सिर्फ कागजों में चल रहा है अवेयरनेस प्रोग्राम
- अवेयरनेस प्रोग्राम के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति
- बिजली बचाने के लिए चलाए जाने थे प्रोग्राम BAREILLY: बिजली बचत करने के निर्देश का चंद दिन में ही हवा निकल गई। पॉवर कॉरपोरेशन ने बिजली विभाग को निर्देश दिए थे कि सिटी के विभिन्न एरिया में अवेयरनेस प्रोग्राम चलाए। लोगों को बिजली चोरी, बिजली लॉस के प्रति अवेयर कर बिजली की बचत करें। जरूरत पड़ने पर कानून की भी हेल्प ले सकता हैं, लेकिन निर्देश का असर विभाग के अफसरों पर नहीं हुआ और अवेयरनेस प्रोग्राम की बत्ती गुल हो गई। एक यूनिट बचत दो यूनिट के बराबरइस संबंध में पिछले दिनों लखनऊ में पॉवर कॉरपोरेशन के अधिकारियों की बैठक हुई थी। अधिकारियों ने कहा था कि अगर हम एक यूनिट बिजली बचाते हैं तो उत्पादित होने वाली दो यूनिट बिजली के बराबर होगा। इसके अलावा जहां-जहां बल्ब या सोडियम जल रहे हैं उन्हें चिह्नित कर आस पास के लोगों को इसके लिए जागरूक करें। लेकिन विभाग ने कुछ नहीं किया और दो दिन में ही प्रोग्राम की दी इंडिंग कर दी।
स्लोगन और पंपलेट का पता नहींइतना ही नहीं विभाग को प्रोग्राम के तहत स्लोगन लिखे स्टीकर, पोस्टर और किस उपकरण में कितनी बिजली लगती है इसका ग्राफ बनाकर लोगों के बीच बांटने थे। ऑफिसर्स और कर्मचारियों को एरिया वाइज जिन पोल पर स्विच नहीं लगे हैं वहां भी स्विच लगाने की बात कही गई थी। लेकिन विभाग द्वारा ऐसा कुछ नहीं किया गया।
अधिकारी हैं खामोश इस संबंध में जब अधिकारियों से बात की गई तो जवाब देने बचते रहे। नाम और फोटो ना छापने की शर्त पर बिजली विभाग के ही कुछ लोगों ने बताया कि ऑफिसर्स कागज पर ही प्रोग्राम की गाड़ी को दौड़ा रहें है, जबकि हकीकत में कुछ नहीं है। एक-दो जगहों को छोड़ दिया जाए तो ऑफिसर्स द्वारा कहीं भी बिजली बचत के लिए मुहिम नहीं चलाई गई।