- सैटरडे को आईएमए ऑडोटोरियम में 'बल्लभपुर की रूपकथा' प्ले का हुआ मंचन।

BAREILLY:

भूत की शक्ल किसी आदमी से हूबहू मिलने लगे और लोग आदमी को भूत और भूत को आदमी समझने लगे तो क्या धमाल होगा इसका नमूना आईएमए हॉल में दिखाई दिया। सैटरडे को रंग प्रशिक्षु थिएटर ग्रुप की ओर से आयोजित नेशनल थिएटर फेस्ट रंग समागम ख्0क्भ् में 'बल्लभपुर की रूपकथा' का मंचन किया गया। पटना के थिएटर ग्रुप की ओर से राजेश राजा द्वारा निर्देशित हास्यरस से लबरेज प्ले को देखते हुए ठहाकों से हॉल गूंजता रहा। कहानी थी, बल्लभपुर में एक पुराना भुतहा राजमहल को खरीदने के लिए भूपति द्वारा षडयंत्र रचकर डेंटल क्लिनिक खोलने की चाह। करीब ब्00 वर्ष से भूत राजमहल में था, जिसकी शक्ल भूपति से मिलती थी। भूत और आदमी के क्रियाकलाप और संवाद से पटकथा सुखांत की ओर बढ़ जाती है। प्ले के दौरान प्रशासन के आलाधिकारियों समेत दर्शकदीर्घा खचाखच भरा रहा।

Posted By: Inextlive