंपनी में काम कर रहे कर्मियों के बारे में जानकारी जुटाई। इसके बाद कंपनी से प्रत्येक कर्मियों का पुलिस वेरिफिकेशन कराने के निर्देश दिये। इधर, खुफिया एंजेसी जिले में चल रही मीट फैक्ट्री में काम कर रहे हर कर्मी के बारे में जानकारी जुटा रही है। गनी और आले मियां की तरह अन्य संदिग्ध के भी बरेली में काम करने का अंदेशा है।कंपनी में करते थे काम, बन गए ठेकेदार
बारादरी के नवादा शेखान और कैंट नकटिया के जिन दो ठेकेदारों के जरिए बांग्लादेशी बरेली आए। वह दोनों ठेकेदार भी कभी अलीगढ़ की मीट फैक्ट्री में मजदूरी करते थे। मजदूरी करते-करते दोनों दोनों मीट फैक्ट्री में ही लेबर सप्लाई का काम करने लगे। सामने आया है कि ठेकेदारों के भाई भी अलीगढ़ की मीट फैक्ट्री में लेबर सप्लाई का ही काम करते हैं। रहबर फूड इंडस्ट्रीज में एक ठेकेदार के 25 से 30 लेबर हैं तो दूसरे के 15 से 20 लेबर हैं। खुफिया एंजेसियों ने शासन को भेजी रिपोर्ट मामले में शासन स्तर से सीधे मानीट¨रग हो रही है। दोनों आरोपितों के साथ अब तक जांच में सामने आाई खुफिया जानकारी एजेंसियों ने शासन को भेज दी है। विशेष टीम गठित कर हर ¨बदु पर खुफिया एजेंसियों को जानकारी जुटाने के निर्देश हैं। पुरी मुस्तैदी के साथ टीमें इसमें जुटी हुई हैं।संदिग्धों के बारे में यदि किसी को कोई जानकारी है तो वह तत्काल पुलिस से साझा कर लें। जानकारी देने वाले की नाम गोपनीय रखा जाएगा। पूरे जोन में पुलिस को गैर प्रांत से आए लोगों के बारे में जानकारी जुटाने के निर्देश दिये गए हैं। यदि कोई गैर प्रांत का व्यक्ति किसी के वहां काम कर रहा है तो वह भी पुलिस को इसकी जानकारी दें। यदि संबंधित इसमें लापरवाही बरतता है और पुलिस सत्यापन में वह संदिग्ध पाया जाता है तो उसे भी संदिग्ध को शय देने का दोषी माना जाएगा।
- अविनाश चंद्र, एडीजी जोन