जितनी ज्यादा जानकारी, उतनी कम होगी बर्बादी
- सेक्रेड हार्ट्स व जीआरएम में स्कूली बच्चों को दिए गए टिप्स
-इस दौरान बच्चों ने जमकर पूछे एक्सपर्ट से सवाल, जिज्ञासा की शांत भूकंप कब आएगा, इसका अनुमान लगाने में साइंस भी पूरी तरह से फेल है। ऐसे में जानकारी ही बचाव है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आई नेक्स्ट ने सिटी के दो स्कूलों के बच्चों को भूकंप के दौरान किस तरह से खुद को सेफ किया जाए, इसकी जानकारी दी। जिसमें सिविल डिफेंस के एक्सपर्ट की टीम ने स्टूडेंट्स को इसकी जानकारी दी। क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ:भूकंप का झटका महसूस होते ही हम-सब एक ही काम करते हैं घर से बाहर भागने लगते हैं, लेकिन एक्सपर्ट बताते हैं कि जब भूकंप आता है तो फिर कई बार बाहर भागने के लिए वक्त ही नहीं होता है। ऐसे में क्या करना चाहिए, अपार्टमेंट में है तो फिर खुद को किस तरह से सेफ करें, घर के बाहर बड़ी बिल्डिंग हैं तो फिर क्या करना चाहिए, घर को किस तरह से ज्यादा सेफ कर किया जा सकता है जैसी इंफार्मेशन एक्सपर्ट ने दी। आई नेक्स्ट की तरफ से आयोजित इस प्रोग्राम में सिविल डिफेंस के डिप्टी कंट्रोलर कश्मीर सिंह, सहायक उप नियंत्रक, पंकज कुदेशिया, सेक्टर वार्डन श्यामकृष्ण ने स्कूली छात्रों को जानकारी दी।
डरिए मत, समझ से लीजिए काम
पंकज कुदेशिया ने बताया कि भूकंप के दौरान सेकंड भर में हर कोई हड़बड़ी का शिकार हो जाता है, यह ठीक नहीं होता है। उन्होंने कहा कि जल्दी होनी चाहिए, लेकिन इसको समझ के साथ करना चाहिए, वरना काफी नुकसान हो जाता है। जीआरएम स्कूल में छात्रों को जानकारी देते हुए उन्होंने पंकज कुदेशिया ने बताया कि जिस तरह से तेजी से बार-बार आपदाएं आ रही हैं, उसको देखते हुए अब बेहद एलर्ट रहने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि जितनी जानकारी होगी, उतना ही नुकसान को कम किया जा सकता है। सेक्रेट हर्ट में स्टूडेंट्स ने पूछे खूब सवाल भूकंप के अवेयरनेस प्रोग्राम के दौरान सेक्रेट हटर्स में स्टूडेंट्स ने खूब सवाल किए। इस दौरान टीम ने एक-एक बच्चे की क्वेरीज के जवाब दिए। एक महीने के लगातार आए भूकंप की दहशत स्टूडेंट्स के सवालों में साफ नजर आ रही थी। ज्यादातर स्टूडेंट्स ने अपार्टमेंट में रहने के दौरान क्या करना चाहिए से संबंधित सवाल पूछे। टीम ने बताया कि बड़ी बिल्डिंग किस तरह से गिरती है, उनके किस दिशा में गिरने की संभावनाएं के बारे में भी स्टूडेंट्स को जानकारी दी। पेरेंट्स को भी बताएइस दौरान सिविल डिफेंस के अधिकारियों ने कहा कि भूकंप से बचाव की जितनी भी टिप्स दी गई है, उसको अपने आसपास, पेरेंट्स, दोस्तों व रिश्तेदारों से भी शेयर कीजिए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक यह जानकारी पहुंच पाए।
इन बातों का दीजिए ध्यान -घर में एसी व अन्य सामानों के नीचे न बैठे। -हेल्पलाइन नंबर 100 व 101 को याद रखें, और आपदा की स्थिति में फोन करें। -घर की दीवारों व ताड़ को बेवजह भारी सामानों से न सजाएं, क्योंकि भूकंप आने की स्थिति में सबसे पहले इन पर रखा हुआ सामान गिरता है। -घर में इलेक्ट्रिक सप्लाई को पूरी तरह से कवर रखना चाहिए। -घर के दरवाजों के आसपास हैवी सामान मत रखिए। -भूकंप का अहसास हो तो तेज आवाज में शोर मचाना चाहिए, ताकि बाकी लोग भी एलर्ट हो जाएं बाक्स--- घर में खुद को किस तरह बचाएवैसे तो भूकंप का अहसास होते ही सब बाहर की तरफ भागते हैं, लेकिन कई बार ऐसी स्थिति नहीं होती है कि आप घर से बाहर निकल पाए। ऐसी कंडीशन में घर में ही किसी मजबूत टेबल, तख्त के नीचे खुद को सेफ कर लीजिए। कोशिश कीजिए कि टेबल को गेट के आसपास ही रखिए, ताकि भूकंप में अगर मलबा गिरता भी है तो आप कोशिश करके बाहर निकल आए।
वर्जन---सेक्रेट हाटर््स आई नेक्स्ट की यह कोशिश काफी सराहनीय है। इससे बच्चों को भूकंप के दौरान क्या करना चाहिए, और किस चीज से बचना चाहिए इसकी जानकारी मिलती है। इस तरह की आपदाओं में जानकारी ही बचाव है। राधा सिंह, डायरेक्टर, सेक्रेड हार्ट्स -इसमें मैंने सीखा कि, खुद को भूकंप से बचाते हुए दूसरों की मदद की जा सकती है। इसके पहले मुझे भूकंप से बचने की कोई जानकारी नहीं थी। -मदीहा -मुझे लगता है कि अगर लोगों को प्रॉपर जानकारी हो तो फिर प्राकृतिक आपदाओं में होने वाली कैजुअल्टी को कम किया जा सकता है। -विदुषी 555555555555555555555555 इस तरह के प्रोग्राम से स्टूडेंट्स की जानकारी बढ़ती है, जो मुश्किल वक्त में उनके काम आती है। यह आईनेक्स्ट का अच्छा प्रयास है। इस तरह के प्रोग्राम टाइम टू टाइम होते रहने चाहिए। ग्रेस जोस, प्रिंसिपल, जीआरएम छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर प्राकृति आपदा से बचा जा सकता है। हमारा यह प्रयास रहता है कि, मैक्सिमम लोग अवेयर हो सके। ताकि, वे दूसरों को भी फायदा पहुंचा सके।पंकज कुदेशिया, सहायक उपनियंत्रक, सिविल डिफेंस
जो भी टिप्स बताएं गए मैं उसे फॉलो करूंगी। घर पर भी पेरेंट्स को सारी बातें बताउंगी। जसमीत, स्टूडेंट भूकंप से बचने के लिए नयी चीजें सींखने को मिली। पहले मुझे इतनी जानकारी नहीं थी। स्पर्श बंसल, स्टूडेंट इस तरह के इवेंट में भाग लेकर काफी अच्छा लगा। जितना मैंने आज सीखा है इसके बारे में अपने दोस्तों को भी बताउंगा। प्रयथार्थ , स्टूडेंट