रेबिज को कंट्रोल करने के लिए अवेयरनेस की जरूरत
-सेमिनार में वैज्ञानिकों ने एनीमल्स सेफ्टी के बारे में बताया
BAREILLY: वर्ल्ड वेटनरी डे के अवसर पर सैटरडे को वैज्ञानिकों ने रेबिज से ह्यूमन एवं एनीमल्स की होने वाली मौतों पर चिंता प्रकट की । आईवीआरआई में आयोजित सेमिनार में स्पेशल गेस्ट पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के चीफ साइंटिस्ट डॉ। मनीष कक्कड़ पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाले रोगों के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि ऐसी डिजीज पर नियंत्रण के लिए कोई कारगर नेशनल प्रोग्राम नहीं है। इन डिजीज को रोकने के लिए पॉलिसी मेकर्स के साथ-साथ दूसरे आर्गनाइजेशंस को भी एक प्लेटफार्म पर आकर काम करना होगा। साइंटिस्ट ने उठाई एनीमल्स राइट्स की आवाजप्रोग्राम में इंडियन कॉउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च के रिटायर्ड असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल डॉ। अरुण वर्मा ने एनीमल राइट्स की बात उठाई। उन्होंने कहा कि इंडियन कांस्टीट्यूशन में एनीमल्स के अधिकारों की बात कही गई है। डायरेक्टर आरके सिंह ने कहा कि ह्यूमन एवं एनीमल्स सभी को अच्छे स्वास्थ्य के लिए संकल्प और नियमों की आवश्यकता है। इस मौके पर स्टूडेंट्स की ओर से एसे कॉम्पटीशन,
फोटोग्राफी और वीडियो मूवी कॉम्पटीशन का आयोजन किया गया। विनर्स को प्राइज बांटा गया।