मेरे साहिबा..मैं तेरी हों मुक्की आं
BAREILLY: सिक्ख समाज की ओर से मंडे को खालसा साजना दिवस बैसाखी पर्व सेलीब्रेट किया गया। गुरु गोविंद सिंह नगर स्थित दशहरा ग्राउंड में सजे पंडाल में गुरुग्रंथ साहिब का लोगों ने दर्शन किया। इस मौके पर स्टूडेंट्स और रागी जत्थों की ओर से कीर्तन किए गए। कार्यक्रम की समाप्ति अरदास हुक्मनामे के साथ हुई। इस बीच गुरु का अटूट लंगर चलता रहा। इसके बाद गुरु ग्रंथ साहिब को पंच प्यारों ने गुरुद्वारे में लाकर स्थापित किया। इस मौके पर गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के गुरदीप सिंह बग्गा, मालिक सिंह और कुलजीत सिंह व अन्य लोग मौजूद रहे।
पांच हजार लोगों ने किए दर्शनपंडाल में करीब पांच हजार लोगों ने गुरुग्रंथ साहिब के दर्शन का लाभ लिया। इस मौके पर पाउंटा से आए जसवीर सिंह ने खालसा की उपमा 'प्रथम रहित यह जान खंडे की पाहुल छके' जैसे कई गीतों के माध्यम से की। वहीं कीर्तन की शुरुआत नितनेम की वाणियों से की गई। इसके बाद 'आसा की वार' कीर्तन में जसवंत सिंह ने अपने सुरीली आवाज के जादू से सबको निहाल किया। वहीं दिल्ली से आए पंच प्यारे ट्यूजडे को सौ से अधिक लोगों को अमृत छकाऐंगे।
मेले जैसा रहा माहौलइस मौके पर पंडाल के बाहर मेले जैसा माहौल रहा। यहां लगे धार्मिक पुस्तकों के विभिन्न स्टॉल्स पर लोगों ने बुक्स खरीदी। वहीं मेडिकल कैंप और ब्लड डोनेशन कैंप में भी लोगों ने बढ़-चढ़कर पार्टीसिपेट किया। धूप की तपन को कम करने के लिए ठंडी छबील, ठंडाई, आइसक्रीम, जूस, कोल्डड्रिंक्स के काउंटर पर भी लोगों की जबरदस्त भीड़ रही।