..तो क्या हजारों शस्त्र लाइसेंस हो जाएंगे निरस्त
एनडीएएल के तहत काफी स्लो हो रही शस्त्र लाइसेंस की डाटा एंट्री
यूआईएन भी देने में काफी पीछे है डिपार्टमेंट, शासन ने जल्द डाटा फीडिंग के दिए निर्देश BAREILLY: अगर आपके नाम किसी शस्त्र का लाइसेंस है तो फिर यह खबर आपके लिए ही है। इसमें गलती भले ही आपकी न हो, लेकिन चिंता आपके लिए ही है। दरअसल, विभाग जिस सुस्ती के साथ काम कर रहा है उसमें अब इस बात का डर है कि बरेली में हजारों शस्त्र के लाइसेंस निरस्त हो सकते हैं। जी हां, नए नियम के तहत अगर एक अक्टूबर तक आपके शस्त्र का डाटा ऑनलाइन फीड करके उसका यूआईएन नंबर जारी नहीं हुआ तो फिर ऐसे शस्त्र का लाइसेंस निरस्त माना जाएगा। क्या है मामलादरअसल, शासन का निर्देश है कि नेशनल डाटा बेस ऑफ आर्म लाइसेंस (एनडीएएलल) के तहत सभी शस्त्र लाइसेंस धारकों को यूनिट आईडेंटिफिकेशन नंबर (यूआईएनन) जारी किया जाए। इसके लिए विभाग को जितने भी शस्त्र लाइसेंस धारक हैं उनकी डिटेल्स ऑनलाइन फीड करनी है। ऑनलाइन डाटा फीड करने के बाद उस लाइसेंस का यानी की उस शस्त्र को एक यूएनआई नंबर जारी किया जाएगा। शस्त्र के डाटा को मैनेज करने की दिशा में यह बड़ा कदम है।
विभाग की लापरवाही, दिक्कत आपको
वैसे तो विभाग के पास सभी शस्त्र लाइसेंस धारकों के डाटा हैं, लेकिन अधिकारियों ने बताया कि तमाम ऐसे लाइसेंस धारक भी है जिनकी पूरी डिटेल्स उपलब्ध नहीं है। ऐसे में उन लोगों से डाटा फीड करने से रिलेटेड जानकारियां मांगी गई है। वहीं दूसरा पहलू यह है कि विभाग में ऑनलाइन डाटा फीडिंग का काम बेहद सुस्त गति से चल रहा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अभी तक सिर्फ ख्फ् प्रतिशत लाइसेंस का ही डाटा ऑनलाइन फीड किया जा सका है। एक अक्टूबर तक की डेट चिंता की बात यह है कि क् अक्टूबर ख्0क्भ् लाइसेंस का डाटा ऑनलाइन फीड करके उनको यूएनआई नंबर देने की है, लेकिन अभी तक बरेली में सिर्फ म्भ्0 को ही यूएनआई नंबर जारी किया जा सका है। डाटा फीड करने के बाद यूएनआई नंबर का भी एक प्रोसेस होता है। जिसके बाद लाइसेंस का यूएनआई नंबर जारी किया जाता है। अधिकारियों ने बताया कि क् अक्टूबर के बाद बिना यूआईएन के शस्त्र लाइसेंस अवैध माने जाएंगे। विशेष सचिव ने भी दिए डीएम को निर्देशइस संबंध में यूपी शासन से भी सभी जिलों को कई बार डाटा फीडिंग के निर्देश दिए जा चुके हैं, लेकिन एनआईसी से जो डाटा यूपी शासन को मिला है उसमें कई जिलों में यूआईएन देने का काम ही नहीं शुरू किया गया है। वहीं कई जिलों में इसकी संख्या काफी कम है। इसी संबंध में यूपी के विशेष सचिव ने सभी डीएम को जल्द से जल्द डाटा फीडिंग कर यूआईएन नंबर जारी करने के निर्देश दिए हैं।
बाक्स------------- ढ़ाई साल में बस इतना ही हुआ काम बरेली जिले की बात करें तो बरेली में करीब ब्ब् हजार शस्त्र लाइसेंस धारक हैं। एनडीएएल में अभी तक सिर्फ क्0भ्ब्0 शस्त्र लाइसेंसों का डाटा फीड किया गया है। जो कुल लाइसेंस का करीब ख्फ् परसेंट ही है। इसके अलावा सिर्फ म्भ्0 शस्त्र लाइसेंस धारकों को ही यूआईएन जारी किया है। करीब ढाई साल बाद भी इतनी कम संख्या में डाटा फीडिंग साफ दिखा रही है कि विभाग की स्पीड कितनी ज्यादा स्लो है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि क्या समय पर बरेली में डाटा फीडिंग का काम हो पाएगा या फिर हजारों लाइसेंस निरस्त हो जाएंगे। लाइसेंस निरस्त होने पर शस्त्र को या तो शॉप या फिर थाना में जमा करना होता है। यही नहीं लाइसेंस रिन्यू भी नहीं होता है।