'DIG साब, मुझे मेरी बेटी दिलवाओ'
12 साल से suspend
आईटीबीपी में काम करने वाले विजय सिंह ने बताया कि उनकी पहली पत्नी गीता की 12 साल पहले मौत हो गई। चाय बनाते समय वह जल गई थीं। वह भटिंडा की थीं। इसके बाद गीता के परिवार ने उन पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया। 12 साल पहले उन्हें आईटीबीपी से सस्पेंड कर दिया गया।
विजय की दूसरी शादी कानपुर की सपना से हुई। इसके बाद उनके दो बेटी और एक बेटा हुआ। कुछ टाइम बाद बेटे प्रभजोत की मौत हो गई। इसके बाद सपना अलग होकर अपने मायके में रहने लगी। विजय ने बताया कि सपना और उसका विवाद बरेली के फैमिली कोर्ट में विचाराधीन है। कोर्ट ने अगले आदेश तक बच्चों की कस्टडी विजय को दे रखी है।
बेटी को kidnap करने का आरोप
विजय का कहना है कि बीती 20 दिसंबर को वे अपनी मां के साथ पिता की पेंशन लेने के लिए कानपुर गए थे। 26 को ड्यूटी के कारण वे बरेली आ गए और अपनी मां और छोटी बेटी को कानपुर छोड़ आए, ताकि उनकी मां दिसंबर की पेंशन निकाल सकें। 26 की दोपहर करीब 3 बजे उनकी सास विद्या देवी, ससुर हरी शंकर रावत, पत्नी सपना और उसके भाई हैप्पी व चार अन्य लोगों ने लोकल पुलिस के साथ मिलकर उनके घर पहुंची। हमले के दौरान उन लोगों ने उनकी मां के साथ हाथापाई की और नाबालिक बेटी हरप्रीत कौर को किडनैप कर लिया।
विजय ने डीआईजी को सौंपे पत्र में ससुराल के लोगों पर बच्ची को किडनैप करने, मां के गले की सोने की चेन एवं रुपया 5550 छीनने तथा संबंधित फैमिली कोर्ट के आदेशों की अवहेलना का आरोप लगाया है। उन्होंने डीआईजी से अपनी बेटी को वापस दिलाए जाने के साथ ससुराल पक्ष के लोगों पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।