Bareilly: चोरी का मार्केट भी इन दिनों डिमांड-सप्लाई के प्रिंसिपल को फॉलो कर रहा है. थर्सडे को पुलिस के हत्थे चढ़ा ऑटो लिफ्टर गैंग डिमांड के अकॉर्डिंग ही चोरी कर सप्लाई करता था. प्लेटिना चाहिए या फिर स्प्लेंडर. मॉडल कौन सा है. कंडीशन कैसी है. इन सब डिमांड्स को ध्यान में रखकर ही गैंग चोरी की वारदातों को अंजाम देता था. मांग के अनुसार अगर पुलिस का व्हीकल भी मिल गया तो गैंग चुराने से परहेज नहीं करता था. गैंग पलक झपकते ही बाइक चोरी कर लेता था और किसी को शक न हो इसके लिए रेलवे स्टेशन की पार्किंग में गाड़ी खड़ी करता था. पुलिस ने भी थोड़ी होशियारी दिखाई और गैंग को ग्राहक बनकर फंसाया. गैंग के पास से चोरी की 16 बाइक बरामद हुई हैं. सरगना के पास से पुलिस ने नौ सिम चार मोबाइल और एक तीन सिम वाला मोबाइल बरामद किया है. पुलिस गिरफ्त में आए वाहन चोरों के नाम गुड्डू कश्यप रवि कश्यप गौतम मिश्रा शरीफ खान व लाल सिंह हैं. पुलिस गिरफ्त में आए पांचों मेंबर्स से पूछताछ कर अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है.


TOG ने किया खुलासाएसएसपी सत्येंद्र वीर सिंह ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट में पिछले कुछ दिनों से लगातार वाहन चोरी की वारदातें हो रही थीं। खुलासे के लिए एसपी सिटी शिव सागर सिंह व सीओ थर्ड के नेतृत्व में टेक्निकल ऑपरेशन ग्रुप (टीओजी) फॉर्म किया गया। इसमें कैंट थाना इंचार्ज कमरुल हसन, टीओजी इंचार्ज मनोज कुमार, सर्विलांस सेल के हेड कांस्टेबल उमेश त्यागी, अजब सिंह तथा कांस्टेबल हशमत अली, रामेंद्र सिंह, सर्वेश यादव व जावेद अहमद भी शामिल रहे। टीओजी टीम को सूचना मिली कि बरेली डिस्ट्रिक्ट से चुराई गई बाइक फतेहगंज पूर्वी के आगे कटरी में सप्लाई की जा रही हैं। 7 हजार में तय हुई डील


पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर गैंग से स्प्लेंडर बाइक खरीदने की डील की। डील 7 हजार रुपए में पक्की हुई। पुलिस ने जाल बिछाकर गिरोह को नकटिया पुलिस चौकी के पास पकड़ लिया। पुलिस ने मौके से पांच ऑटोलिफ्टर्स को चोरी की 5 बाइक्स के साथ धर दबोचा। मौके से पुलिस ने गुड्डू, रवि, गौतम मिश्रा, शरीफ खान व लाल सिंह को गिरफ्तार किया। गुड्डू, रवि व गौतम फतेहगंज पूर्वी के रहने वाले हैं। शरीफ फरीदपुर व लाल सिंह मोपतपुर, मिलक का रहने वाला है। पुलिस ने गुड्डू के पास से चार मोबाइल, एक तीन सिम वाला मोबाइल और नौ सिम भी बरामद किए हैं। एक सिम से एक बार कॉलसर्विलांस सेल इंचार्ज उमेश त्यागी ने बताया कि पुलिस से बचने के लिए गुड्डू एक सिम से एक बार ही कॉल करता था। उसके बाद उसे बंद कर देता था। फिर उस सिम को करीब दो महीने बाद यूज करता था। वह डिमांड पर बाइक चुराता था। शाहजहांपुर से प्लेटिना बाइक की ज्यादा डिमांड होती थी। अच्छे दाम भी मिल जाते थे। इसके अलावा बरेली सिटी से जुड़े एरिया में स्प्लेंडर की डिमांड ज्यादा रहती थी। गैंग ज्यादातर पुरानी गाडिय़ों को ही चोरी करता था। कंडीशन के हिसाब से गाड़ी का रेट तय होता था। यदि किसी बाइक में गाड़ी के पेपर मिल जाते थे तो उसका ज्यादा दाम लिया जाता था। जंक्शन की पार्किंग करते थे यूज

पुलिस ने पहले तो मौके से ही पांच बाइक्स बरामद कीं। फिर गिरफ्त में आए चोरों की निशानदेही पर रेलवे जंक्शन की पार्किंग से पांच बाइक्स बरामद कीं। इसके अलावा 4 बाइक्स अन्य पार्किंग से जब्त कीं। दोपहर बाद पुलिस ने गिरोह की निशानदेही पर दो और चोरी की बाइक बरामद कर लीं। गिरोह का लीडर गुड्डू है। ये लोग शाहजहांपुर व पीलीभीत एरिया से भी बाइक चोरी करते थे। अधिकतर बाइक देवचरा के वीकली मार्केट से चुराई गई हैं। सिटी में रामपुर गार्डन, रोडवेज व सिटी स्टेशन के पास से भी बाइक गायब की हैं। गुड्डू ने बताया कि वह पहले ऑटो ड्राइवर था। बाद में अजय मिश्रा के साथ ऑटो लिफ्टिंग करने लगा। अजय व उसके दो साथियों को कुछ दिन पहले ही जैतीपुर शाहजहांपुर की पुलिस ने गिरफ्तार किया है।पहले से खड़ी बाइक नहीं करते थे चोरीपार्किंग, मार्केट या रोड किनारे पहले से खड़ी बाइक गैंग चोरी नहीं करता था। सबसे पहले गैंग के सदस्य किसी भी जगह पर खड़े हो जाते थे। जैसे ही कोई व्यक्ति बाइक खड़ी करके ऑफिस, घर या दुकान के अंदर जाता, वैसे ही गुड्डू अपना काम कर देता था। पुरानी बाइक में किसी भी बाइक की चाभी लगाकर लॉक खोल लेते थे। बाकी के सदस्य बाइक को वहां से ले जाकर पार्किंग में खड़ी कर देते थे। गैंग पुलिस की बाइक भी चुराने से भी नहीं कतराता था। गैंग के पास से पुलिस लिखी हुई दो बाइक भी बरामद हुई हैं।

Posted By: Inextlive