खाना खिलाने के बदले मिली मौत
-फरीदपुर में फौजी के घर लूट व उसकी हत्या का खुलासा
-बदमाशों की पत्िनयों ने खाना खाने के दौरान की थी घर की रेकीBAREILLY: अगर आपके घर में कोई महिला खुद को गरीब व भूखा बताकर खाना मांगती है तो सावधान हो जाएं। ऐसी महिला को खाना दें, लेकिन उसे घर के नजदीक ना आने दें। नहीं तो हो सकता है कि बाद में आपको कीमती सामान के साथ-साथ अपनी जान भी गंवानी पड़ जाए। फरीदपुर में इसी तरह से फौजी के घर डकैती व मर्डर की घटना को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने गैंग के दो मेंबर को अरेस्ट कर लिया है। गैंग मेंबर छैमार व पंखिया जाति के हैं। वहीं गैंग के चार मेंबर अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। इसी तरह से सुरेश शर्मा नगर में भी महिलाओं के द्वारा रैकी कर छैमार गैंग ने ट्रिपल मर्डर की वारदात को अंजाम दिया गया था।
आठ दिन पहले की थी रेकीपुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों की पहचान गैली अलीगंज निवासी जुल्फिकार और फौजी के गांव नगरिया कला फतेहगंज पूर्वी निवासी रामरतन के रूप में हुई है। आरोपियों ने बताया कि उनकी पत्िनयां वारदात से करीब आठ दिन पहले भीख मांगने के लिए फौजी के घर गई थीं। यहां पर उन्होंने फौजी के घर की महिलाओं से भूखे होने के बहाने खाना मांगा था। इसी दौरान महिलाओं ने पूरे घर की रेकी कर ली थी।
फौजी ने किया थ्ा संघर्ष रेकी के बाद सलमान व सभी साथी छत में जीने के रास्ते घर में घुस गए थे। जागने पर फौजी ने विरोध किया तो सभी ने फौजी व उसकी पत्नी तारावती व भांजी गीता पर सरिया व डंडे से जानलेवा हमला कर दिया था। इस हमले में फौजी की इलाज के दौरान मौत हाे गई थी। इस तरह से पकड़े गए कुछ दिन पहले गैंग के लोगों के साथ दूसरे गैंग का मेंबर बैठकर शराब पी रहा था। शराब पीने के दौरान हाथ में चोट लगने की बात आयी तो असरुद्दीन ने फौजी के घर लूट की वारदात को उगल दिया। इस गैंग के मेंबर ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी। पुलिस ने फिर इसी आधार पर जुल्फिकार को पकड़ लिया और फिर रतनपाल को भी गिरफ्तार कर लिया।